शिमला: हिमाचल प्रदेश में फिर से पर्यटन कारोबार पटरी पर लौटने लगा है. बीते दो साल में कोरोना के चलते प्रदेश में सब से ज्यादा पर्यटक कारोबार प्रभावित हुआ था, लेकिन अब कोरोना के मामलों में भारी गिरावट के बाद पर्यटकों की आमद बढ़ने लग गई है. मैदानी इलाकों में गर्मी बढ़ते ही पर्यटक पहाड़ों का रुख कर रहे हैं. इस बार समय से पहले ही समर सीजन शुरू हो गया है. प्रदेश में 15 अप्रैल के बाद समर सीजन शुरू होता है लेकिन मैदानों में पड़ रही गर्मी और कोरोना के मामले कम होने के चलते पर्यटक पहाड़ों का रुख कर रहे हैं.
प्रदेश में खासकर वीकेंड पर सभी पर्यटन स्थल पर्यटकों से गुलजार हैं. राजधानी शिमला में वीकेंड पर होटलों में (Tourists visit Shimla to enjoy) ऑक्युपेंसी 80 से 90 फीसदी तक पहुंच गई है. इसके अलावा अन्य दिनों में भी 40 फीसदी तक होटलों में ऑक्युपेंसी हो रही है. पर्यटकों की आमद बढ़ने से खासकर पर्यटन कारोबारियों ने बड़ी राहत की सांस ली है. पिछले 2 सालों से कोरोना के चलते पर्यटन कारोबार पूरी तरह से चौपट हो गया था. काफी समय तक जहां होटल पूरी तरह से बंद रहे वहीं, बीते साल भी कोरोना के मामले बढ़ने से काफी कम पर्यटक शिमला आ रहे थे.
वहीं, अब कोरोना के मामलों में कमी आने और बंदिशों में छूट मिलने से पर्यटकों की आमद में एकाएक (Shimla attracts a lot of tourists) बढ़ोतरी हुई है. विंटर सीजन में जहां काफी तादात में पर्यटक शिमला पहुंचे वहीं, समर सीजन के शुरू होने से पहले ही पर्यटक की आमद शुरू हो गई है. जिससे पर्यटक कारोबारी काफी खुश हैं. होटल एसोसिएशन के अध्यक्ष महेंद्र सेठ का कहना है कि 2020 में कोरोना संक्रमण के चलते दस महीने तक होटल पूरी तरह से बन्द रहे और दूसरे साल थोड़ा बहुत पर्यटक आने शुरू हुए तो दूसरी लहर के चलते फिर से होटल बन्द करने पड़े. जिसमें कारोबारियों को काफी नुकसान हुआ है, फिर तीसरी लहर से भी पर्यटन कारोबार प्रभवित हुआ, लेकिन अब कोरोना के मामले बहुत कम हो गए हैं और ऐसे में इस सीजन में काफी उम्मीद है कि काफी संख्या में पर्यटक शिमला आएंगे.
उन्होंने कहा कि इस बार समय से पहले ही गर्मी शुरू (Summer Tourist Season) हो गई है और लोग भी 2 सालों से कहीं बाहर घूमने नहीं जा पा रहे थे. ऐसे में अब पर्यटकों ने पहाड़ों का रुख करना शुरू कर दिया है और काफी तादाद में पर्यटक शिमला पहुंच रहे हैं. वहीं, उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश में सड़क सुविधा तो सही है लेकिन एयर कनेक्टिविटी ना होने से पर्यटक नहीं पहुंच पाते हैं और यहां पर ज्यादा सुविधाएं न मिलने के चलते पर्यटक भी एक-दो दिन से ज्यादा नहीं रुकते हैं. उन्होंने सरकार से मांग करते हुए कहा कि सरकार पर्यटन स्थलों को विकसित करें ताकि पर्यटक ज्यादा दिन तक यहां रुक सके.
वहीं, टूर एंड ट्रेवल एसोसिएशन के महासचिव मनु सूद ने कहा कि इस बार गर्मी की वजह से सीजन जल्दी शुरू हो गया है. पहले यह सीजन 1 मई से शुरू होता था लेकिन ज्यादा गर्मी होने की वजह से इस बार अप्रैल के पहले सप्ताह से ही लोगों की इंक्वायरी आनी शुरू हो गई है. ऐसे में उम्मीद है कि शिमला के होटलों की ऑक्युपेंसी 70 फीसदी से ज्यादा पहुंच जाएगी और मई महीने तक पहुंचते-पहुंचते यह 100% तक पहुंच जाएगी. ऐसे में उम्मीद है कि कारोबारियों का यह सीजन काफी अच्छा जाएगा. वहीं, उन्होंने बताया कि कोरोना काल में आधे से ज्यादा लोगों ने होटल इंडस्ट्रीज को छोड़ दिया है, ऐसे में काफी नुकसान होटल कारोबारियों का हुआ है जिसकी कभी भरपाई नहीं हो सकती.
व्यापारी इंद्रजीत सिंह का कहना है कि कोरोना काल में लोगों को काफी दिक्कतें पेश आई है. कोरोना काल में कारोबार पूरी तरह से (Tourism Business in Himachal) ठप रहा है. उन्होंने कहा कि शिमला एक पर्यटन स्थल है और हिमाचल की आर्थिकी पर्यटकों पर निर्भर रहती है. इस बार भारी संख्या में पर्यटक शिमला का रुख कर रहे हैं जोकि राहत की बात है.
दो सालों में हिमाचल में पर्यटकों की संख्या में 80 फीसदी आई गिरावट: हिमाचल की आर्थिकी में पर्यटन का काफी योगदान है. हर साल डेढ़ करोड़ तक पर्यटक हिमाचल के अलग-अलग पर्यटन स्थलों पर पहुंचते हैं, लेकिन दो साल तक कोरोना की वजह से पर्यटन कारोबार पूरी तरह से चौपट हो गया था. हिमाचल में वर्ष 2020 में महज 32 लाख घरेलू पर्यटक पहुंचे जबकि वर्ष 2019 में ये संख्या एक करोड़ 68 लाख थी. कोरोना की वजह से एक साल में इसमें 81 फीसदी की कमी आई. इसी तरह 2021 में भी नाममात्र ही पर्यटक हिमाचल पहुंचे.
विदेशी पर्यटकों में भी भारी कमी: हिमाचल में हर साल विदेशी पर्यटक भी (Tourism Business in Himachal) काफी तादात में आते हैं, लेकिन कोरोना के चलते विदेशी पर्यटकों की संख्या में भारी कमी देखने को मिली. कोविड काल से पहले हिमाचल आने वाले विदेशी पर्यटकों की संख्या लाखों में होती थी लेकिन पिछले दो साल में कोविड के कहर का असर हिमाचल प्रदेश के पर्यटन व्यवसाय पर भी पड़ा है. इससे सूबे का पर्यटन व्यवसाय बुरी तरह प्रभावित हुआ है. इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि 2021 में प्रदेश की हसीन वादियां निहारने के लिए 4832 ही विदेशी पर्यटक पहुंचे. पर्यटन विभाग के आंकड़ों के अनुसार 2019 में 3,82,876 विदेशी पर्यटकों ने हिमाचल का रुख किया था. वर्ष 2020 में 42,665 और वर्ष 2021 में मात्र 4832 विदेशी पर्यटक दर्ज किए गए हैं.
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