शिमला: हिमाचल में चिकित्सकों ने अपनी मांगों को लेकर एक बार (HP DOCTORS PEN DOWN STRIKE) फिर सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. प्रदेश भर में चिकित्सकों ने अपनी मांगें मनवाने के लिए हड़ताल का रास्ता चुन लिया है. गुरुवार को हिमाचल मेडिकल ऑफिसर एसोसिएशन (Himachal Medical Officers Association) ने सुबह दो घंटे की पेन डाउन हड़ताल की. इस दौरान ओपीडी में कोई भी मरीज चेक नहीं किये गए. जिस कारण मरीजों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा.
इस बारे में एसोसिएशन पहले ही सरकार को अल्टीमेटम दे चुकी थी. उन्होंने सरकार से मांगें पूरी करने की अपील की थी. एसोसिएशन के पदाधिकारियों का कहना है कि सरकार ने एनपीए जो पहले 25 फीसदी था अब उसे घटाकर 20 फीसदी कर दिया है. जब तक इसे बढ़ाया नहीं जाएगा तक तक स्ट्राइक जारी रहेगी.
शिमला मेडिकल ऑफिसर एसोसिएशन के अध्यक्ष दीपक कैंथला ने बताया कि (Himachal Pradesh doctors demand) उनकी मांग है कि पंजाब के तर्ज पर वेतन दिया जाए और वेतन विसंगतियों (HP DOCTORS AGAINST PAY DISCREPANCIES) को दूर किया जाए. उन्होंने कहा कि नए पे स्केल में एनपीए 25 फीसदी से घटा कर 20 फीसदी कर दिया है जो कि गलत है.
डॉक्टर 24 घंटे अस्पतालों में ड्यूटी देते हैं. उसके बाद भी (HP DOCTORS PEN DOWN STRIKE) उन्हें सम्मान जनक वेतन नहीं दिया जा रहा है. उन्होंने बताया कि प्रदेश में चिकित्सकों की हड़ताल सात दिनों तक जारी रहेगी. अगर सरकार ने मांगों को पूरा नहीं किया तो आंदोलन का रास्ता अपनाया जाएगा और आगामी रणनीति तय की जाएगी.
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