शिमला: हिमाचल प्रदेश में मौसम की बेरुखी के चलते सूखे जैसे (Drought situation in Himachal) हालात बन गए हैं. मैदानों से लेकर पहाड़ों तक गर्मी से हाल बेहाल है. हिमाचल में अप्रैल महीने में 7.3 मिलीलीटर बारिश ही हुई है जोकि 19 साल बाद सबसे कम बारिश रिकॉर्ड की गई. प्रदेश में अप्रैल माह में 89 फीसदी कम बारिश हुई है. इस दौरान प्रदेश के कुछ हिस्सों में ही बादल बरसे हैं. इससे पहले 2004 में अप्रैल माह में सबसे कम बारिश हुई थी.
वहीं, अब 2022 में कम बारिश रिकॉर्ड की गई है. बारिश ना होने से जहां तापमान में बढ़ोतरी दर्ज की जा रही है वहीं, फसलों पर भी इसकी मार पड़ रही है. कई हिस्सों में फसलें सूखने की कगार पर है. इसके (Drought situation in Himachal) अलावा जल स्रोतों पर भी इसका असर देखने को मिल रहा है. मैदानी इलाकों में लू से लोग परेशान हैं और दिन के समय घरों से बाहर निकलना मुश्किल हो गया है. ऊना में तापमान 43 डिग्री से पार हो गया है.
शनिवार को ऊना में 12 वर्षों बाद सबसे अधिक तापमान रिकॉर्ड किया गया. ऊना में (Heat breaks 12 year record in Una) अधिकतम तापमान 43.2 डिग्री सेल्सियस रहा. इससे पहले 2010 में अप्रैल के दौरान ऊना का तापमान 43.2 डिग्री रहा था. इसके अलावा धर्मशाला और सोलन में भी तापमान रिकॉर्ड तोड़ रहे हैं. हालांकि मौसम विभाग ने हिमाचल प्रदेश के मध्य व उच्च पर्वतीय कई भागों में 1 से 4 मई तक बारिश होने की संभावना जताई है. तीन और चार मई को इन क्षेत्रों के कई भागों में बारिश होने की उम्मीद है.
मौसम विभाग के निदेशक सुरेंद्र पॉल ने कहा कि प्रदेश में अप्रैल माह में काफी कम बारिश रिकॉर्ड की गई है. 2004 के बाद अब अप्रैल महीने में ऐसा हुआ है कि सबसे कम बारिश हुई हो. इसके अलावा ऊना में तापमान में वृद्धि रिकॉर्ड की गई है. उन्होंने कहा कि आने वाले दिनों में प्रदेश के कई हिस्सों में बारिश होने की संभावना है. 4 मई तक प्रदेश में मौसम खराब बना रहेगा. ऐसे में कई हिस्सों में बारिश होने से लोगों को राहत मिल सकती है.
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