चंडीगढ़: देश में इस वक्त पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव (assembly election in 5 state) चल रहे हैं. ऐसे में बीजेपी लगातार इन राज्यों में जनसंपर्क अभियान कर रही है. साथ ही, बीजेपी शासित राज्यों के मुख्यमंत्री भी पंजाब की सियासत में उतर गए हैं. इसी कड़ी में हिमाचल के सीएम जयराम ठाकुर उत्तराखंड और पंजाब में पार्टी के प्रचार के लिए कई विधानसभा हलकों में गए थे. पंजाब की सियासत और हिमाचल प्रदेश में आगामी विधानसभा चुनाव को लेकर किस तरह की तैयारियां हैं. इसको लेकर ईटीवी भारत ने हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर से खास बातचीत की.
जयराम ठाकुर से जब सवाल किया गया कि पंजाब में बीजेपी के लिए आप प्रचार कर रहे हैं, आप को बीजेपी की पंजाब में कैसी स्थिति दिखाई देती है ?
जवाब: दो दिन पंजाब के चुनाव अभियान में लगाए हैं. जैसे कि पहले चर्चा चल रही थी कि पंजाब में बीजेपी के लिए बहुत मुश्किल होगी, लेकिन धरातल पर स्थितियां इसके अलग हैं. लोग बीजेपी के कार्यक्रमों में जोश के साथ आ रहे हैं और पार्टी के नेताओं को सुन रहे हैं. उन्हें 7 विधानसभा क्षेत्रों में प्रचार करने का मौका मिला, जिसमें उन्होंने महसूस किया कि पिछले एक सप्ताह में लोगों में बहुत बदलाव आया है. बीजेपी का प्रचार अभियान अब काफी तेजी से चल रहा है और वे आश्वस्त है कि पंजाब में बीजेपी गठबंधन की सरकार बनेगी. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पंजाब में तीन रैलियां करने जा रहे हैं. उसके बाद और भी ज्यादा अंतर जमीन पर दिखाई देगा. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि बीजेपी का कैडर वाली पार्टी है और उसका पार्टी को फायदा भी मिलेगा.
किसान आंदोलन की वजह से ऐसे कयास लगाए जा रहे थे कि बीजेपी को पंजाब में धरातल पर बहुत कड़ी मेहनत करनी पड़ेगी ?
जवाब: अब हालात में परिवर्तन देखने को मिल रहा है. शुरुआत में लग रहा था कि बीजेपी के लिए चुनौती होगी, लेकिन अब किसान भी बदला हुआ नजर आ रहा है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जिस तरीके से कहा कि हम किसानों को तीन कृषि कानून (cm jairam on agricultural law) समझाने में कामयाब नहीं हो पाए. इसलिए मैं इन्हें वापस लेता हूं. साथ ही, उन्होंने लोगों से इसके लिए क्षमा भी मांगी. इससे ज्यादा एक प्रधानमंत्री क्या कर सकता है. उन्होंने बड़प्पन दिखाया और देश हित को सर्वोपरि माना. साथ ही उन्होंने लोगों की भावनाओं की भी कदर की. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री की यह बात लोगों के दिल में घर कर गई है. ऐसे में किसान आंदोलन के बाद जो स्थितियां थी अब बिल्कुल खत्म होने की दिशा में बढ़ रही है, और बीजेपी के लिए धरातल पर अच्छी स्थिति बन रही है.
पंजाब के वे कौन से मुद्दे हैं, जिनको आपकी पार्टी एड्रेस करना चाहेगी और जिस पर आगे बढ़ना चाहेगी ?
जवाब: पंजाब बहुत बड़े वित्तीय संकट से गुजर रहा है. तीन लाख करोड़ से ज्यादा का कर्ज राज्य पर है. ऐसे हालात में प्रदेश के लिए विकास का क्या मॉडल होना चाहिए. वह कांग्रेस और केजरीवाल नहीं दे सकते. पंजाब का किसान मेहनतकश है और पूरे देश के लिए वह अनाज पैदा करता है. उसमें सरकार की ओर से और भी ज्यादा ध्यान देने की जरूरत है, ताकि किसानों की आर्थिकी मजबूत हो सके और जो पैदावार है. उसके दाम भी उचित मिल सके. अनाज को बाजार तक पहुंचाने की व्यवस्था को मजबूत करने की जरूरत है. पंजाब का नौजवान अलग तरह की ही परिस्थितियों से गुजर रहा है. उसको उससे बाहर निकालना जरूरी है. खासतौर पर नशे कि बात की जाए तो युवा नशे की गिरफ्त में है. हालांकि वे मानते हैं कि सरकारों ने कोशिशें तो की होगी, लेकिन वह प्रयास सफल नहीं हो पाए. उस को गंभीरता से लेने की जरूरत है. इसके साथ ही कुछ ऐसे ही प्लान बनाने की जरूरत है.
आजकल डबल इंजन की सरकार की बातें हो रही हैं. क्या आप मानते हैं कि अगर पंजाब में डबल इंजन की सरकार आएगी तो हालात में बदलाव आएंगे ?
जवाब: बदलाव आएगा, जिस तरीके से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी विकास योजनाओं को जनता को समर्पित करने के लिए पंजाब आए थे, लेकिन उन्हें रोक दिया गया. इससे बड़ा दुर्भाग्य कुछ हो नहीं सकता. प्रधानमंत्री ने पंजाब के लिए 43 हजार करोड़ की योजनाएं देनी थी, लेकिन प्रदेश सरकार की ओर से उस वक्त जो सहयोग मिलना चाहिए था वह मिला नहीं. कांग्रेस ने जो किया वह बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है और कांग्रेस के इस कृत्य का चारों ओर निंदा भी हो रही है. इसमें सबसे बड़ी बात यह है कि नुकसान उससे पंजाब का ही हुआ है, जोकि नहीं होना चाहिए था.
देश में इस वक्त पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव हो रहे हैं. इन 5 राज्यों में पार्टी की स्थिति को कैसे देखते हैं ?
जवाब: हम पांचों राज्यों में सरकार बनाने जा रहे हैं. वे उत्तराखंड भी गए थे वहां भी पार्टी के लिए बहुत अच्छा माहौल बना हुआ है. गोवा में भी बीजेपी की बहुत अच्छी स्थिति है. वहीं, उत्तर प्रदेश में भी बहुत अच्छा माहौल बना हुआ है और उन्होंने उम्मीद जताई कि पार्टी की 300 से अधिक सीटें आएंगी. मणिपुर में भी पार्टी की बहुत अच्छी स्थिति है. वहीं, उन्होंने कहा कि जो बातें पंजाब के बारे में उड़ाई जाती थी, जमीनी हकीकत उसके विपरीत है. पंजाब में भी भारतीय जनता पार्टी का गठबंधन बड़ी तेजी से सरकार बनाने की दिशा में आगे बढ़ रहा है और प्रधानमंत्री की रैलियों के बाद माहौल और बदलेगा और निश्चित रूप में बदलाव आएगा.
क्या पंजाब और उत्तराखंड के चुनावी नतीजों का आने वाले समय में हिमाचल में होने वाले चुनावों पर असर पड़ेगा ?
जवाब: निश्चित रूप से अगर पड़ोस में सरकारें पार्टी की बनती है तो उसका असर तो होता ही है. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि हिमाचल की परिस्थितियां अलग है. अबकी बार हमारा जोरदार प्रयास रहेगा कि प्रदेश में फिर से भाजपा की सरकार बने. उन्होंने कहा कि 1985 के बाद प्रदेश में कोई भी सरकार रिपीट नहीं हुई. हमारी कोशिश होगी कि हम उसको बदलने में कामयाब हों.
हिमाचल में यह चर्चा आम है कि आप शालीन व्यक्ति हैं, लेकिन ब्यूरोक्रेसी में जो पकड़ होनी चाहिए वह आप नहीं बना पाए ?
जवाब: वे इसके बारे में कुछ ज्यादा नहीं बोलना चाहते. हर आदमी अपने-अपने हिसाब से इसको लेकर आंकलन करता है. सरकार को अधिकारियों से काम लेना होता है और अगर आपका काम सहजता से सही दिशा में होता हो तो उसमें क्या बुराई है. इसलिए इसमें ज्यादा चर्चा करने की भी जरूरत नहीं है. ब्यूरोक्रेसी के साथ कोआर्डिनेशन के साथ तो काम करना पड़ता है और वह करना भी चाहिए. आप डंडा मार के काम नहीं ले सकते. हिमाचल प्रदेश में ब्यूरोक्रेसी बड़े अच्छे से काम कर रही है. उन्होंने कहा कि 4 साल में उनको किसी भी काम को करवाने में कोई दिक्कत नहीं आई और इस तरह की जो चर्चाएं लोग करते हैं उसके नतीजे विधानसभा के चुनाव में सबके सामने होंगे.
हिमाचल में बीते दिनों नकली शराब की वजह से कुछ लोगों की जान चली गई थी. आप की सरकार ने इस मामले में किस तरीके से कार्रवाई की और आगे इस तरीके के मामले ना आए इसके लिए आपकी सरकार क्या कर रही है ?
जवाब: सही मायने में बात की जाए तो इस तरीके की घटना नहीं करनी चाहिए थी, लेकिन इस घटना के बाद हमारी सरकार ने सख्त कार्रवाई की है. इस मामले में हमारी सरकार ने करीब 20 लोगों को हिरासत में लिया. जिन लोगों को हिरासत में लिया गया है उनसे पूछताछ चल रही है. इसके साथ ही इस मामले के जो मुख्य आरोपी थे उनकी प्रॉपर्टी को भी अटैच करने के बारे में सरकार सोच रही है. इसके साथ ही सरकार यह सोच रही है कि ऐसे मामलों में आरोपियों को कड़ी सजा होनी चाहिए ताकि आने वाले समय में कोई भी इस तरीके की वारदात को अंजाम न दे. इसके साथ ही सरकार ने 3 दिनों के अंदर इस मामले में प्रदेश के अंदर और बाहर गए आरोपियों को पकड़ने में कामयाबी हासिल की थी. इस मामले में हिमाचल प्रदेश पुलिस ने अच्छा काम किया है.
कांग्रेस पार्टी अक्सर हिमाचल में उड़ता पंजाब की तर्ज पर उड़ता हिमाचल के आरोप लगाती है. हालांकि, आपकी सरकार ने इंटरस्टेट कोआर्डिनेशन के लिए भी कमेटी बनाई थी. क्या आपको लगता है कि इस पर और मिलजुल कर काम करने की जरूरत है ?
जवाब: आज की तारीख में नशा एक ग्लोबल इश्यू भी बन गया है. जो सभी प्रदेशों के लिए चिंता का विषय है. हिमाचल प्रदेश भी इससे अछूता नहीं है, लेकिन हमारी सरकार ने इस मामले को लेकर सख्ती भी की हैं और आरोपियों को पकड़ा भी है. कई लोगों की संपत्ति भी जब्त की है. इससे पहले इस तरह के मामले में जो लोग पकड़े जाते थे. उनकी संपत्ति को लेकर कोई भी कदम नहीं उठाए जाते थे, लेकिन हमारी सरकार ने इस दिशा में काम किया और उसका असर भी देखने को मिल रहा है. जिसकी वजह से हिमाचल प्रदेश में नशे के कारोबार में गिरावट आई है. इसी वजह से हमने अपने पड़ोसी राज्यों के साथ बैठक की थी और कहा था कि हमें नशे के कारोबार पर प्रहार करने के लिए मिलकर काम करना चाहिए. ताकि उसके सख्ती से रोका जा सके. इसमें सफलता भी मिल रही है.
आप के दिल्ली दौरे होने से इस तरह की चर्चाएं हैं कि कैबिनेट में बदलाव हो सकते हैं. इसको लेकर आप क्या कहेंगे ?
जवाब: अभी पार्टी के नेतृत्व का पूरा फोकस पांच राज्यों के चुनाव पर है. उसके बाद केंद्रीय नेतृत्व का फोकस हिमाचल और गुजरात पर ही होगा. क्योंकि इन चुनावों के बाद नवंबर 2022 में इन दोनों प्रदेशों में चुनाव होने हैं. ऐसे में पार्टी हाईकमान जो भी फैसला करेगी वह निश्चित तौर पर पूरा फीडबैक लेने के बाद करेगी. जैसे ही पांच राज्यों में चुनाव खत्म होते हैं. उसके बाद पार्टी हाईकमान के साथ चर्चा कर जो फैसला लेना होगा निश्चित तौर पर लिया जाएगा. अगर, पार्टी हाईकमान को मंत्रिमंडल में बदलाव की जरूरत महसूस होती है तो निश्चित तौर पर वह भी किया जाएगा.
आप कितनी उम्मीद करते हैं कि हिमाचल में फिर से बीजेपी को सत्ता में ला पाएंगे ?
जवाब: यह काम सरल नहीं कठिन है, क्योंकि 1985 के बाद ऐसा हो नहीं पाया है. बड़े-बड़े नेता जिनका हिमाचल में अक्सर जिक्र होता है. वह भी इस काम को नहीं कर पाए, लेकिन कई बार ऐसा मौका आता है कि नए काम की शुरुआत होती है. इसलिए आप देखेंगे कि जब हमारा पूरा पार्टी नेतृत्व एकजुट होकर हिमाचल प्रदेश में काम करेगा तो 2022 में हिमाचल में भारतीय जनता पार्टी की सरकार बनेगी और इसकी संभावनाएं बड़ी तेजी से बढ़ती जा रही है.
हिमाचल प्रदेश में नौकरी पेशा लोग सरकार बनाने में अहम योगदान देते हैं. ऐसे में उनके जो बीते सालों से कई मसले हैं. उसको आप की सरकार किस तरीके से पूरा करने के प्रयास कर रही है और इस दिशा में इस तरीके से काम किया जा रहा है ?
जवाब: इसमें कोई दो राय नहीं है कि हिमाचल प्रदेश में नौकरी पेशा लोगों की संख्या बहुत ज्यादा है. कर्मचारियों की सरकार बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका रहती है और जनसंख्या के हिसाब से देखा जाए तो हिमाचल प्रदेश में जो सरकारी कर्मचारी हैं. उनका रेशियो सबसे ज्यादा है. ऐसे में उनकी उपेक्षा भी रहती है और जब चुनाव आते हैं तो कर्मचारी अपनी मांगों को सरकार के सामने रखते है, और सरकार के लिए भी मुश्किल तो खड़ी हो ही जाती है. हम पंजाब पे कमीशन को फॉलो करते हैं और पंजाब में जो भी सरकार होती है क्योंकि पंजाब में चुनाव हिमाचल से पहले होते हैं तो वह कई तरह की घोषणाएं कर जाते हैं. हमारे लिए इससे कठिनाई भी होती है और हमें उसको फॉलो भी करना पड़ता है. ऐसे में कई तरह की स्थितियां बनती हैं, लेकिन ऐसी बात नहीं है कि कर्मचारी नाराज हैं जो उनका हिस्सा बनता था और जो उनके लिए बेहतर से बेहतर किया जा सकता था. वह हमने किया है. पंजाब पे कमीशन को लागू किया है. अधिकतर कर्मचारियों की मांगों को माना है और उन्हें पूरा किया है. तो ऐसे में मुझे पूरा भरोसा है कि अबकी बार कर्मचारी किसी भी तरीके से नाराज नहीं है.
प्रदेश में आने वाले चुनाव में आप डबल इंजन की सरकार के समय में कौन से वह काम हैं जिनको जनता के बीच ले जाएंगे ?
जवाब: विपक्ष के पास हमारे शासनकाल के 4 सालों के बाद कोई भी मुद्दा नहीं है. हिमाचल प्रदेश में हमारी सरकार ने 4 साल के कार्यकाल में जिसमें कोविड का ढाई साल का वक्त भी शामिल है. विकास के कार्यों को नहीं रुकने दिया. हमारी सरकार ने हर विधानसभा क्षेत्र में विकास के कार्य किए. जिनमें प्रमुख बात यह है कि कांग्रेस की सरकार राज्य में कई सालों रही, लेकिन घर-घर तक गैस कनेक्शन नहीं पहुंच पाया. हमारी सरकार में यह संभव हो गया और हमनें करके दिखाया. हिमाचल प्रदेश में उद्योगों में करोड़ों का निवेश आया. क्या यह काम नहीं है, ऐसे में विपक्ष को देखना होगा कि उनकी सोच क्या है. इसके साथ ही हमनें हिमाचल प्रदेश में हर आदमी के स्वास्थ्य के लिए एक नई योजना शुरू की, जिसका नाम मुख्यमंत्री हिम केयर योजना है. इस योजना के तहत हिमाचल के प्रत्येक नागरिक का 5 लाख तक हेल्थ केयर शामिल हैं. हमनें लोगों की समस्याओं के समाधान के लिए जनमंच की शुरुआत की, ताकि लोगों की समस्याओं को मौके पर ही निपटाया जाए. अटल टनल रोहतांग में जो 2024 तक बननी थी, वह हमारी सरकार ने 2020 में तैयार कर दी और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उसका उद्घाटन किया. धर्मशाला के रोप-वे को हमारी सरकार ने मुकम्मल किया. हिमाचल प्रदेश में एम्स की शुरुआत हुई है. हमारी सरकार ने ऐसे बहुत सारे प्रोजेक्ट का काम किया है जो धरातल पर है. लोगों के बीच भी हमारी योजनाओं का बहुत बड़ा असर है। और मुझे पूरी उम्मीद है कि निश्चित रूप से इन योजनाओं का लाभ लोगों को मिलेगा.
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