शिमला: मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने शुक्रवार को अपने कार्यकाल का अंतिम बजट पेश किया. इस बार के बजट में पर्यटन क्षेत्र के लिए 2095 करोड़ रुपये के बजट (Himachal Budget announcements for tourism) का प्रावधान किया गया है. पर्यटन क्षेत्र के लिए मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कई घोषणाएं की हैं. अपने बजट भाषण के दौरान मुख्यमंत्री ने कहा कि हिमाचल प्रदेश में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए एशियन डेवलपमेंट बैंक (Asian Development Bank) की सहायता से 2095 करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे.
यह राशि दो चरणों में कार्यान्वित की जाएगी. इन दोनों चरणों के अंतर्गत शहरों का सौंदर्यीकरण, धरोहर भवनों का संरक्षण एवं संवर्धन, हेलीपोर्ट का निर्माण, इको टूरिज्म, वाटर स्पोर्ट्स, स्वास्थ्य केंद्र, बुद्धिस्ट सर्किट, पर्यटन अधोसंरचना, युवाओं का प्रशिक्षण इत्यादि सम्मिलित (Adventure sports in Himachal) है. उन्होंने कहा कि आगामी वित्त वर्ष में विस्तृत परियोजना रिपोर्ट (डीपीआर) तैयार करके उनकी निविदाएं आमंत्रित की जाएंगी.
इन स्थानों का होगा सौंदर्यीकरण: इनमें प्रमुख तौर पर कन्वेंशन सेंटर धर्मशाला, पालमपुर का सौंदर्यीकरण, शिवधाम चरण-2, बाबा बालक नाथ मंदिर का सौंदर्यीकरण (Baba balak nath temple Himachal), वैलनेस सेंटर झटींगरी, कल्पा, रेणुका जी इत्यादि परियोजनाएं शामिल हैं. उन्होंने कहा कि 4 वर्षों में हमारी ने पर्यटन क्षेत्र में बहुत से नये प्रयास किए हैं. उन्होंने कहा कि 2022-23 में क्यारीघाट में कन्वेंशन सेंटर, टाउन हॉल शिमला में लाइट एंड साउंड श, फूड एंड क्राफ्ट इंस्टीट्यूट, धर्मशाला में इंस्टीट्यूट ऑफ होटल मैनेजमेंट के कार्यों को पूरा किया जाएगा.
विकसित होंगे पर्यटन सर्किट: उन्होंने कहा कि 2022-23 में ' नई राहें नई मंजिलें योजना (Nai Raahein Nai Manzilein Scheme Himachal) के अन्तर्गत 50 करोड़ रुपये व्यय किये जाएंगे. इस योजना के अन्तर्गत मंडी में शिव धाम, लारजी तथा तत्तापानी में वाटर स्पोर्ट्स, बीड़ बीलिंग में पैराग्लाइडिंग, चौशल को विकसित करना सम्मिलित है. उन्होंने कहा कि राज्य में अधिक से अधिक घरेलू और विदेशी पर्यटकों को आकर्षित करने के उद्देश्य से निजी क्षेत्र की भागीदारी से कुछ नये प्रयास किये जाएंगे.
जिनमें नये पर्यटन गंतव्यों पर जाने के लिए कारवां पर्यटन को प्रोत्साहन, पारंपारिक काठकुनी शैली की वास्तुकला वाले स्थानों को विभिन्न पर्यटन सर्किट्स से जोड़ना, कांगड़ा जिले में आर्ट गैलरी को पर्यटन सर्किट से जोड़ना और माउंटेन बाइकिंग ट्रैक जैसे प्रोजेक्ट शामिल है. उन्होंने कहा कि 2022-23 के दौरान पर्यटन क्षेत्र से जुड़े उद्यमियों के लिए ब्याज सबवेंशन (Interest Subvention in Himachal) योजना जारी रखी जाएगी. ऐतिहासिक विरासत को प्रसारित एवं प्रचारित करने के लिए प्रदेश के ऐतिहासिक किलों को पर्यटकों के आकर्षण के रूप में विकसित किया जाएगा.
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