शिमला: प्रदेश में कोरोना के मामले बढ़ने के बाद अब बस में भी सवारियां घटने लगी हैं. राजधानी शिमला सहित प्रदेश के अन्य जिलों व क्षेत्रों से दिल्ली जाने वाली सवारियां दिन प्रतिदिन कम हो रही (hrtc delhi bus routes merged) हैं. ऐसे में निगम ने बसों की संख्या कम करना शुरू कर दिया है. निगम अधिकारियों से मिली जानकारी के अनुसार प्रदेश भर में करीब फिलहाल 12 बसें क्लब की हैं.
प्रदेश में दिल्ली के लिए करीब 110 बसें रूटों पर जाती हैं. जिसमें से 12 बसें क्लब की (HRTC clubbed 12 buses) है. यह बसें उन बस डिपो से क्लब की है, जिनमें से दिल्ली के लिए एक से अधिक बसें दिल्ली रूट पर जाती हैं. इसके अतिरिक्त अन्य दिल्ली जाने वाली बसें रूटों पर भेजी जा रही हैं. वहीं, जिन डिपुओं से एक ही बस दिल्ली रूट पर जाती है उन्हें अभी क्लब नहीं किया है. इसके अतिरिक्त प्रदेश से दिल्ली जाने वाली वॉल्वों बसों को भी क्लब किया है. राजधानी शिमला से एक वॉल्वो बस को क्लब किया है. इसके अतिरिक्त अन्य जिलों से भी एक से दो बसें क्लब की है. शिमला से दिल्ली के लिए निगम 7 वॉल्वो चला रहा था, लेकिन इनकी संख्या अब 6 रह गई हैं.
कोरोना के मामले बढ़ने के बाद शिमला शहर में जिला प्रशासन ने पाबंदियां लगा दी (himachal hrtc bus routes) है. इन पाबंदिया का असर ट्रांसपोर्ट सर्विस पर पड़ेगा. ऐसे में एचआरटीसी शिमला शहर से ग्रामीण क्षेत्रों में जाने वाले कुछ रूट क्लब हो सकते हैं. निगम प्रबंधन ने बस अड्डा इंचार्ज को सवारियां न होने की एवज में उन बस रूटों को क्लब करने के निर्देश दिए हैं जिन रूटों पर दो या तीन बसें भेजी जा रही हैं. वहीं, जिन रूटों पर एक ही बस सेवा हैं उन रूटों पर बसें चलती रहेंगी. बसों की समय सारिणी में कोई बदलाव नहीं किया जाएगा.
प्रशासन द्वारा बाजारों की समय सीमा घटाने के बाद अधितर लोग शाम 6.30 बजे से पहले ही घरों को निकल जाएंगे. ऐसे में दिन के रूटों को निगम चलाता रहेगा, लेकिन शाम के रूटों को क्लब किया जा सकता है. निगम खाली बसें रूटों पर नहीं भेजेगा. हांलाकि निगम का दावा है कि शिमला शहर के हर उपनगर और साथ लगते ग्रामीण क्षेत्रों में 7 से 8 बजे तक बस सेवा चलाता रहेगा, लेकिन बसों के लिए सवारियां होने चाहिए. मौजूद समय में निगम ने शहर में करीब 10 रूटों को क्लब किया है.
एचआरटीसी के साथ प्राइवेट बस ऑपरेटर भी खाली बसें नहीं चलाएंगे. शाम के समय सवारियों की कमी के चलते प्राइवेट बस ऑपरेटर्स ने शहर में करीब 25 बसें खड़ी कर दी हैं. हालांकि 80 बसें शहर में अभी भी चल रही हैं और लोगों को सेवाएं दे रही हैं. प्राइवेट बस ऑपरेटर्स का कहना है कि प्राइवेट बस ऑपरेटर्ज शाम को शिमला शहर के हर एक रूट पर एक-एक बस चलाएंगे ताकि देर शाम घरों को जाने वाले यात्रियों को परेशानी न हों, लेकिन शाम को प्राइवेट कम हो सकती हैं.
एचआरटीसी के जर्नल मैनेजर पंकज सिंघल ने बताया कि एचआरटीसी यात्रियोंं का बस सेवाएं उपलब्ध करवाता रहेगा. सवारियां कम होने पर उन रूटों को क्लब किया जा रहा है, जिन रूटों पर दो से अधिक बसें जाती हैं. जिन रूटों पर एक बस ही जाती हैं. उन्हें क्लब नहीं किया जाएगा. उन रूटों पर बसें जिस समय पर चलती है उन समय पर चलती रहेगी. उन्होंने कहा कि दिल्ली जाने वाली 12 बसें क्लब की है अगर मामले बढ़ते है तो अन्य जगह भी क्लब किये जाएंगे.
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