शिमला: शहर की खस्ताहाल सड़कों (Congress targets government on the streets)और 3 दिन बाद हो रही पेयजल आपूर्ति की सप्लाई सहित कांग्रेस ने ट्रैफिक जाम को लेकर सरकार को घेरना शुरू कर दिया है. कांग्रेस के प्रदेश प्रवक्ता नरेश चौहान ने पार्टी कार्यालय में पत्रकार वार्ता कर(Congress PC in Shimla) कहा कि शिमला को 2017 में स्मार्ट सिटी का दर्जा दिया गया, लेकिन स्मार्ट सिटी में सड़कों पर पड़े गड्ढे, सड़कों पर लग रहा जाम स्मार्ट सिटी की पोल खोल रहा है.
उन्होंने कहा कि शिमला की खस्ताहाल सडक़ों को देख मुख्यमंंत्री को भी बुधवार को बैठक में अधिकारियों को लताड़ लगानी पड़ी. नरेश चौहान ने कहा कि शहर का चाहे ढ़ली क्षेत्र हो या फिर संजौली, शोघी, तारादेवी, न्यू शिमला सहित अन्य क्षेत्र, हर जगह सडक़ों की हालत खराब है. सडक़ों में जगह-जगह गड्डे पड़े ,जबकि प्रशासन और नगर-निगम कोई सुध नहीं ले रहा.
सडक़ों की मरम्मत और टायरिंग के लिए ये समय सही, लेकिन गंभीरता नहीं दिखाई जा रही. पानी की किल्लत, पार्किंग की समस्या, आय दिन लगते ट्रैफिक जाम से पर्यटन कारोबार भी प्रभावित हो रहा. लोगों को कई घंटे तक जाम से दो-चार होना पड़ रहा और सुबह के समय जाम के चलते स्कूली बच्चे भी समय पर स्कूल नहीं पहुंच पा रहे हैं.
उन्होंने कहा कि पहले कोविड के चलते टैक्सी से लेकर होटल व अन्य कारोबारियों को नुकसान उठाना पड़ा और अब सरकारी व प्रशासन की लापरवाही का खामियाजा उन्हे भुगतना पड़ रहा है. प्रदेश सरकार पूरी तरह से गहरी नींद में सोई हुई और शहर में आम लोग परेशान है. स्मार्ट सिटी का पैसा सड़कों के किनारे डंगों में लगाया जा रहा ,जबकि सड़कों की हालत खस्ता है.
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