शिमला: कोविड-19 की दूसरी डोज लगाने में अव्वल रहने पर हिमाचल की पीठ थपथपाने के लिए केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री मनसुख मंडाविया हिमाचल (Union health minister mansukh mandaviya) आएंगे. कयास लगाए जा रहे थे कि बिलासपुर में होने वाले इस कार्यक्रम में भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा (bjp President himachal tour) भी आएंगे, लेकिन पंजाब भाजपा के साथ कार्यक्रम तय होने के कारण उनका हिमाचल दौरा संकट में लग रहा है. ऐसे में नड्डा इस कार्यक्रम से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए जुड़ेंगे.
स्वास्थ्य मंत्री डॉ. राजीव सैजल (himachal health minister rajiv saizal) ने कहा कि पहली रोज लगाने में भी हिमाचल प्रदेश देश भर में अव्वल (first dose of corona in himachal) रहा था. अब दूसरी डोज लगाने में भी हिमाचल दूसरे राज्यों से कहीं आगे है. उन्होंने कहा कि 4 दिसंबर से पहले तक हिमाचल कोरोना वैक्सीन की दूसरी डोज (second dose vaccination in himachal) का टारगेट भी पूरा कर लेगा. इसके लिए एक विशेष कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है. जिसमें केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री खुद मौजूद रहेंगे. स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि केंद्र द्वारा दिए गए टारगेट (himachal vaccination target) के अनुसार केवल 4 प्रतिशत लोगों को ही कोरोना संक्रमण से बचाव का दूसरा टीका लगाना शेष है.
प्रदेश सरकार ने 96 प्रतिशत लोगों को दो डोज लगा दी है. यह शेष लक्ष्य भी 4 दिसंबर तक आसानी से हासिल हो जाएगा. केंद्र की तरफ से हिमाचल को कोरोना संक्रमण से बचाव की पहली और दूसरी डोज 53.77 लाख लोगों को लगानी है. हालांकि हिमाचल में पहली डोज 58 लाख से अधिक लोगों को लगाई जा चुकी है. स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि बिलासपुर में इसी उपलक्ष पर कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है कार्यक्रम की तैयारियां प्रदेश सरकार ने पूरी कर दी है. हिमाचल प्रदेश के लिए यह बहुत बड़ी उपलब्धि है.
उन्होंने कहा कि जिस मेहनत के साथ स्वास्थ्य विभाग और प्रदेश के लोगों ने काम किया है वह सराहनीय है. कोरोना वैक्सीन की दोनों डोज लगाने में स्वास्थ्य विभाग के अलावा प्रदेश सरकार के अन्य कर्मचारियों और पंचायत स्तर पर भी बेहतरीन कार्य किया गया है. उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश में कोरोना संक्रमण के एक्टिव केस केवल 834 रह गए हैं. यह प्रदेश वासियों के लिए सुखद स्थिति है, लेकिन सावधानी अभी भी बरतने की जरूरत है. अगर केस कम हुए हैं तो इसका अर्थ यह नहीं है कि प्रदेश से कोरोना खत्म हो गया है. इसलिए प्रदेशवासियों को लंबे समय तक करोना से बचाव की सावधानियां अपनानी पड़ेगी.
संक्रमण के नए वेरिएंट (new variant of corona in himachal) पर बोलते हुए स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि इसके लिए केंद्र सरकार की तरफ से एडवाइजरी जारी की गई है. हिमाचल प्रदेश में केंद्र सरकार की एडवाइज को फॉलो किया जा रहा है और उसी अनुसार सावधानियां अपनाई जा रही हैं. हिमाचल प्रदेश में अभी तक नए वेरिएंट का कोई केस दर्ज नहीं किया गया है. इसके अलावा प्रदेश सरकार की तरफ से पूरी सावधानियां अपना ही जा रही हैं. उन्होंने कहा कि अगर नए वेरिएंट का कोई मामला मिलता भी है तो घबराने की आवश्यकता नहीं है प्रदेश सरकार ने इससे निपटने के पुख्ता इंतजाम किए हैं.
हिमाचल में विशेषज्ञ डॉक्टरों की सेवानिवृत्ति को लेकर पूछे गए सवाल का जवाब देते हुए स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि हिमाचल में एमसीएच डिग्री करने वालों की रिटायरमेंट उम्र 65 वर्ष है, जबकि एमडी करने वालों के लिए रिटायरमेंट उम्र 62 वर्ष है. उन दिनों में ऐसा निर्णय लिया गया था ताकि वरिष्ठ डॉक्टरों के अनुभव का लोगों को अधिक से अधिक लाभ मिल सके, लेकिन लंबे समय से अब डॉक्टरों की मांग आ रही है कि सभी डॉक्टर्स की रिटायरमेंट उम्र एक समान होनी चाहिए. जिसको लेकर प्रदेश सरकार अलग-अलग स्तर पर विचार कर रही है.
उन्होंने कहा कि जल्द ही यह मामला मुख्यमंत्री के पास भी ले जाया जाएगा. इससे पहले भी इस मांग को लेकर डॉक्टर उनके साथ मुलाकात कर चुके हैं. जैसे ही डॉक्टर की राय और विभाग के विचार विमर्श के बाद एकमत बनता है तो डॉक्टर की यह मांग भी जल्द पूरी कर दी जाएगी.
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