शिमला: लंपी वायरस से बीते 24 घंटों के दौरान हिमाचल प्रदेश में 170 पशुओं की संक्रमण से (lumpy virus in Himachal) मौत हो गई है. हिमाचल में लंपी वायरस से मरने वाले पशुओं की संख्या बढ़कर 2,630 पहुंच गई है. इस बीच 35,147 एक्टिव केस हैं, जबकि 61,201 पशु इस संक्रमण से ग्रसित होने के बाद ठीक हो चुके हैं. लंपी वायरस के तेजी से बढ़ते मामलों ने पशुपालकों और सरकार दोनों को चिंता में डाल दिया है. पशुपालन विभाग भी (Lumpy virus cases in Himachal) इस पर लगातार निगरानी रखे हुए है.
लंपी वायरस से बचाव के लिए अब तक 1,65,310 पशुओं का टीकाकरण कर दिया गया है. 64,477 वैक्सीन अभी सरकार के पास मौजूद है, लेकिन बेसहारा गोवंश का टीकाकरण अभी भी बड़ी चुनौती बना हुआ है. हालांकि, विभाग की तरफ से बेसहारा गोवंश के टीकाकरण के लिए विशेष अभियान की बात की जा रही है. लंपी वायरस से पशुओं की (Lumpy Skin Disease in Cattle) हो रही मौत से किसान-बागवान भी दुखी हैं. इस संक्रमण के बढ़ते मामलों को देखते हुए राज्य सरकार ने पशुपालन विभाग में वेटरनरी डॉक्टरों के ट्रांसफर तुरंत प्रभाव से रद्द कर दिए हैं.
पशुपालन मंत्री वीरेंद्र कंवर ने कहा कि वायरस की गंभीरता को देखते हुए विभाग ने विशेषज्ञ डॉक्टरों की एक टीम बनाई है. जो राज्य स्तर पर स्थिति की निगरानी कर रही है. उन्होंने कहा कि विभाग टीकाकरण अभियान को भी तेजी से चलाए हुए है. जब भी किसी पशु में लंपी वायरस के लक्षण पाए जाते हैं तो उसके आसपास वाले क्षेत्र में सभी पशुओं का टीकाकरण किया जाता है.
ये भी पढ़ें: HPTU में 1 पद के लिए 22 हजार से ज्यादा आवेदन, क्लर्क के 88 पदों के लिए 92 हजार देंगे परीक्षा