शिमला: राज्यपाल राजेंद्र विश्वनाथ आर्लेकर ने हिमाचल प्रदेश पुलिस के ऑरकेस्ट्रा हार्मनी ऑफ द पाइन्स पुलिस बैंड को शिमला में प्रेरणा स्रोत पुरस्कार से सम्मानित किया. इस ऑरकेस्ट्रा बैंड ने एक रियलिटी शो में भाग लेकर हिमाचल का मान बढ़ाया है. शुक्रवार को राजभवन में आयोजित समारोह में राज्यपाल ने कहा कि हार्मनी ऑफ द पाइन्स के माध्यम से समाज में उपयोगी संदेश प्रसारित किए जाने चाहिए. पूर्व में भी प्रदेश पुलिस बल नशा निवारण, कोरोना महामारी, यातायात प्रबंधन इत्यादि पर वीडियो संदेश तैयार कर चुकी है और भविष्य में भी इसी तरह के सामाजिक सरोकारों पर बैंड का योगदान लिया जा सकता है.
राज्यपाल ने कहा कि खाकी वर्दी से सुसज्जित यह जवान इतने बेहतरीन (Governor honours Harmony of the Pines) और प्रतिभावान कलाकार हैं जिसकी जितनी प्रशंसा की जाए कम है. राजेंद्र विश्वनाथ आर्लेकर ने कहा कि उन्होंने इस बैंड के प्रदर्शन के वीडियो देखे हैं और इसके सम्बन्ध में गोवा से भी उन्हें प्रतिक्रियाएं प्राप्त हुई हैं. इनके हुनर का कोई मुकाबला नहीं और हमें इन पर गर्व है.
राज्यपाल ने कहा कि बैंड की इस उपलब्धि से पुलिस के प्रति लोगों के दृष्टिकोण में बदलाव आया है. यह बदलाव आने वाले समय में जनमित्र पुलिस की छवि को और मजबूत करेगा. उन्होंने इस बैंड के सार्वजनिक प्रदर्शन पर बल दिया. उन्होंने कहा कि (Governor honours Harmony of the Pines) बैंड को रिकॉर्डिंग के लिए एक समर्पित स्टूडियो स्थापित किए जाने से इनके प्रस्तुतिकरण में और निखार आएगा. उन्होंने प्रदेश पुलिस की अब तक की यात्रा और उल्लेखनीय कार्यों से सम्बन्धित एक म्यूजिकल वीडियो तैयार करने का भी आग्रह किया.
पुलिस महानिदेशक संजय कुंडू ने (DGP Sanjay Kundu) राज्यपाल का आभार व्यक्त किया. उन्होंने बताया कि हिमाचल प्रदेश पुलिस ऑरकेस्ट्रा जिसे हार्मनी ऑफ द पाइन्स के नाम से जाना जाता है की स्थापना वर्ष 1996 में की गई थी. उन्होंने कहा कि इस ऑरकेस्ट्रा ने अपनी यात्रा छोटे स्तर से शुरू की जिसमें प्रदेश पुलिस के प्रतिभावान जवान पुलिस विभाग तथा रेडक्रॉस सोसायटी के विभिन्न कार्यक्रमों में अपनी प्रस्तुति देते थे. इसके उपरान्त पुलिस ऑरकेस्ट्रा ने भाषा, कला एवं संस्कृति विभाग, दूरदर्शन सहित विभिन्न राज्य स्तरीय विभिन्न मेलों इत्यादि में भी अपनी प्रस्तुति देना प्रारम्भ किया. इससे पूर्व हिमाचल प्रदेश पुलिस ऑरकेस्ट्रा द्वारा ‘हुनरबाज देश की शान’ और अन्य गीतों पर अपनी प्रस्तुति दी गई. ऑरकेस्ट्रा ने अन्य लोकप्रिय गीतों की लड़ी भी प्रस्तुत की.