शिमला: विधानसभा चुनावों और नगर निगम चुनावों (Shimla Municipal Corporation Elections) से ठीक पहले मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने शहर में 55 करोड़ रुपये के चार कार्यों के शिलान्यास (CM Jairam inaugurates many developments works in Shimla) किए. जिसमें दाड़नी का बगीचा शिमला में 19.82 करोड़ रुपये से निर्मित होने वाली सब्जी मंडी, खलिनी चौक पर 9.82 करोड़ रुपये से निर्मित होने वाला फ्लाईओवर, विकासनगर के समीप 7.62 करोड़ रुपये की लागत से निर्मित होने वाले फुट ओवर ब्रिज के चरण-दो और तीन तथा ढली में 17.18 करोड़ रुपये से निर्मित होने वाले बस स्टैंड, परिवहन कार्यालय, कार्यशाला और वाणिज्यिक परिसर शामिल हैं.
शहर के सौन्दर्यीकरण का कार्य जारी, पेयजल की समस्या का समाधान: इसके बाद सीएम ने ढली में जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि यह सभी परियोजनाएं शिमला शहर के लिए मील पत्थर साबित होंगी और इससे स्थानीय लोगों के साथ-साथ पर्यटकों को भी सुविधा होगी. उन्होंने कहा कि शिमला न केवल प्रदेश की राजधानी है, बल्कि प्रमुख पर्यटन स्थल भी है. उन्होंने कहा कि मौजूदा सड़कों को चौड़ा करने, पैदल पथ और पार्किंग स्लॉट बनाने, पानी की आपूर्ति में सुधार सहित पार्कों के सौंदर्यीकरण करने के प्रयास किए जा रहे हैं.
जयराम ठाकुर ने कहा कि वर्ष 2018 की गर्मियों में जल संकट के पश्चात शिमला शहर में 70 करोड़ रुपये की चाबा जलापूर्ति योजना 9 महीने के रिकॉर्ड समय में पूरी की गई. उन्होंने कहा कि इससे शिमला शहर में पानी की समस्या का समाधान (water problem in shimla city) हो गया है. उन्होंने पिछली सरकार पर शिमला शहर के लोगों के हितों की अनदेखी करने का आरोप भी लगाया. उन्होंने कहा कि वर्तमान राज्य सरकार ने राजधानी के लोगों की सुविधा के दृष्टिगत शिमला शहर के लिए कई परियोजनाएं शुरू की हैं. उन्होंने कहा कि आईजीएमसी शिमला के नए ओपीडी खण्ड के निर्माण के लिए वर्तमान सरकार द्वारा पर्याप्त बजट उपलब्ध करवाया गया है. उन्होंने कहा कि यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि विपक्षी नेता इस भवन का श्रेय लेने की प्रयास कर रहे हैं.
पेयजल किल्लत दूर करने को जारी है 1813 करोड़ का प्रोजेक्ट: मुख्यमंत्री ने कहा कि शिमला शहर के लिए 1813 करोड़ रुपये की जलापूर्ति योजना का निर्माण किया जा रहा है, इस योजना के पूरा होने पर शिमलावासियों को 24 घंटे जलापूर्ति सुनिश्चित होगी. उन्होंने कहा कि ढली में डबल लेन सुरंग का निर्माण किया जा रहा है. इससे मार्ग पर वाहनों का निर्बाध आवागमन सुनिश्चित होगा. उन्होंने कहा कि आजादी के उपरांत शिमला शहर में एक भी सुरंग का निर्माण नहीं हुआ.
जयराम ठाकुर ने कहा कि प्रदेश सरकार ने राज्य के सभी क्षेत्रों का अभूतपूर्व विकास सुनिश्चित किया है. उन्होंने कहा कि पिछले साढ़े चार वर्षों के दौरान समाज के कमजोर वर्गों के उत्थान पर विशेष ध्यान दिया गया है. उन्होंने कहा कि राज्य सरकार की सभी कल्याणकारी योजनाओं का उद्देश्य गरीबों और समाज के कमजोर वर्गों का सामाजिक-आर्थिक उत्थान सुनिश्चित करना है.
मुख्यमंत्री ने कहा कि वह खामोशी से कार्य करने को प्राथमिकता देते हैं और प्रतिशोध की राजनीति में विश्वास नहीं करते. उन्होंने प्रदेश और प्रदेशवासियों के प्रति उनके स्नेह के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का आभार व्यक्त किया. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री ने राजग सरकार के आठ साल पूरे होने का समारोह मनाने के लिए शिमला और मुख्य सचिवों के सम्मेलन के आयोजन के लिए धर्मशाला को चुना, जो राज्य और यहां के लोगों के प्रति उनके स्नेह को दर्शाता है. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री के राज्य के लगातार दौरे कांग्रेस नेताओं को शायद रास नहीं आ रहे हैं.
17 करोड़ रुपये की लागत से बनेगा ढली बस अड्डा: शहरी विकास मंत्री सुरेश भारद्वाज ने अमृत मिशन के अन्तर्गत 20 करोड़ रुपये लागत से बनने वाली सब्जी मंडी और अन्य विकासात्मक परियोजनाओं की आधारशिला रखने के लिए मुख्यमंत्री का आभार व्यक्त किया. उन्होंने कहा कि यह परियोजनाएं स्थानीय लोगों के साथ-साथ प्रदेश की राजधानी शिमला आने वाले पर्यटकों को विश्व स्तरीय सुविधाएं प्रदान करने में सहायक सिद्ध होंगे.
उन्होंने कहा कि स्मार्ट सिटी परियोजना (smart city project in himachal) के तहत 17 करोड़ रुपये की लागत से ढली बस अड्डे का निर्माण किया जाएगा. उन्होंने शिमला शहर के लोगों से आग्रह किया कि शिमला को सही मायनों में स्मार्ट सिटी बनाने के लिए प्रशासन का सहयोग करे. उन्होंने गरीबों और जरूरतमंदों के उत्थान के लिए विभिन्न कल्याणकारी योजनाएं आरम्भ करने के लिए भी मुख्यमंत्री का आभार व्यक्त किया. इस अवसर पर कसुम्पटी के भाजपा मंडलाध्यक्ष जितेंद्र कुमार ने मुख्यमंत्री व अन्य गणमान्य व्यक्तियों का स्वागत किया.
आधुनिक तकनीक से लैस फायर ब्रिगेड के 21 वाहनों को सीएम जयराम ने हरी झंडी दिखाकर किया रवाना: इसके अलावा अग्निशमन विभाग के बेड़े में 21 नए वाहन जुड़ गए हैं. इन नए वाहनों की खरीद पर 7.64 करोड़ रुपये खर्च किए गए हैं. आधुनिक तकनीक से लैस इन वाहनों को मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने रिज मैदान से हरी झंडी दिखाकर रवाना (fire brigade vehicles equipped with modern technology) किया. सात करोड़ 64 लाख रुपये से खरीदे गए इन 21 वाहनों में 10 वाटर टेंडर, दो कम्बाइंड फोग एंड सीटू टेंडर, दो एडवांस टेंडर, सात क्यिूक रिपांस व्हीकल शामिल हैं.
सीएम ने बताया कि आधुनिक तकनीक से लैस इन वाहनों से आगजनी की घटनाओं को काबू में करने के लिए सहायता मिलेगी. उन्होंने कहा कि आज के समय में जैसे ही आगजनी की घटनाएं बढ़ी है, वैसे ही जानमाल की रक्षा के लिए आधुनिक उपकरणों की आवश्यकता हैं जिसे देखते हुए इन 21 वाहनों को प्रदेश के अग्निश्मन विभाग के सपुर्द किया गया है. चार सालों में अग्निश्मन विभाग ने अच्छा काम किया है. इन वाहनों से विभाग के काम को बल मिलेगा. सीएम जयराम ने कहा कि ये वाहन हाईटेक हैं और आधुनिक तकनीक से लैस हैं. इसलिए रेसक्यू ऑपरेशन में भी यह कारगर साबित होंगे.
इन वाहनों को किनौर जिले के भावनगर के लिए दो व सांगला के लिए दो वाहन भेजे गए. इसके अलावा शिमला जिले के बालूगंज के लिए एक वाहन, जुब्बल के लिए एक और टिक्कर के लिए दो वाहन भेजे गए. वहीं, बिलासपुर जिले के श्री नैना देवी के लिए एक वाहन भेजा गया. इसके अलावा प्रदेश के अन्य जिलों के लिए भी वाहन भेजे गए.
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