शिमला: हिमाचल प्रदेश में पुलिस परीक्षा का पेपर लीक होने के बाद प्रदेश सरकार द्वारा परीक्षा को रद्द (HP Police Constable Bharti Paper Leak Case) कर दिया गया है. वहीं, विपक्ष इस मामले को लेकर लगातार सरकार पर हमलावर है. प्रदेश कांग्रेस और युवा कांग्रेस के अलावा एनएसयूआई भी सरकार के खिलाफ सड़कों पर उतर कर विरोध प्रदर्शन कर रही है. इसी मामले के विरोध में शनिवार को शिमला के डीसी ऑफिस के बाहर छात्र संगठन एनएसयूआई प्रदर्शन करने पहुंची.
इस दौरान एनएसयूआई के कार्यकर्ता मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर का पुतला फूंकने की कोशिश करने लगे तो पुलिस के कर्मचारी वहां पहुंचे और पुतले को छीनने की कोशिश की. इस दौरान एनएसयूआई के कार्यकर्ताओं और पुलिस के बीच हाथापाई भी हुई (Fight between NSUI and Shimla police) और काफी देर तक दोनों में बहस बाजी होती रही, लेकिन एनएसयूआई के कार्यकर्ताओं ने मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर का पुतला फूंका. एनएसयूआई के कार्यकर्ताओं ने प्रदेश सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की साथ ही भाजपा सरकार पर प्रदेश के बेरोजगार युवाओं के भविष्य के साथ खिलवाड़ करने के आरोप लगाए और इस मामले की न्यायिक जांच करने या सीबीआई से जांच करवाने की मांग की.
एनएसयूआई के प्रदेश अध्यक्ष छतर सिंह ठाकुर ने आरोप लगाते हुए कहा कि प्रदेश सरकार राज्य के युवाओं के भविष्य के साथ खिलवाड़ कर रही है. पुलिस भर्ती की परीक्षा का पेपर लीक हो जाता है और सरकार इस परीक्षा को रद्द कर देती है. इससे पहले भी प्रदेश में कई भर्तियों के पेपर लीक हुए हैं. उन्होंने सरकार पर प्रदेश के युवाओं के साथ खिलवाड़ करने के आरोप लगाते हुए कहा कि यह सरकार सिर्फ अपने चहेतों को नौकरी देने का काम कर रही है. हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय में भी मुख्यमंत्री के ओएसडी के रिश्तेदारों को मॉडल स्कूल में बिना किसी परीक्षा के नौकरियां दी गई. उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार पुलिस परीक्षा का पेपर लीक होने के मामले की जांच सीबीआई या फिर इस मामले की न्यायिक जांच करें. यदि जल्द ही सरकार इसकी जांच नहीं करती तो एनएसयूआई देशभर में उग्र प्रदर्शन शुरू करेगी.
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