शिमलाः राजधानी शिमला में बहुचर्चित युग हत्याकांड से जुड़े टैंकों की सफाई मामले में नगर निगम अधिकारियों के खिलाफ निगम प्रशासन की ओर से करवाई गई विभागीय जांच की रिपोर्ट आ गई है. जांच अधिकारी ने इसे नगर निगम आयुक्त को सौंपा दिया है.
निगम के पास जांच रिपोर्ट आते ही आईपीएच विभाग ने निगम प्रशासन से पूछ लिया है कि इस जांच में जिन अधिकारियों की लापरवाही सामने आ रही है, उन पर क्या कार्रवाई की गई है. इस पर निगम प्रशासन ने भी अपना जवाब आईपीएच को भेज दिया है.
सरकार के फैसले का इंतजार
नगर निगम प्रशासन का कहना है कि इस मामले में पहले भी एक जांच हो चुकी है. उस जांच की रिपोर्ट सरकार को भी भेजी गई थी और जिन अधिकारियों और कर्मचारियों की लापरवाही लग रही थी, उनके खिलाफ प्रॉसिक्यूशन सेक्शन मांगी गई थी, लेकिन अभी तक सरकार ने उस पर कोई फैसला नहीं लिया है.
ऐसे में नगर निगम भी अपनी विभागीय जांच रिपोर्ट के आधार पर तभी कोई कार्रवाई कर सकेगा, जब सरकार पिछली रिपोर्ट के आधार पर मांगी गई प्रॉसिक्यूशन सेक्शन पर कोई फैसला ले लेगी. नगर निगम आयुक्त कार्यालय से इसका जवाब आईपीएच विभाग को भेज दिया गया है.
जून 2014 में हुई थी मासूम युग की हत्या
गौरतलब है कि मासूम युग की हत्या जून 2014 में हुई थी. आरोपियों ने 4 साल के मासूम युग को रस्सी से बांध कर लॉकवुड के पास पानी के टैंक में फेंक दिया था. कई महीनों तक उसी टैंक से पानी की सप्लाई संबंधित इलाके को होती रही थी. मामले का खुलासा तब हुआ जब सीआईडी ने आरोपी को पकड़ कर पूछताछ की ओर फिर पानी के टैंक से युग का कंकाल बरामद हुआ था. उसके बाद निगम कर्मचारियों पर भी जांच बिठाई थी कि क्या निगम पानी के टैंकों की सफाई नहीं करता है.
उधर, इंजीनियर इन चीफ आईपीएच नवीन पुरी ने कहा कि आईपीएच अधिकारियों से जुड़े ऐसे किसी मामले की जानकारी अभी नहीं है. बुधवार को इस बारे में वे कुछ बता पाएंगे.
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