शिमला: हिमाचल सरकार ने अभी केंद्रीय दल को 1981.86 करोड़ रुपये के नुकसान का अंतरिम ज्ञापन सौंपा गया है. हिमाचल के मुख्य सचिव आरडी धीमान ने बताया कि इसमें लोक निर्माण विभाग को 957.09 करोड़ रुपये और जल शक्ति विभाग को 725.07 करोड़ रुपये के नुकसान का अनुमान है. इसके अलावा अन्य विभागों और निजी संपत्ति की भी भारी क्षति हुई है. प्रदेश में अभी तक इस मानसून सीजन (monsoon season in himachal) के दौरान आपदा से कुल 284 लोगों की मौत हुई है, जबकि 522 लोग घायल हुए हैं और 9 लोग अभी भी लापता हैं. 169 मकान पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गए हैं, जबकि 825 मकानों को आंशिक क्षति पहुंची है. 72 दुकानें और 887 गौशालाएं भी तबाह हुई हैं. इस दौरान 587 पशु भी मारे गए हैं.
मुख्य सचिव ने कहा कि यह केवल अंतरिम रिपोर्ट (Loss Due to Rain Himachal) है और आने वाले दिनों में इन आंकड़ों में काफी वृद्धि की संभावना है, क्योंकि अभी मानसून सीजन के 20-25 दिन शेष हैं तथा कई स्थानों पर नुकसान का आकलन किया जा रहा है, जिसकी अंतिम रिपोर्ट सीजन के अंत तक प्रस्तुत की जाएगी. इस रिपोर्ट में केंद्रीय दल के सुझाव भी शामिल किए जाएंगे.
हिमाचल प्रदेश में मानसून सीजन के दौरान अभी तक हुए नुकसान का आकलन करने पहुंची केंद्र (government submitted a memorandum to central team) की एक उच्च स्तरीय अंतर-मंत्रालय टीम ने मंगलवार को मुख्य सचिव आरडी धीमान और सभी संबंधित विभागों के उच्च अधिकारियों के साथ वर्चुअल माध्यम से बैठक कर नुकसान की रिपोर्ट पर चर्चा की तथा इस संबंध में अंतरिम ज्ञापन प्राप्त किया. केंद्रीय टीम की अगुवाई कर रहे गृह मंत्रालय के संयुक्त सचिव (आपदा प्रबंधन) सुनील कुमार वर्णवाल और अन्य सदस्य धर्मशाला से और टीम के अन्य सदस्यों सुभाष कुमार और दीपशेखर सिंघल बिलासपुर से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से बैठक में शामिल हुए. इस अवसर पर मुख्य सचिव आरडी धीमान (Himachal Chief Secretary RD Dhiman) ने बताया कि प्रदेश सरकार के विशेष आग्रह पर पहली बार केंद्रीय दल ने मानसून सीजन के दौरान ही 28 से 30 अगस्त तक राज्य का दौरा किया है. इससे वास्तविक स्थिति के आकलन में मदद मिली है.
इस अवसर पर केंद्रीय टीम के अध्यक्ष सुनील कुमार बरनवाल ने बताया कि टीम के दो अलग-अलग समूहों ने कांगड़ा, चंबा, मंडी और कुल्लू जिलों के आपदा प्रभावित क्षेत्रों का व्यापक दौरा करके स्थिति का जायजा लिया. इस दौरान उन्होंने राहत शिविरों का भी दौरा किया. उन्होंने कहा कि प्रदेश के इन क्षेत्रों में भारी नुकसान (Damage in Himachal due to rain) हुआ है. उन्होंने राहत एवं बचाव के लिए स्थानीय प्रशासन और सरकार द्वारा उठाए गए कदमों की सराहना भी की. सुनील कुमार बर्णवालऔर टीम के अन्य सदस्यों ने रिपोर्ट के संबंध में कई महत्वपूर्ण सुझाव भी रखे. केंद्रीय टीम के साथ व्यापक चर्चा के बाद मुख्य सचिव ने सभी संबंधित विभागों के उच्च अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे बरसात के मौसम के अंत तक नुकसान की विस्तृत रिपोर्ट तैयार करवाएं तथा फील्ड के अधिकारियों को सक्रिय करें.
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