शिमला: हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय द्वारा हाल ही में विभिन्न पदों के लिए निकाली गई भर्तियों की नोटिफिकेशन पर जनवादी नौजवान सभा ने सवाल खड़े किए है. सभा ने विवि प्रशासन से (DYFI Shimla accuses HPU) भर्तियों को लेकर जारी कि गई नोटिफिकेशन को दोबारा से जारी करने व फॉर्म भरने की फीस को कम करने की मांग उठाई है.
जनवादी नौजवान सभा शिमला शहरी इकाई के सचिव व राज्य कमेटी सदस्य अमित ने शुक्रवार को शिमला में पत्रकार वार्ता के दौरान कहा कि विवि प्रशासन प्रदेश सरकार की गाइड लाइन का पालन नहीं कर रहा है. उन्होंने कहा कि सरकार ने महिलाओं के लिए नि:शुल्क फॉर्म भरने की बात कहीं है, जबकि विवि प्रशासन ने जो नोटिफिकेशन (Recruitment notification of HPU) जारी की है, उसमे कहीं भी महिलाओं को निशुल्क फॉर्म भरने का कॉलम नहीं है.
अमित ने कहा कि प्रदेश में एक ओर जहां बेरोजगारी चरम सीमा पर है, वहीं प्रदेश विश्वविद्यालय युवाओं को लूटने का कार्य कर रहा है. प्रदेश विश्वविद्यालय में ग्रुप बी के आवेदन की फीस 2000 रुपए रखी गई है. वहीं, ग्रुप सी व डी की फीस 1200 है. जबकि दूसरी ओर प्रदेश सरकार द्वारा महिलाओं के लिए फ्री आवेदन करने की बात कही जाती है, लेकिन प्रदेश विश्वविद्यालय अपनी अधिसूचना में महिला अभ्यर्थियों से फीस वसूलने का कार्य कर रहा है.
उन्होंने कहा कि इससे पहले भी प्रदेश विश्वविद्यालय द्वारा पंचायत सचिव (Panchayat secretary recruitment in Himachal) की भर्ती को लेकर भी सवालिया निशान खड़े होते रहे हैं. प्रदेश विश्वविद्यालय ने पहले तो भर्ती प्रक्रिया को समय पर नहीं करवाया. वहीं, दूसरी ओर इतना समय बीत जाने के बावजूद भी पंचायत सचिव के परीक्षा परिणाम प्रदेश विश्वविद्यालय घोषित नहीं कर पाया है.
उन्होंने आरोप लगाया कि प्रदेश विश्वविद्यालय लगातार धांधलियों का अड्डा बनता जा रहा है. इससे पहले भी हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय में पीएचडी में बिना नेट सेट के बच्चों (Himachal Pradesh University) को एडमिशन दिया गया. साथ ही साथ मेरिट को दरकिनार करते हुए प्रोफेसर की भर्ती भी की गई और अब विश्वविद्यालय प्रशासन प्रदेश के युवाओं को लूटने का कार्य कर रही है.
उन्होंने कहा कि नौजवान सभा का राज्य सम्मेलन 8 और 9 जनवरी को शिमला में आयोजित होगा, जिसमें प्रदेशभर के प्रतिनिधि हिस्सा लेंगे तथा युवाओं के विभिन्न मुद्दों पर चर्चा कर आगामी आंदोलन (Recruitment in HPU) की रूपरेखा तैयार की जाएगी. उन्होंने कहा कि प्रदेश विश्वविद्यालय इन भर्तियों में हो रही अनियमितताओं को दुरुस्त करें तथा महिला अभ्यर्थियों से फीस न वसूली जाए. साथ ही पंचायत सचिव भर्ती का परीक्षा परिणाम शीघ्र घोषित किया. सभा ने मांगें न माने जाने पर उग्र आंदोलन की चेतावनी भी दी है.
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