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स्वास्थ्य विभाग में सोसाइटी कर्मियों को नियमित करने की मांग, CM आश्वासन के बावजूद अनदेखी

प्रदेश में विभिन्न सोसाइटियों के तहत स्वास्थ्य विभाग में लगे कर्मियों ने सरकार ने नियमित करने की मांग की है. प्रदेश हेल्थ सोसाइटी एसोसिएशन के सीनियर वाइस प्रेजिडेंट राजेश कश्यप का कहना है कि पिछले 22 सालों से ये कर्मचारी सेवाएं दे रहे हैं. कोरोना काल के दौरान सभी अस्पतालों में कोरोना टेस्ट सैंपल भी यही कर्मचारी ले रहे हैं, मगर आज तक सरकार ने इनके लिए कोई पॉलिसी नहीं बनाई गई है.

demand to regularize society workers
स्वास्थ्य विभाग में कार्यरत कर्मचारियों को नियमित करने की मांग.
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Published : Jul 19, 2020, 4:52 PM IST

Updated : Jul 19, 2020, 5:37 PM IST

शिमला: स्वास्थ्य विभाग में विभिन्न सोसाइटियों के तहत लगे कर्मियों ने सरकार ने नियमित करने की मांग उठाई है. हिमाचल प्रदेश हेल्थ सोसाइटी एसोसिएशन के सीनियर वाइस प्रेजिडेंट राजेश कश्यप ने सरकार से इन कर्मचारियों के लिए पॉलिसी बनाने की गुहार लगाई है.

राजेश कश्यप का कहना है कि स्वास्थ्य विभाग में विभिन्न सोसाइटियों के तहत हजारों कर्मचारी रखे गए हैं और पिछले 22 सालों से ये कर्मचारी सेवाएं दे रहे हैं. कोरोना काल के दौरान सभी अस्पतालों में कोरोना टेस्ट सैंपल भी यही कर्मचारी ले रहे हैं, मगर आज तक सरकार ने इनके लिए कोई पॉलिसी नहीं बनाई है. कश्यप ने कहा कि पिछली सरकार और इस सरकार ने कैबिनेट में सोसाइटी के तहत लगे कर्मचारियों को रेगुलर करने के लिए निर्णय तक ले लिया है, मगर ये निर्णय धरातल तक नहीं उतर पाया है और सभी कर्मी अपने रेगुलर होने की आस लगाए बैठे हैं.

हिमाचल प्रदेश हेल्थ सोसाइटी एसोसिएशन के सदस्यों का कहना है कि इस मामले को लेकर वो सीएम जयराम ठाकुर और शिक्षा मंत्री सुरेश भारद्वाज से भी मिल चुके हैं, मगर अभी तक केवल आश्वासन ही मिले हैं. कश्यप का कहना है कि महंगाई के इस दौर में कर्मचारियों को न के बराबर वेतन दिया जा रहा है. उन्होंने सरकार से मांग उठाई है कि सभी सोसाइटी के कर्मचारियों के लिए कोई पॉलिसी बनाई जाए, ताकि कर्मचारियों को कुछ फायदा मिल सके.

ये भी पढ़ें: सीमाएं खोलने पर पर्यटक पहुंच रहे शिमला, पहाड़ों की रानी घूमने आए 51 सैलानी

गौरतलब है कि पूरे प्रदेश में विभिन्न विभागों में सोसाइटी के माध्यम से 1500 के लगभग कर्मचारी कार्यरत हैं. ये कर्मचारी जो पिछले 22 सालों से अपनी सेवाएं दे रहे हैं, लेकिन उन्हें नियमित नहीं किया जा रहा है. ऐसे में अब कर्मचारी अपनी मांगों को लेकर आवाज उठा रहे हैं.

शिमला: स्वास्थ्य विभाग में विभिन्न सोसाइटियों के तहत लगे कर्मियों ने सरकार ने नियमित करने की मांग उठाई है. हिमाचल प्रदेश हेल्थ सोसाइटी एसोसिएशन के सीनियर वाइस प्रेजिडेंट राजेश कश्यप ने सरकार से इन कर्मचारियों के लिए पॉलिसी बनाने की गुहार लगाई है.

राजेश कश्यप का कहना है कि स्वास्थ्य विभाग में विभिन्न सोसाइटियों के तहत हजारों कर्मचारी रखे गए हैं और पिछले 22 सालों से ये कर्मचारी सेवाएं दे रहे हैं. कोरोना काल के दौरान सभी अस्पतालों में कोरोना टेस्ट सैंपल भी यही कर्मचारी ले रहे हैं, मगर आज तक सरकार ने इनके लिए कोई पॉलिसी नहीं बनाई है. कश्यप ने कहा कि पिछली सरकार और इस सरकार ने कैबिनेट में सोसाइटी के तहत लगे कर्मचारियों को रेगुलर करने के लिए निर्णय तक ले लिया है, मगर ये निर्णय धरातल तक नहीं उतर पाया है और सभी कर्मी अपने रेगुलर होने की आस लगाए बैठे हैं.

हिमाचल प्रदेश हेल्थ सोसाइटी एसोसिएशन के सदस्यों का कहना है कि इस मामले को लेकर वो सीएम जयराम ठाकुर और शिक्षा मंत्री सुरेश भारद्वाज से भी मिल चुके हैं, मगर अभी तक केवल आश्वासन ही मिले हैं. कश्यप का कहना है कि महंगाई के इस दौर में कर्मचारियों को न के बराबर वेतन दिया जा रहा है. उन्होंने सरकार से मांग उठाई है कि सभी सोसाइटी के कर्मचारियों के लिए कोई पॉलिसी बनाई जाए, ताकि कर्मचारियों को कुछ फायदा मिल सके.

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गौरतलब है कि पूरे प्रदेश में विभिन्न विभागों में सोसाइटी के माध्यम से 1500 के लगभग कर्मचारी कार्यरत हैं. ये कर्मचारी जो पिछले 22 सालों से अपनी सेवाएं दे रहे हैं, लेकिन उन्हें नियमित नहीं किया जा रहा है. ऐसे में अब कर्मचारी अपनी मांगों को लेकर आवाज उठा रहे हैं.

Last Updated : Jul 19, 2020, 5:37 PM IST
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