शिमला: किसान आंदोलन के एक साल पूरा होने के उपलक्ष्य में किसानों द्वारा देशभर में धरना प्रदर्शन किए जा रहे हैं. शिमला में भी शेर-ए पंजाब में हिमाचल किसान सभा (Himachal Kisan Sabha) व अन्य वामपंथी संगठनों ने प्रदर्शन किया और केंद्र की मोदी सरकार से किसानों की अन्य मांगों को पूरा करने मांग की.
इस दौरान हिमाचल किसान सभा के अध्यक्ष (President of Himachal Kisan Sabha) कुलदीप तंवर ने बताया कि देश के किसान कृषि कानूनों के विरोध में एक साल से आंदोलनरत हैं. उन्होंने कहा कि तीन कृषि कानूनों की वापसी (withdrawal of three agricultural laws) का निर्णय स्वागत योग्य है, लेकिन किसानों की अन्य मांगें भी इससे जुड़ी हैं. उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार को चाहिए कि किसानों को फसलों पर न्यूनतम समर्थन मूल्य (Minimum Support Price on crops) दिया जाए और इसके लिए कानून बनाया जाए.
हिमाचल किसान सभा के अध्यक्ष कुलदीप तंवर ने कहा कि किसानों की मांग है कि एयर क्वालिटी मैनेजमेंट बिल (Air Quality Management Bill) को वापस लिया जाए. आंदोलन के दौरान शहीद हुए किसानों को मुआवजा दिया जाए. उन्होंने कहा कि किसानों के ऊपर बनाये गए मुकद्दमों को वापस लेने के साथ-साथ लखीमपुर खीरी हादसे (Lakhimpur Kheri accident) में मंत्री के खिलाफ कार्रवाई की जाए. उन्होंने बताया कि इन मांगों को लेकर देश भर के किसान 29 नवंबर को दिल्ली कूच करेंगे.
ये भी पढे़ं : Constitution Day 2021: विश्व के सबसे बड़े लोकतंत्र का संविधान, उसे सहेजने का गौरव शिमला के नाम
ये भी पढे़ं : सोलन में 'नासिक के टमाटर' की एंट्री, मंडी और बाजारों में गिरे दाम