शिमला: हिमाचल प्रदेश में पुलिस भर्ती पेपर लीक मामले को लेकर विपक्षी दल कांग्रेस सरकार पर लगातार हमलावर हो गई है और सीबीआई द्वारा इस मामले की जांच शुरू न करने पर सवाल खड़े कर रही है. यही नहीं कांग्रेस द्वारा एसआईटी पर सबूत मिटाने के भी आरोप लगाए जा रहे हैं. कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष हर्ष महाजन ने कहा कि मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर द्वारा पुलिस पेपर लीक मामले (Harsh Mahajan PC in Shimla) की जांच सीबीआई से करवाने की बात कही गई थी, लेकिन 1 सप्ताह बीत जाने के बाद भी सीबीआई ने इसकी जांच तक शुरू नहीं की गई और अभी भी एसआईटी के अधिकारी ही इसमें गिरफ्तारियां कर रहे हैं, जबकि यह पेपर पुलिस विभाग से ही लीक हुआ है.
ऐसे में पुलिस अधिकारियों द्वारा ही इसकी जांच करने (police recruitment paper leak in himachal) संदेह पैदा करता है. पुलिस विभाग द्वारा ही पेपर तैयार किया गया था और उनके द्वारा ही यह पेपर प्रदेश भर में केंद्रों तक पहुंचाई गए थे और जब पेपर लीक हो गया तो सरकार ने लीपापोती करने के लिए एसआईटी का गठन किया और एसआईटी में भी पुलिस के अधिकारी हैं जो जांच कर रहे हैं. मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने इस मामले की जांच सीबीआई को सौंपने का ऐलान किया था, लेकिन अभी भी एसआईटी इस मामले की जांच कर रही है. ऐसे में एस आईटी सबूतों के साथ छेड़छाड़ कर सकती है. उन्होंने जयराम सरकार पर प्रदेश के बेरोजगार युवाओं के साथ खिलवाड़ करने के आरोप लगाते हुए कहा कि प्रदेश में भर्ती माफिया सक्रिय है. इससे पहले भी पेपर लीक हो चुके हैं. जयराम सरकार पर से प्रदेश की जनता का विश्वास उठ गया है.