किन्नौरः जनजातीय जिला किन्नौर में प्रशासन के आंकड़ों के तहत सर्दियों के दौरान सबसे अधिक आग लगने की घटनाएं हुई हैं. इसकी जानकारी डीसी किन्नौर हेमराज बैरवा ने देते हुए कहा कि जिला में सर्दियों के दौरान लोग घरों में आग जलाते हैं. इसके अलावा कई लोग घर के अंदर बिजली के उपकरण ऑन तो कर लेते हैं, लेकिन उन्हें ऑफ करना भूल जाते हैं. इसके चलते कई बार आग की घटनाएं सामने आती हैं.
डीसी किन्नौर ने लोगों से अपील करते हुए कहा कि लोग घर से निकलने से पहले सतर्क हो कर निकलें. अगर घर में आग या बिजली का कोई उपकरण चल रहा है तो उसे बंद कर दे ताकि किसी भी तरह की कोई अप्रिय घटना न घटे.
हेमराज बैरवा ने कहा कि जिला में हर साल सर्दियों में 3 से 4 बड़े आग की घटनाओं की सूची प्रशासन के पास हैं. ऐसे में लोगों को लाखों की संपदा जलने से नुकसान उठाना पड़ता है. पिछले साल पुरबनी गांव में 12 परिवारों के मकान जलकर राख हो गए थे. इसमें कई लोगों को रहने के लिए भी समस्याएं आई थी.
वहीं, हालही में पांगी गांव में भी रात को आगज की घटना हुआ थी. इसपर दमकल विभाग ने मशक्कत कर काबू पाया था, लेकिन सर्दियों में बर्फबारी में कई बार सड़क मार्ग बन्द होने से भी दमकल विभाग भी समय पर नहीं पहुंच पाता है.
डीसी किन्नौर हेमराज बैरवा ने कहा कि जिला किन्नौर एक पहाड़ी व कठिन भौगोलिक परिस्थितियों वाला क्षेत्र है. जहां पर आग की घटनाओं पर काबू पाना थोड़ा मुश्किल साबित होता है. पहाड़ी इलाका और सर्दियों में बर्फबारी में वाहनों को आग की घटना तक पहुंचने में समय लगता है. ऐसे में सर्दियों में लोग आग को लेकर एहतियात बरतें.
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