शिमला: हिमाचल प्रदेश को एक और बड़ी सौगात मिलने वाली है. यहां पर इलेक्ट्रिक व्हीकल उद्योग (Electric Vehicle Industry in Himachal Pradesh ) लगने वाला है. इसकी जानकारी परिवहन एवं उद्योग मंत्री बिक्रम ठाकुर (Himachal Transport and Industries Minister Bikram Thakur) ने दी है. उन्होंने बताया कि एचआरटीसी ने 206 नई बसों की खरीद की है, जबकि 350 बसों का टेंडर हो चुका है. परिवहन मंत्री ने कहा कि स्मार्ट सिटी के लिए 50 इलेक्ट्रिक बसें भी खरीदी गई हैं.
हिमाचल में इलेक्ट्रिक व्हीकल का उद्योग भी लगाने जा रहा है, जो हिमाचल के लिए मील का पत्थर साबित होगी. उन्होंने कहा कि इस पर कार्य किया जा रहा है और जल्द ही हिमाचल को इलेक्ट्रिक व्हीकल उद्योग मिल जाएगा. उन्होंने बताया कि शुक्रवार को ही इस मुद्दों को लेकर एक बैठक हुई है और उसके फैक्टस आएंगे तो उसमें अधिक साफ हो जाएगा. हिमाचल प्रदेश में एचआरटीसी (HRTC in Himachal Pradesh) एक हजार करोड़ से अधिक के घाटे में जा रहा है, लेकिन लोगों की प्राथमिकता पहले है, उन्हें सुविधा देना सरकार की पहली प्राथमिकता है.
उद्योग मंत्री बिक्रम ठाकुर ने कहा कि सड़क हादसों के मामलों में हिमाचल प्रदेश देश भर में सबसे ऊपर (Road accidents in himachal pradesh) आता है. पहाड़ी प्रदेश में सबसे ज्यादा सड़क हादसे पेश आते हैं और हादसों में सबसे ज्यादा लोग अपनी जान भी गंवा देते हैं. सड़क हादसों के पीछे कई कारण रहते हैं, लेकिन सबसे बड़ा कारण लापरवाही माना जाता है. हालांकि क्रैश बैरियर का न होना, मौसम सहित अन्य कारण भी सड़क हादसों के पीछे रहते हैं.
हिमाचल प्रदेश की बात करें तो यहां पर हर साल 3000 सड़क हादसे पेश आते हैं. जिनमें 1200 के करीब लोग अपनी जान दे देते हैं, जबकि 5000 के करीब लोग घायल होते हैं. सड़क हादसों को लेकर हिमाचल प्रदेश पथ परिवहन निगम ने बैठक में मंथन किया. बैठक के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस में परिवहन मंत्री बिक्रम ठाकुर ने बताया कि दुनिया भर में सालाना सड़क हादसों में 13 लाख लोग मारे जाते हैं. हिमाचल में सड़क हादसों की दर 11 फीसदी है जो देश भर में ज्यादा है.