शिमला: प्रदेश में कोरोना केस में लगातार इजाफा हो रहा है. इसी के मद्देनजर सबसे बड़े अस्पताल आईजीएमसी में ऑपरेशन से पहले कोरोना टेस्ट को अनिवार्य किया (Corona test necessary before operation) गया है. शिमला में भी 50 से ज्यादा कोरोना संक्रमितों के केस रोज सामने आ रहे है. वहीं, 10 मरीज IGMC में भर्ती है.
877 एक्टिव केस: जिला शिमला की अगर बात की जाए तो 37,860 लोग अभी तक कोरोना पॉजिटिव हो चुके. एक्टिव मरीजों की संख्या 877 पहुंच गई है. वहीं, मरीजों को इलाज कराने आने के दौरान कोरोना नियमों का पालन करने की अपील अस्पताल प्रबंधन ने की है.
अल्ट्रासाउंड से पहले कोरोना जांच: क्षेत्रीय अस्पताल डीडीयू में भी मरीजों को अल्ट्रासाउंड से पहले कोरोना की नेगेटिव रिपोर्ट लानी होगी. सोमवार को डीडीयू में कुछ मरीज अल्ट्रासाउंड कराने गए थे. तभी वहां पर तैनात रेडियोलॉजिस्ट ने पहले कोरोना नेगेटिव रिपोर्ट लाने के निर्देश दिए. वहीं, फ्लू ओपीडी में अब कोरोना टेस्ट लोग करा रहे हैं.
मेक शिफ्ट अस्पताल में भर्ती हो रहे मरीज: इन दिनों जैसे- जैसे कोरोना के मरीज अस्पताल में आ रहे हैं, उन्हें मेक शिफ्ट अस्पताल में भर्ती किया जा रहा है. यह मेक शिफ्ट अस्पताल कोरोना के मरीजों के लिए ही बनाया गया है.अगर मरीजों में इजाफा होता है तो प्रशासन के पास काफी जगह है, जिसमें कोरोना वार्ड तैयार किए जाएंगे.आईजीएमसी के प्रशासनिक अधिकारी डॉ. राहुल गुप्ता ने बताया कि कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए निर्णय लिया गया है कि अब ऑपरेशन से पहले कोविड टेस्ट किया जाएगा.