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किसानों-बागवानों और फूल उत्पादकों को मिलेगी मार्केटिंग सुविधा, सरकार खर्च रही 250 करोड़: वीरेंद्र कंवर - फूल उत्पादकों को मार्केटिंग सुविधा

कृषि मंत्री वीरेंद्र कंवर ने कहा कि हिमाचल सरकार किसानों बागवानों र फूल उत्पादकों के लिए गंभीरता से कार्य कर रही है. वीरेंद्र कंवर ने कहा कि प्राकृतिक खेती के तहत किसान (Natural Farming in Himachal Pradesh) अपना माल उपभोक्ता तक पहुंचा सके इसके लिए एपीएमसी के तहत प्रदेश में 10 मंडियों की व्यवस्था की जाएगी. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि बजट में संभावित अन्य मंडी ऊना में खोली जाएगी ताकि फूल उत्पादक किसान को किसी प्रकार की असुविधा का सामना न करना पड़े.

provide marketing facility to farmers in Himachal
हिमाचल में किसानों को विपणन सुविधा उपलब्ध कराने पर सरकार का जौर.
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Published : Apr 28, 2022, 6:59 PM IST

शिमला: ग्रामीण विकास पंचायती राज और कृषि मंत्री वीरेंद्र कंवर (Rural Development Panchayati Raj and Agriculture Minister Virender Kanwar) ने कहा कि हिमाचल सरकार किसानों बागवानों र फूल उत्पादकों के लिए गंभीरता से कार्य कर रही है. उन्होंने कहा कि किसानों बागवानों को बाजार में उचित दाम मिले इसके लिए मार्केटिंग पर केंद्रित व्यवस्था को लेकर सरकार 250 करोड़ रुपए खर्च कर रही है. वीरेन्द्र कंवर गुरुवार को शिमला के समीप ढली सब्जी मंडी किसान भवन में किसानों बागवानों को संबोधित कर रहे थे.

उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश में प्राकृतिक खेती (Natural Farming in Himachal Pradesh) के तहत 1 लाख 70 हजार किसानों ने लाभ उठाया. वीरेंद्र कंवर ने कहा कि प्राकृतिक खेती के तहत किसान अपना माल उपभोक्ता तक पहुंचा सके इसके लिए एपीएमसी के तहत प्रदेश में 10 मंडियों की व्यवस्था की जाएगी. फूल उत्पादकों को माल बेचने के लिए परवाणू में मंडी आरम्भ की है, जिसमें मई माह से विपणन व विनिमय कार्य आरम्भ होगा.

उन्होंने कहा कि बजट में संभावित अन्य मंडी ऊना में खोली जाएगी ताकि फूल उत्पादक किसान को किसी प्रकार की असुविधा का सामना (marketing facility to farmers in Himachal) न करना पड़े. उन्होंने कहा कि इनाम (राष्ट्रीय कृषि विपणन) व्यवस्था पूरे प्रदेश में लागू हो किसान, बागवान इसे अपनाएं, इसके लिए सम्मिलित प्रयास आवश्यक है. उन्होंने कहा कि इस संबंध में अभियान चलाकर किसानों व बागवानों को जागरूक किया जाएगा ताकि उन्हें उचित विपणन बाजार मिल सके.

उन्होंने आज ई-नाम योजना के अंतर्गत उत्कृष्ट कार्य करने के लिए फल मंडी सोलन को प्राप्त प्राइम मिनिस्टर अवार्ड फाॅर एक्सीलेंस इन पब्लिक एडमिनिस्ट्रेशन 2019 प्राप्त करने के लिए बधाई दी तथा फल मंडी सोलन के पदाधिकारियों व अन्य कर्मचारियों को सम्मानित किया. सम्मानित होने वालों में एपीएमसी सोलन के अध्यक्ष संजीव कश्यप, सचिव रविन्द्र कुमार शर्मा, निदेशक कृषि डाॅ. नरेन्द्र धीमान, प्रबंध निदेशक हिमाचल प्रदेश राज्य कृषि विपणन बोर्ड नरेश ठाकुर, एनालिस्ट सोलन विकास कश्यप, एनालिस्ट इनाम मंडी सोलन, भूपेन्द्र ठाकुर, डाटा एंट्री ऑपरेटर कैथरीन, रूपा सूद दारूनी, व्यापारी पदम सिंह पुंडीर, हेम चंद शर्मा के अलावा किसान सतपाल, हिमाचल प्रदेश राज्य कृषि विपणन बोर्ड के मार्किंटिंग अधिकारी अनिल शर्मा, परियोजना प्रबंधक दिशा गुप्ता, राज्य समन्वयक अंकुश सोलंकी तथा प्रधान आढ़ती एसोसिएशन ढली पराला मंडी हरीश ठाकुर शामिल हैं.

हिमाचल प्रदेश राज्य कृषि विपणन बोर्ड के अध्यक्ष बलदेव भंडारी ने कहा कि प्रदेश की विभिन्न मंडियों की खराब हालत को सुधारने के लिए 48 करोड़ रुपये व्यय किए. उन्होंने बताया कि अभी तक 61 मंडियों को स्तरोन्नत किया गया है, जिनमें 21 नई मंडियां निर्मित की गई है. उन्होंने बताया कि विश्व बैंक के सहयोग से परवाणू में बड़ी मंडियों का निर्माण कार्य किया जाएगा, इसके अतिरिक्त पराला में 60 करोड़ रुपये से सीए स्टोर बनाया जाएगा.

उन्होंने बताया कि प्रदेश के विभिन्न क्षेत्रों में अनाज के लिए 11 अनाज मंडियां काम कर रही हैं. एपीएमसी शिमला के अध्यक्ष नरेश शर्मा ने शिमला में बागवानों, किसानों के लिए विपणन व अन्य कार्यों का उल्लेख किया. हिमाचल प्रदेश राज्य कृषि विपणन बोर्ड के प्रबंध निदेशक (Managing Director of Himachal Pradesh State Agricultural Marketing Board) नरेश ठाकुर ने बोर्ड द्वारा विभिन्न क्षेत्रों में किए जा रहे कार्यों का उल्लेख किया. इस अवसर पर उप-महापौर नगर निगम शिमला शैलेंद्र चैहान, गुड़िया सक्षम बोर्ड की उपाध्यक्ष रूपा शर्मा, पार्षद कमलेश मेहता समेत बड़ी संख्या में किसान और बागवान उपस्थित थे.

शिमला: ग्रामीण विकास पंचायती राज और कृषि मंत्री वीरेंद्र कंवर (Rural Development Panchayati Raj and Agriculture Minister Virender Kanwar) ने कहा कि हिमाचल सरकार किसानों बागवानों र फूल उत्पादकों के लिए गंभीरता से कार्य कर रही है. उन्होंने कहा कि किसानों बागवानों को बाजार में उचित दाम मिले इसके लिए मार्केटिंग पर केंद्रित व्यवस्था को लेकर सरकार 250 करोड़ रुपए खर्च कर रही है. वीरेन्द्र कंवर गुरुवार को शिमला के समीप ढली सब्जी मंडी किसान भवन में किसानों बागवानों को संबोधित कर रहे थे.

उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश में प्राकृतिक खेती (Natural Farming in Himachal Pradesh) के तहत 1 लाख 70 हजार किसानों ने लाभ उठाया. वीरेंद्र कंवर ने कहा कि प्राकृतिक खेती के तहत किसान अपना माल उपभोक्ता तक पहुंचा सके इसके लिए एपीएमसी के तहत प्रदेश में 10 मंडियों की व्यवस्था की जाएगी. फूल उत्पादकों को माल बेचने के लिए परवाणू में मंडी आरम्भ की है, जिसमें मई माह से विपणन व विनिमय कार्य आरम्भ होगा.

उन्होंने कहा कि बजट में संभावित अन्य मंडी ऊना में खोली जाएगी ताकि फूल उत्पादक किसान को किसी प्रकार की असुविधा का सामना (marketing facility to farmers in Himachal) न करना पड़े. उन्होंने कहा कि इनाम (राष्ट्रीय कृषि विपणन) व्यवस्था पूरे प्रदेश में लागू हो किसान, बागवान इसे अपनाएं, इसके लिए सम्मिलित प्रयास आवश्यक है. उन्होंने कहा कि इस संबंध में अभियान चलाकर किसानों व बागवानों को जागरूक किया जाएगा ताकि उन्हें उचित विपणन बाजार मिल सके.

उन्होंने आज ई-नाम योजना के अंतर्गत उत्कृष्ट कार्य करने के लिए फल मंडी सोलन को प्राप्त प्राइम मिनिस्टर अवार्ड फाॅर एक्सीलेंस इन पब्लिक एडमिनिस्ट्रेशन 2019 प्राप्त करने के लिए बधाई दी तथा फल मंडी सोलन के पदाधिकारियों व अन्य कर्मचारियों को सम्मानित किया. सम्मानित होने वालों में एपीएमसी सोलन के अध्यक्ष संजीव कश्यप, सचिव रविन्द्र कुमार शर्मा, निदेशक कृषि डाॅ. नरेन्द्र धीमान, प्रबंध निदेशक हिमाचल प्रदेश राज्य कृषि विपणन बोर्ड नरेश ठाकुर, एनालिस्ट सोलन विकास कश्यप, एनालिस्ट इनाम मंडी सोलन, भूपेन्द्र ठाकुर, डाटा एंट्री ऑपरेटर कैथरीन, रूपा सूद दारूनी, व्यापारी पदम सिंह पुंडीर, हेम चंद शर्मा के अलावा किसान सतपाल, हिमाचल प्रदेश राज्य कृषि विपणन बोर्ड के मार्किंटिंग अधिकारी अनिल शर्मा, परियोजना प्रबंधक दिशा गुप्ता, राज्य समन्वयक अंकुश सोलंकी तथा प्रधान आढ़ती एसोसिएशन ढली पराला मंडी हरीश ठाकुर शामिल हैं.

हिमाचल प्रदेश राज्य कृषि विपणन बोर्ड के अध्यक्ष बलदेव भंडारी ने कहा कि प्रदेश की विभिन्न मंडियों की खराब हालत को सुधारने के लिए 48 करोड़ रुपये व्यय किए. उन्होंने बताया कि अभी तक 61 मंडियों को स्तरोन्नत किया गया है, जिनमें 21 नई मंडियां निर्मित की गई है. उन्होंने बताया कि विश्व बैंक के सहयोग से परवाणू में बड़ी मंडियों का निर्माण कार्य किया जाएगा, इसके अतिरिक्त पराला में 60 करोड़ रुपये से सीए स्टोर बनाया जाएगा.

उन्होंने बताया कि प्रदेश के विभिन्न क्षेत्रों में अनाज के लिए 11 अनाज मंडियां काम कर रही हैं. एपीएमसी शिमला के अध्यक्ष नरेश शर्मा ने शिमला में बागवानों, किसानों के लिए विपणन व अन्य कार्यों का उल्लेख किया. हिमाचल प्रदेश राज्य कृषि विपणन बोर्ड के प्रबंध निदेशक (Managing Director of Himachal Pradesh State Agricultural Marketing Board) नरेश ठाकुर ने बोर्ड द्वारा विभिन्न क्षेत्रों में किए जा रहे कार्यों का उल्लेख किया. इस अवसर पर उप-महापौर नगर निगम शिमला शैलेंद्र चैहान, गुड़िया सक्षम बोर्ड की उपाध्यक्ष रूपा शर्मा, पार्षद कमलेश मेहता समेत बड़ी संख्या में किसान और बागवान उपस्थित थे.

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