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उपलब्धि: कृषि क्षेत्र में विशिष्ट योगदान के लिए हिमाचल प्रदेश को कृषि कर्मण्य पुरस्कार - प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कृषि मंत्री को दिया कृषि कर्मण्य पुरस्कार

कृषि क्षेत्र में विशिष्ट उपलब्धियों के लिए हिमाचल प्रदेश को कृषि कर्मण्य पुरस्कार से सम्मानित किया गया है. मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर ने इस विशिष्ट उपलब्धि की बधाई दी

Himachal Pradesh Award for Agricultural Work
कृषि क्षेत्र में विशिष्ट उपलब्धियों के लिए हिमाचल प्रदेश को कृषि कर्मण्य पुरस्कार
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Published : Jan 3, 2020, 8:19 AM IST

शिमलाः कुल खाद्यान्न उत्पादन श्रेणी-2 में उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए हिमाचल प्रदेश के कृषि विभाग को केंद्रीय कृषि मंत्रालय ने कृषि कर्मण्य पुरस्कार 2016-17 के अंतर्गत प्रशस्ति पुरस्कार प्रदान किया गया है. कृषि मंत्री डॉ रामलाल मारकंडा, प्रधान सचिव (कृषि) ओंकार चंद शर्मा और निदेशक कृषि डॉ राकेश कुमार कौंडल ने गुरुवार को कर्नाटक तुमकुर में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के हाथों से यह पुरस्कार प्राप्त किया.

पुरस्कार समारोह में एक प्रशस्ति पत्र और पुरस्कार राशि दी गई है. वहीं, मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर ने खाद्यान उत्पादन में इस विशिष्ट उपलब्धि के लिए कृषि विभाग के समस्त अधिकारियों व कर्मचारियों को बधाई दी है. उन्होंने का कहा कि यह तकनीकी जानकारी को किसानों तक पहुँचाने की दिशाा में किए गए समर्पित प्रयासों के कारण राज्य ने खाद्यान्न उत्पादन में असाधारण बढ़ोतरी की है. कृषि मंत्री डॉ. राम लाल मारकंडा और प्रधान सचिव, कृषि ने भी इस उपलब्धि के लिए विभाग के समस्त अधिकारियों और कर्मचारियों को बधाई दी है.

कृषि विभाग के निदेशक डॉ. राकेश कुमार कौंडल ने कहा कि 2016-17 में प्रदेश में कुल खाद्यान्न उत्पादन 1562-73 लाख टन हुआ. इसके अलावा विभाग ने पॉलीहाउस खेती, फसल विविधिकरण, सूक्ष्म सिंचाई, प्राकृतिक खेती, सिंचाई सुविधाओं, यंत्रीकरण और मृदा स्वास्थ्य प्रबंधन को बढ़ावा देने की दिशा में भी सराहनीय कार्य किया है.

उन्होंने कहा कि कृषि को बढ़ावा देने के लिए प्रदेश सरकार द्वारा चलाई जा रही महत्वाकांक्षी योजनाओं को किसानों ने जमीनी स्तर पर अपनाया है. जिसके परिणामस्वरूप यह उपलब्धि हासिल हुई है.

दरअसल कृषि कर्मण्य पुरस्कार वर्ष 2010-11 से कृषि मंत्रालय द्वारा धान, गेहूं, मोटे अनाज, दालों, और कुल खाद्यान के उत्पादन में सबसे अच्छा प्रदर्शन करने वाले राज्यों को पुरस्कृत करने हेतु शुरू किया गया है. इससे पहले भी कृषि विभाग को वर्ष 2011-12 में गेहूं उत्पादन व उत्पादकता बढ़ाने और वर्ष 2014-15 व 2015-16 में भी खाद्यान्न उत्पादन में सराहनीय बढ़ोतरी के लिए कृषि कर्मण्य पुरस्कार प्राप्त हो चुके हैं.

ये भी पढ़ें: उपलब्धि : राष्ट्रीय शहरी आजीविका मिशन के सफल संचालन के लिए हिमाचल प्रदेश को प्रथम पुरस्कार

ये भी पढ़ें: पीएम के परीक्षा पर चर्चा कार्यक्रम में हिमाचल के 10 छात्र लेंगे भाग, प्रदेश के सरकारी स्कूल का एक भी छात्र नहीं हुआ चयनित

शिमलाः कुल खाद्यान्न उत्पादन श्रेणी-2 में उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए हिमाचल प्रदेश के कृषि विभाग को केंद्रीय कृषि मंत्रालय ने कृषि कर्मण्य पुरस्कार 2016-17 के अंतर्गत प्रशस्ति पुरस्कार प्रदान किया गया है. कृषि मंत्री डॉ रामलाल मारकंडा, प्रधान सचिव (कृषि) ओंकार चंद शर्मा और निदेशक कृषि डॉ राकेश कुमार कौंडल ने गुरुवार को कर्नाटक तुमकुर में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के हाथों से यह पुरस्कार प्राप्त किया.

पुरस्कार समारोह में एक प्रशस्ति पत्र और पुरस्कार राशि दी गई है. वहीं, मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर ने खाद्यान उत्पादन में इस विशिष्ट उपलब्धि के लिए कृषि विभाग के समस्त अधिकारियों व कर्मचारियों को बधाई दी है. उन्होंने का कहा कि यह तकनीकी जानकारी को किसानों तक पहुँचाने की दिशाा में किए गए समर्पित प्रयासों के कारण राज्य ने खाद्यान्न उत्पादन में असाधारण बढ़ोतरी की है. कृषि मंत्री डॉ. राम लाल मारकंडा और प्रधान सचिव, कृषि ने भी इस उपलब्धि के लिए विभाग के समस्त अधिकारियों और कर्मचारियों को बधाई दी है.

कृषि विभाग के निदेशक डॉ. राकेश कुमार कौंडल ने कहा कि 2016-17 में प्रदेश में कुल खाद्यान्न उत्पादन 1562-73 लाख टन हुआ. इसके अलावा विभाग ने पॉलीहाउस खेती, फसल विविधिकरण, सूक्ष्म सिंचाई, प्राकृतिक खेती, सिंचाई सुविधाओं, यंत्रीकरण और मृदा स्वास्थ्य प्रबंधन को बढ़ावा देने की दिशा में भी सराहनीय कार्य किया है.

उन्होंने कहा कि कृषि को बढ़ावा देने के लिए प्रदेश सरकार द्वारा चलाई जा रही महत्वाकांक्षी योजनाओं को किसानों ने जमीनी स्तर पर अपनाया है. जिसके परिणामस्वरूप यह उपलब्धि हासिल हुई है.

दरअसल कृषि कर्मण्य पुरस्कार वर्ष 2010-11 से कृषि मंत्रालय द्वारा धान, गेहूं, मोटे अनाज, दालों, और कुल खाद्यान के उत्पादन में सबसे अच्छा प्रदर्शन करने वाले राज्यों को पुरस्कृत करने हेतु शुरू किया गया है. इससे पहले भी कृषि विभाग को वर्ष 2011-12 में गेहूं उत्पादन व उत्पादकता बढ़ाने और वर्ष 2014-15 व 2015-16 में भी खाद्यान्न उत्पादन में सराहनीय बढ़ोतरी के लिए कृषि कर्मण्य पुरस्कार प्राप्त हो चुके हैं.

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Intro:कृषि क्षेत्र में विशिष्ट उपलब्धियों के लिए हिमाचल प्रदेश को कृषि कर्मण्य पुरस्कार

शिमला। कुल खाद्यान्न उत्पादन श्रेणी–2 में उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए हिमाचल प्रदेश के कृषि विभाग को केंद्रीय कृषि मंत्रालय ने कृषि कर्मण्य पुरस्कार 2016-17 के अंतर्गत प्रशस्ति पुरस्कार प्रदान किया गया है। कृषि मंत्री डाॅ. राम लाल मारकंडा, प्रधान सचिव (कृषि) ओंकार चंद शर्मा और निदेशक कृषि डाॅ. राकेश कुमार कौंडल ने आज कर्नाटक के टुमकुर में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के हाथों से यह पुरस्कार प्राप्त किया। पुरस्कार समारोह में एक प्रशस्ति पत्र और पुरस्कार राशि दी गई है। Body:मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर ने खाद्यान उत्पादन में इस विशिष्ट उपलब्धि के लिए कृषि विभाग के समस्त अधिकारियों व कर्मचारियों को बधाई दी है. उन्होंने का कहा कि यह तकनीकी जानकारी को किसानों तक पहुँचाने की दिशाा में किए गए समर्पित प्रयासों के कारण राज्य ने खाद्यान्न उत्पादन में असाधारण बढ़ोतरी की है.

कृषि मंत्री डाॅ. राम लाल मारकंडा और प्रधान सचिव, कृषि ने भी इस उपलब्धि के लिए विभाग के समस्त अधिकारियों और कर्मचारियों को बधाई दी है।

कृषि विभाग के निदेशक डाॅ. राकेश कुमार कौंडल ने कहा कि 2016-17 में प्रदेश में कुल खाद्यान्न उत्पादन 1562-73 लाख टन हुआ। इसके अलावा विभाग ने पाॅलीहाउस खेती, फसल विविधिकरण, सूक्ष्म सिंचाई, प्राकृतिक खेती, सिंचाई सुविधाओं, यंत्रीकरण और मृदा स्वास्थ्य प्रबंधन को बढ़ावा देने की दिशा में भी सराहनीय कार्य किया है।

उन्होंने कहा कि कृषि को बढ़ावा देने के लिए प्रदेश सरकार द्वारा चलाई जा रही महत्वाकांक्षी योजनाओं को किसानों ने जमीनी स्तर पर अपनाया है जिसके परिणामस्वरूप यह उपलब्धि हासिल हुई है।

Conclusion:दरअसल कृषि कर्मण्य पुरस्कार वर्ष 2010-11 से कृषि मंत्रालय द्वारा धान, गेहूं, मोटे अनाज, दालों, और कुल खाद्यान के उत्पादन में सबसे अच्छा प्रदर्शन करने वाले राज्यों को पुरस्कृत करने हेतु शुरू किया गया है. इससे पहले भी कृषि विभाग को वर्ष 2011-12 में गेहूं उत्पादन व उत्पादकता बढ़ाने और वर्ष 2014-15 व 2015-16 में भी खाद्यान्न उत्पादन में सराहनीय बढ़ोतरी के लिए कृषि कर्मण्य पुरस्कार प्राप्त हो चुके है.

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