शिमला: शिमला में तीन दिन से हो रही बारिश से भारी नुकसान हुआ है. शनिवार को चाबा पेयजल परियोजना के पंपिंग स्टेशन में भारी लैंडस्लाइड हुआ. पहाड़ी से बड़े-बड़े पत्थर नदी में गिरे जिससे पानी का रास्ता पुरी (Landslide in Water pumping station Chaba) तरह से ब्लॉक हो गया और पंपिंग स्टेशन पूरी तरह से जलमग्न हो गया. भूस्खलन होने के बाद से यह पूरा प्रोजेक्ट झील में तबदील हो गया है, जिससे परियोजना के बाहर लगी सेफ्टी बाउंड्री वॉल भी टूट गई. जिसके बाद पूरे पंपिंग स्टेशन में पानी घुस गया. इससे करोड़ों रुपए की संपत्ति का नुकसान हुआ है.
पंपिंग स्टेशन में पानी भरने के बाद से यहां से वाटर लिफ्टिंग भी बंद कर दी गई है. साथ ही यहां पर एक बड़ी चट्टान पंपिंग स्टेशन के ऊपर गिरी है, जिससे भवन को भी नुकसान पंहुचा है. दिन भर बारिश होने से राहत कार्य देरी से शुरू हो पाया. पंपिंग स्टेशन में घुसे पानी को बाहर निकालने के लिए सेफ्टी वॉल को तोड़ा गया. लैंडस्लाइड से करीब 6 करोड़ का नुकसान बताया जा है. नुकसान के चलते परियोजना से पंपिंग बंद कर दी गई है, जिससे अब शिमला में पानी की किल्लत हो सकती है.
शिमला जल प्रबंधन कंपनी के एजीएम सुमित सूद ने कहा कि चाबा परियोजना में भारी लैंडस्लाइड हुआ है जिसमें करीबन 5 से 6 करोड़ रुपए की संपत्ति का नुकसान हुआ है. पूरे पंपिंग स्टेशन में पानी भरने से भवन को भी खतरा हो सकता है. चट्टानों को हटाने के लिए जेसीबी मशीनें लगाई गई हैं, लेकिन बारिश बहुत अधिक होने से राहत कार्य प्रभावित हुआ है. उन्होंने कहा कि चाबा योजना में जलभराव होने से शिमला शहर में वाटर सप्लाई पर कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा. शहर में रविवार को नियमित रूप से लोगों को पानी की आपूर्ति दी जाएगी.
चाबा से कंपनी, शहर में पानी की जरूरत अधिक होने पर ही वाटर लिफ्टिंग करती है. इन दिनों अन्य योजनाओं से पर्याप्त पानी मिलने के कारण यहां से पानी लिफ्ट नहीं किया जा रहा है. ऐसे में शहर में रविवार को रेगुलर पानी की आपूर्ति कंपनी देगी.
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