शिमलाः राजधानी शिमला के आईजीएमसी में कोविड मरीजों के लिए बनाए गए आइसोलेशन वार्ड का दौरा अस्पताल के एमएस डॉ. जनकराज ने अपनी टीम के साथ किया. इस दौरान एमएस ने वार्ड में भर्ती कोविड के 80 मरीजों का हालचाल जाना और उन्हें साकारात्मक सोच अपनाने के लिए कहा. एमएस डॉ. जनकराज ने बताया कि अभी दो ऐसे मरीज यहां पर भर्ती हैं जो कि किडनी के पेशेंट हैं. इनका डायलसिस चल रहा है.
गौरतलब है कि सीएम जयराम ठाकुर के आदेशों के बाद आईजीएमसी अस्पताल प्रबंधन हरकत में आ गया है. अस्पताल के एमएस ने एक टीम गठित कर आइसोलेशन वार्ड का दौरा किया. इस दौरान एमएस ने यहां पर उपचाराधीन कोविड के मरीजों से बातचीत की और उनके स्वास्थ्य के बारे में जाना.
एमएस ने मरीजों को अपने दिमाग से नेगिटिव बातों को हटा कर पॉजिटिव बाते अपनाने को कहा. उन्होंने कहा कि कोविड की बीमारी से हर कोई ठीक हो रहा है. ऐसे में इस बीमारी से डरने की जरूरत नहीं है. ऐसे में जो मरीज आईजीएमसी में उपचाराधीन है, वे भी सही तरीके से स्वस्थ्य होकर घर जा रहे हैं.
बता दें कि मुख्यमंत्री के आदेशों बाद आईजीएमसी में कोरोना मरीजों की देखभाल के नियमों का बदला गया है. कोरोना मरीजों को आईसोलेशन वार्ड में या अन्य वार्ड में कोई परेशानी न आए इसके लिए अब अस्पताल एमएस समेत सभी सीनियर डॉक्टर दिन में दो समय कोरोना मरीजों का हालचाल पूछेंगे, ताकि कोरोना मरीजों को अकेलापन भी महसूस न हो.
गौर रहे कि हाल ही में शिमला के रिपन अस्पताल जिसे कोविड केयर अस्पताल बनाया गया है, में एक चौपाल की रहने वाली महिला ने आत्महत्या की थी. उसके बाद यह फैंसला लिया गया है. बुधवार को आइसोलेशन वार्ड में अस्पताल एमएस डॉक्टर जनकराज ने दाखिल कोरोना मरीजों का हालचाल जाना. उन्होंने सभी मरीजों से बातचीत की.
वहीं, इस दौरान कोविड नियमों की पूरी तरह से पालन करते हुए पीपीई किट के साथ वार्ड में दाखिल हुए. इसके साथ ही वार्ड में साफ सफाई और अन्य सुविधाओं का भी निरीक्षण किया गया.
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