शिमला: दिल्ली में मंहगाई बेरोजगारी (rising inflation in country) के खिलाफ कांग्रेस की प्रस्तावित रैली को अनुमति मिलने पर कांग्रेस भड़क गई है और केंद्र सरकार पर विपक्ष की आवाज दबाने ओर लोकतंत्र की हत्या के आरोप लगाए. राजधानी शिमला में कांग्रेस ने धारा 144 का उल्लंघन कर माल रोड से होते हुए रिज मैदान तक रैली (Congress protest in Shimla) निकाली. इसके साथ ही रिज पर महात्मा गांधी की प्रतिमा (Statue of Mahatma Gandhi on the Ridge) के समक्ष मौन प्रदर्शन किया.
कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष कुलदीप राठौर (Congress State President Kuldeep Rathore on modi government) ने कहा कि महंगाई, अप्रत्याशित मूल्य वृद्धि, बेरोजगारी व डूबती अर्थव्यवस्था (Rising inflation, unemployment and deteriorating economy) के खिलाफ दिल्ली में 12 दिसंबर को कांग्रेस की महंगाई हटाओ महारैली का आयोजन (Demonstration in Shimla on 12th December) करने जा रही थी लेकिन उप राज्यपाल द्वारा अनुमति नहीं दी गई, जोकि संविधान की धारा 19 की अवहेलना और लोकतंत्र की हत्या है.
कुलदीप राठौर ने कहा है कि देश के संविधान ने अपने नागरिकों को यह अधिकार दिया है कि वह सरकार की जन विरोधी नीतियों के खिलाफ शांतिपूर्ण तरीके से कोई भी प्रदर्शन करते हुए अपनी बात कह सकता है, लेकिन दिल्ली के उप राज्यपाल ने प्रधानमंत्री और गृह मंत्री के दबाव पर कांग्रेस की इस रैली (shimla congress protest against Modi) को अनुमति नहीं दी है.
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कुलदीप राठौर ने कहा कि देश और प्रदेश में हुए उपचुनाव में जिस तरह से बीजेपी को हार का सामना (Kuldeep Rathore on jairam government) करना पड़ा है, उससे बीजेपी बौखला गई है. यही वजह है कि बीजेपी कांग्रेस की आवाज दबाने का प्रयास कर रही है, लेकिन विपक्ष चुप रहने वाला है. उन्होंने कहा कि शुक्रवार को यहां केंद्र और बीजेपी के खिलाफ रोष जताया गया है और आने वाले दिनों में उग्र आंदोलन करने से भी पीछे नहीं हटेगी.
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