शिमलाः प्रदेश में अनलॉक-1 शुरू होने के बाद एक ओर जहां लोगों राहत मिली है. वहीं, कमला नेहरु अस्पताल के कर्मचारियों के लिए यह आफत साबित हो रही है. कोरोना काल में यहां तैनात कर्चारियों की शिफ्ट में ड्यूटी लगी है. ऐसे में उन्हें कई परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है.
कर्मचारियों की एक शिफ्ट रात आठ बजे खत्म होती है. ऐसे में कर्मचारियों को अपने घर जाने के लिए परेशानी उठानी पड़ रही है. आठ बजे के बाद इन कर्मचारियों को कोई बस भी नहीं मिल पाती जिस वजह से उन्हें पैदल अपने घर जाना पड़ता है.
इससे पहले लॉकडाउन के दौरान कर्मचारियों को घर जाने के लिए स्पेशल गाड़ियां लगाई गई थी, लेकिन अब गाड़ियां बंद कर दी गई हैं. बीते सोमवार और मंगलवार को भी शाम को 8 बजे की शिफ्ट खत्म करने के बाद सभी कर्मचारियों को पैदल घर पहुंचना पड़ा.
केएनएच कर्मचारी संघ के अध्यक्ष देवेंद्र नरवाल का कहना है कि सरकार की ओर से लॉकडाउन के दौरान एचआरटीसी की टैक्सिया कर्मचारियों के लिए लगाई गई थी, लेकिन अब टैक्सी सेवा बंद कर दी गई है.
उन्होंने कहा कि एचआरटीसी की बसें सुबह 7 से शाम 8 बजे तक चलती हैं. जिस कर्मचारी की ड्यूटी शाम 8 बजे खत्म होती है, उन्हें घर पहुंचने में काफी परेशानी उठानी पड़ रही है. केएनएच में अधिकांश कर्मचारियों की ड्यूटी शाम 8 बजे तक रहती है.
ऐसे में शाम को जब शिफ्ट खत्म होती है तो उसके बाद उन्हें घर जाने के लिए अब कोई भी सुविधा नहीं मिल पा रही है. उन्होंने सरकार और प्रशासन से मांग करते हुए कहा कि फिर से टैक्सी सेवा शुरू की जानी चाहिए और यह टैक्सी सेवा शाम 8:30 बजे तक रहे ताकि कर्मचारियों को घर पहुंचने के लिए कोई परेशानी ना हो. साथ ही टैक्सी सेवा से कर्मचारी अपने को सुरक्षित भी रख सकेंगे.
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