किन्नौर: जनजातीय क्षेत्रों के अहम मुद्दों को जब भी किन्नौर विधायक जगत सिंह नेगी सदन के अंदर उठाते हैं तो भाजपा के मंत्रियों द्वारा अनपार्लियामेंट्री शब्दों का प्रयोग करते हुए हमेशा उनकी आवाज को दबाने की कोशिश की जाती है. जिसकी किन्नौर कांग्रेस कड़ी निंदा करती है. यह बात जिला किन्नौर कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष उमेश नेगी ने रिकांगपिओ में मीडिया को जानकारी देते हुए कही.
उन्होंने कहा कि इससे पहले भी विधानसभा के अंदर भाजपा के मंत्री द्वारा विधायक जगत सिंह नेगी के ऊपर बहुत ही गैरसंसदीय शब्दों का प्रयोग किया गया था. इस बार भी सदन में मंत्री सुरेश भारद्वाज, राकेश पठानिया और स्वयं मुख्यमंत्री द्वारा भी जगत सिंह के (clashes between CM and Jagat Singh Negi) साथ जो व्यवहार किया गया है वह निंदनीय है. उन्होंने कहा कि जब भी विधायक जगत सिंह नेगी जनजातीय क्षेत्रों के मुद्दे सदन में उठाते हैं तो वो मुख्यमंत्री व भाजपा के मंत्रियों से बर्दाश्त नहीं होता है.
उन्होंने कहा कि जयराम सरकार ने पूरे 4 वर्ष तो प्रदेश के लिए कोई नया काम नहीं किया और आखिरी 6 माह में अपना गुस्सा निकाल रहे हैं और पूरी तरह से बौखला गये हैं. उन्होंने कहा कि सत्ता पक्ष की तरफ से सदन में बार-बार किन्नौर विधायक की आवाज व लोकतांत्रिक मूल्यों को दबाने की जो कोशिश की जा रही है. उमेश नेगी ने कहा कि प्रदेश के मुख्यमंत्री ओल्ड पेंशन स्कीम की मांग करने वाले कर्मचारियों को कुचलने का कार्य कर रही है और सरकार द्वारा लोकतंत्र की हत्या की जा रही है. उन्होंने कहा कि किन्नौर की जनता द्वारा चुने हुए प्रतिनिधि के खिलाफ किन्नौर कांग्रेस इस तरह के अपशब्द बर्दाश्त नहीं करेगी.
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