किन्नौर: जिला किन्नौर के एकमात्र रिकांगपिओ आयुर्वेदिक अस्पताल को अब किन्नौर प्रशासन ने कोविड सेंटर बनाया है. जिसके चलते लोगों को अब ओपीडी में अपने स्वास्थ्य जांच करने के लिए परेशानी आ सकती है, लेकिन डीसी किन्नौर का कहना है कि जिला के रिकांगपिओ में आयुर्वेदिक चिकित्सालय को कोविड सेंटर बनाने से आम लोगों को स्वास्थ्य जांच में दिक्कते नहीं आएगी.
डीसी किन्नौर ने कहा कि कोरोना के मरीज आयुर्वेदिक अस्पताल में रखे जाएंगे और इस चिकित्सालय से ओपीडी को दूसरी जगह शिफ्ट किया जाएगा. वहीं, डीसी किन्नौर ने कहा कि इन दिनों जिला किन्नौर में कोरोना के मरीजों की संख्या बढ़ रही है. ऐसे में जिला के अंदर कोविड सेंटर की कमी हो सकती है. जिसको देखते हुए प्रशासन ने रिकांगपिओ के आयुर्वेदिक अस्पताल के भवन को कोविड सेंटर बनाने का निर्णय लिया है, ताकि आगामी दिनों में कोरोना मरीजो को इलाज की पूरी व्यवस्था मिल सके.
डीसी ने कहा कि इस अस्पताल को कोविड सेंटर बनाने से आयुर्वेदिक चिकित्सालय में इलाज करने वाले लोगों को ओपीडी में जांच में दिक्कत नहीं आएगी. अगर कोई कोरोना मरीज इस चिकित्सालय में रखा गया तो ओपीडी को प्रशासन तुरन्त अपने चयनित किए गए स्थान पर शिफ्ट करेगी, ताकि मरीजों को दिक्कत ना आए.
बता दें कि जिला में कोरोना संक्रमितों का आंकड़ा लगातार बढ़ता जा रहा हैं. किन्नौर में कोरोना मरीजों की कुल संख्या 34 हो गई है, जिसमें से 3 लोग ठीक हुए हैं और 31 कोरोना एक्टिव मामले हैं. इन सभी को प्रशासन की देखरेख में रखा डजा रहा हैं.
इसी तरह आगामी दिनों में कोविड के मरीजों की संख्या बढ़ गई तो उन्हें आयुर्वेदिक अस्पताल में रखने के लिए प्रशासन की ओर से तैयारी कर दी हैं. जिसमें रिकांगपिओ सराय भवन के कोविड सेंटर में अब कमरों में मरीजों को रखने के लिए कमरों की दिक्कत आ सकती है.
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