शिमला: हिमाचल पथ परिवहन निगम (Himachal Road Transport Corporation) पेंशन समस्या समाधान मंच (HRTC Pensioners Organization) ने सरकार पर वादा खिलाफी का आरोप लगाया है. मंच ने कहा है कि सरकार न तो समय पर पेंशन दे रही है और न ही अन्य वित्तीय लाभ जारी किए गए हैं. जिसके चलते एचआरटीसी पेंशनर्स को घर चलाना मुश्किल हो रहा है. मंच ने सरकार से जल्द समस्या का समाधान करने की मांग की है. मंच के प्रदेश अध्यक्ष अशोक पुरोहित ने सोमवार को शिमला में प्रेसवार्ता कर कहा कि कई बार अधिकारियों से लेकर सरकार तक मांग को उठाते आ रहे हैं, पर उन्हें आश्वासन ही मिल रहे हैं.
हैरानी की बात तो यह है कि जो कर्मचारी निगम से 2015 में सेवानिवृत्त हो चुके हैं, वह अब पेंशन के लिए तरस रहे हैं. उनको कार्यालयों के चक्कर लगाने के सिवाय कुछ नहीं मिल रहा. उन्होंने कहा कि कर्मचारियों की सैलरी तो समय पर डाल दी जाती है, जबकि पेंशनरों को और लंबा खिंचा जाता है. ऐसे में प्रदेश के हजारों पेंशनरों को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. पेंशन समस्या समाधान मंच का कहना है कि उन्हें 5, 10 और 15 प्रतिशत की अतिरिक्त पेंशन का कोई लाभ नहीं मिल रहा है.
अधिकतर पेंशनर्स (Demands of HRTC Pensioners) ऐसे हैं, जिनका पेंशन के माध्यम से ही घर चलता है, लेकिन उन्हें पेंशन न मिलने के कारण भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. वर्ष 2015 से उन्हें ग्रेच्युटी अन्य तरह के भत्तों का भुगतान नहीं हुआ है. वहीं, प्रबंधन के अधिकारी सिर्फ इस पर पल्ला झाड़ रहे हैं. अधिकारी कह रहे हैं कि अभी इसके लिए बजट नहीं हैं. बजट आते ही पेंशन दे दी जाएगी.