शिमला: हिमाचल प्रदेश विधानसभ चुनाव (Himachal assembly election 2022) नजदीक आते ही अब कांग्रेस भी एकजुट होती दिख रही है. इस कड़ी में शिमला जिले के ठियोग में मंगलवार को कांग्रेस के पदाधिकारियों ने एकजुट होकर प्रदेश की भाजपा सरकार के खिलाफ मोर्चा (Congress protest in Theog) खोला. सेब पैकिंग सामग्री और कीटनाशकों की कीमतों में बढ़ोतरी के विरोध में कांग्रेस ने सरकार के खिलाफ रैली निकाली और बस स्टैंड पर धरना दिया.
इस दौरान (Dharna organized at bus stand of Theog) कांग्रेस के सभी प्रमुख नेताओं ने प्रदेश की भाजपा सरकार पर प्रदेश की पांच हजार करोड़ रुपए की आर्थिकी को नष्ट करने की कोशिश का आरोप लगाया. कांग्रेस नेताओं ने कहा कि सेब की पैकिंग में काम आने वाले कार्टन पर जीएसटी बढ़ाने, कीट नाशकों और फफूंद नाशक की कीमतों में भारी वृद्धि से बागवानों की कमर टूट रही हैं. जिससे सेब की खेती लगातार घाटे का काम बनती जा रही है.
उन्होंने कहा की इस साल लंबे सूखे के कारण ठियोग और आसपास के इलाकों में सेब की फसल पहले ही बुरी तरह से प्रभावित है. उस पर सरकार का बागवान विरोधी रवैया बागवानों के जले पर नमक छिड़कने का काम कर रहा है. उन्होंने कहा कि सेब के लिए काम आने वाले वाले कीटनाशकों पर अन्य सामग्री के उपादान को सरकार ने रोक दिया है. रासायनिक खादों के दाम दोगुने कर दिए गए हैं. ऐसे में बागवान कर तो क्या करे?
कांग्रेस ने राज्यपाल के जरिए प्रदेश सरकार से तुरंत सेब उत्पादकों की सभी मांगों को पूरा करने की मांग की है. ऐसा न होने पर कांग्रेस ने भविष्य में बागवानों के साथ बड़ा आंदोलन करने की चेतावनी भी दी. धरने में पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष कुलदीप राठौर, अतुल शर्मा, दीपक राठौर सहित कई प्रमुख प्राधिकारी मौजूद रहे.