शिमला: हिमाचल सरकार के मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर का नया हेलीकॉप्टर एक माह में ही खराब हो गया है. जिसके चलते अन्नाडेल मैदान पर हेलीकॉप्टर को खड़ा कर दिया गया है. वहीं, विपक्ष भी हमलावर हो गया है और हेलीकॉप्टर लीज पर लेने की जांच की मांग की है.
कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष कुलदीप राठौर ने कहा कि ये सरकार उधारी पर चल रही है. कर्ज पर कर्ज ले रही है वहीं, सरकार ने महंगे दामों पर हेलीकॉप्टर लीज पर ले लिया, जबकि पहले वाला हेलीकॉप्टर भी सही था, लेकिन इस सरकार को नए हेलीकॉप्टर का शौक चढ़ा हुआ था और महंगी लीज पर नया हेलीकॉप्टर ले लिया.
राठौर ने कहा कि अभी इस हेलीकॉप्टर को लाए एक महीना भी नहीं हुआ है और ये हेलीकॉप्टर खराब हो गया. उन्होंने सरकार से पूछा कि ये हेलीकॉप्टर सेकंड हैंड तो नहीं है इसकी जांच होनी चाहिए. हेलीकॉप्टर पर प्रदेश की जनता का पैसा खर्च हो रहा है. ऐसे में लोगों को जानने का हक है और इस मामले की जांच की जानी चाहिए.
वहीं, आईजीएमसी में लंगर विवाद पर राठौर ने कहा कि राई का पहाड़ बनाया जा रहा है. उन्होंने कहा कि इस पर राजनीति नहीं होनी चाहिए और जनहित में लंगर को फिर से शुरू करने की अनुमति दी जानी चाहिए. उन्होंने इस मामले में न्यायिक जांच के सरकार के फैसले पर हैरानी जताते हुए कहा कि इसमें किस बात की जांच होगी. उन्होंने चुटकी ली कि न्यायिक जांच तो हेलीकॉप्टर की होनी चाहिए, जिस पर सरकार हर रोज लाखों खर्च कर रही है.
कांग्रेस नेता पूर्व विधायक जगजीवन पाल के साथ हुई बदसलूकी और हाथापाई के सवाल के जवाब पर राठौर ने मुख्यमंत्री से पूछा कि वह बताए कि क्या वह जगजीवन पाल के साथ हुए दुर्व्यवहार का समर्थन करते है. उन्होंने मुख्यमंत्री के उस बयान पर जिसमें उन्होंने कहा कि पूर्व विधायक सरकारी समारोह का विरोध कर रहे थे पर राठौर ने कहा कि कानून के तहत कोई भी कार्रवाई की जाती है न कि हाथापाई. उन्होंने कहा कि लोकतंत्र में किसी को भी शांतिपूर्ण तरीके से विरोध करने का पूरा अधिकार है.
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