ETV Bharat / city

34वां अंतरराष्ट्रीय सूरजकुंड हस्तशिल्प मेला: पहले वीकेंड पर उमड़ी लोगों की भीड़ - सूरजकुंड मेले में बंचारी नगाड़ा नृत्य

अरावली की हसीन वादियों में सजा हुआ 34वां अंतरराष्ट्रीय सूरजकुंड हस्तशिल्प मेला अपने रंग बिखेरने के लिए पूरी तरह से तैयार है और पहले वीकेंड पर लोगों की भारी भीड़ देखने को मिली. मेले में हरियाणा का बंचारी नगड़ा नृत्य लोगों का काफी पसंद आ रहा है.

haryana famous banchari nagada dance in surajkund handicraft mela
सूरजकुंड हस्तशिल्प मेला में डांस करते कलाकार
author img

By

Published : Feb 2, 2020, 8:18 PM IST

शिमला/फरीदाबाद: हरियाणा का बंचारी नगाड़ा नृत्य देश ही विदेशों में भी काफी मशहूर है. बंचारी नगाड़ा कलाकार अपने मनमोहक नृत्य से लोगों का दिल जीत लेते हैं. अब ये कलाकार फरीदाबाद के सूरजकुंड मेले में लोगों का दिल जीत रहे हैं. 34वें सूरजकुंड मेले में हरियाणा का बंचारी नगाड़ा नृत्य लोगों का काफी पसंद आ रहा है.

बंचारी नगाड़ा कलाकारों ने बताया की उनकी ये कला उनके पुरखों के समय से चली आ रही है और देश विदेश में उनके नगाड़े की बहुत मांग है. उनका कहना था कि मेले के दौरान सारा दिन उनकी परफॉर्मेंस चलती रहती है. थकावट होने के बावजूद दर्शकों के जोश और उत्साह को देखकर उनकी सारी थकान दूर हो जाती है.

वीडियो

कलाकारों ने बताया कि फागुन के महीने में, होली के त्योहार पर बंचारी के नगाड़े का विशेष महत्व होता है और इसका इतिहास भगवान श्री कृष्ण की लीला से जुड़ा हुआ है. वो पूरे फागुन अपने नृत्य का अभ्यास करते हैं.

39 देश ले रहे मेले में हिस्सा

इस बार सूरजकुंड मेले में 39 देश हिस्सा ले रहे हैं और लगभग 3000 दुकानें बनाई गई हैं. इस साल हिमाचल प्रदेश को थीम राज्य बनाया गया है. ऐसे में सूरजकुंड अंतरराष्ट्रीय हस्तशिल्प मेले में दर्शकों को हिमाचल प्रदेश की हस्तकला, संस्कृति और बेजोड़ शिल्पकला देखने को मिल रही है. सूरजकुंड मेला के थीम राज्य हिमाचल प्रदेश होने के कारण मेले में रंगीन हिमाचली टोपी, शॉल भी देश-विदेश के पर्यटकों का ध्यान खींच रहे हैं.

ये भी पढ़िए: सूरजकुंड मेले में बिखरे हिमाचली संस्कृति के रंग, कलाकारों ने पहाड़ी नाटी से बांधा समां

शिमला/फरीदाबाद: हरियाणा का बंचारी नगाड़ा नृत्य देश ही विदेशों में भी काफी मशहूर है. बंचारी नगाड़ा कलाकार अपने मनमोहक नृत्य से लोगों का दिल जीत लेते हैं. अब ये कलाकार फरीदाबाद के सूरजकुंड मेले में लोगों का दिल जीत रहे हैं. 34वें सूरजकुंड मेले में हरियाणा का बंचारी नगाड़ा नृत्य लोगों का काफी पसंद आ रहा है.

बंचारी नगाड़ा कलाकारों ने बताया की उनकी ये कला उनके पुरखों के समय से चली आ रही है और देश विदेश में उनके नगाड़े की बहुत मांग है. उनका कहना था कि मेले के दौरान सारा दिन उनकी परफॉर्मेंस चलती रहती है. थकावट होने के बावजूद दर्शकों के जोश और उत्साह को देखकर उनकी सारी थकान दूर हो जाती है.

वीडियो

कलाकारों ने बताया कि फागुन के महीने में, होली के त्योहार पर बंचारी के नगाड़े का विशेष महत्व होता है और इसका इतिहास भगवान श्री कृष्ण की लीला से जुड़ा हुआ है. वो पूरे फागुन अपने नृत्य का अभ्यास करते हैं.

39 देश ले रहे मेले में हिस्सा

इस बार सूरजकुंड मेले में 39 देश हिस्सा ले रहे हैं और लगभग 3000 दुकानें बनाई गई हैं. इस साल हिमाचल प्रदेश को थीम राज्य बनाया गया है. ऐसे में सूरजकुंड अंतरराष्ट्रीय हस्तशिल्प मेले में दर्शकों को हिमाचल प्रदेश की हस्तकला, संस्कृति और बेजोड़ शिल्पकला देखने को मिल रही है. सूरजकुंड मेला के थीम राज्य हिमाचल प्रदेश होने के कारण मेले में रंगीन हिमाचली टोपी, शॉल भी देश-विदेश के पर्यटकों का ध्यान खींच रहे हैं.

ये भी पढ़िए: सूरजकुंड मेले में बिखरे हिमाचली संस्कृति के रंग, कलाकारों ने पहाड़ी नाटी से बांधा समां

Intro:फरीदाबाद- अंतर्राष्ट्रीय सूरजकुंड मेले में देश विदेश मे मशहूर हरियाणा केे बंजारी नगाड़ेे की धूमBody:एंकर - देश-विदेश में मशहूर हरियाणा के बंजारी का नगाड़ा एक बार फिर 34 वें अंतरराष्ट्रीय सूरजकुंड मेले के प्रांगण में अपनी धूम मचाने के लिए आ गया है तस्वीरों में आप देख सकते हैं कि किस प्रकार लोग मशहूर बंचारी के नगाड़े का आनंद उठा रहे हैं हर वर्ग के लोग यहां इस नगाड़े का लुत्फ ले रहे हैं वही ड्यूटी पर तैनात पुलिसकर्मी भी अपनी ड्यूटी छोड़ इस नगाड़े का आनंद लेने पहुंच गए !

खास बातचीत में बंचारी के नगाड़ा कलाकारों ने बताया की उनकी यह कला उनके पुरखों के समय से चली आ रही है और देश विदेश में उनके नगाड़े की बहुत मांग है उनका कहना था कि मेले के दौरान सारा दिन उनकी परफॉर्मेंस चलती रहती  है थकावट होने के बावजूद  दर्शकों के जोश और उत्साह को देखकर उनकी सारी थकान दूर हो जाती है ! उन्होंने बताया फागुन के महीने में होली के त्योहार पर बंचारी के नगाड़े का विशेष महत्त्वव होता है और इसका इतिहास भगवान श्री कृष्ण की लीला से जुड़ा हुआ है !

बाइट - बंचारी नगाड़ा कलाकारConclusion:
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.