शिमला: हिमाचल परिवहन निगम में कंडक्टरों के 568 पदों के लिए रविवार को हुई लिखित परीक्षा के दौरान पेपर लीक होने से ये भर्ती प्रक्रिया विवादों में आ गई है. मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने हिमाचल पथ परिवहन निगम में कंडक्टरों की भर्ती के लिए आयोजित परीक्षा का प्रश्न पत्र लीक होने के मामले में कड़ा संज्ञान लेते हुए जांच के आदेश दिए हैं.
मुख्यमंत्री ने कहा कि मामले में जो भी दोषी पाया जाएगा उसे बख्शा नहीं जाएगा और उनके खिलाफ कड़ी कानूनी कार्रवाई अमल में लाई जाएगी. उन्होंने कहा कि सरकार यह सुनिश्चित करेगी कि लिखित परीक्षाएं पूरी तरह से पारदर्शी तरीके से आयोजित की जाएं ताकि भविष्य में इस तरह की कोई घटना घटित न हो.
जानकारी के अनुसार प्रदेशभर में कर्मचारी चयन आयोग के माध्यम से रविवार को 568 पदों के लिए कंडक्टर भर्ती के लिए परीक्षा का आयोजन किया गया. प्रदेश के 304 परीक्षा केंद्रों में परीक्षा का आयोजन किया गया था. परीक्षा देने पहुंचे अभ्यर्थी द्वारा ही मोबाइल से तस्वीरें लेकर पेपर सोशल मीडिया के माध्यम से वायरल करने का मामला सामने आया है, इसकी छानबीन जारी है.
बता दें कि राज्य कर्मचारी चयन आयोग की ओर से आयोजित कराई जा रही इन परीक्षाओं के लिए 304 परीक्षा केंद्र बनाए गए थे. इनमें से शिमला में निजी विवि एपीजी में बनाए गए परीक्षा केंद्र में एक अभ्यर्थी परीक्षा केंद्र में मोबाइल अंदर ले जाने में कामयाब हो गया और उसे पेपर की तस्वीर खींच कर अपने भाई को भेज दी. अभ्यर्थी की पहचान रोहड़ू निवासी के रूप में हुई है.
पेपर की तस्वीर खींचने के बाद इसका मोबाइल जब्त कर लिया गया व मामला पुलिस के हवाले कर दिया गया. पुलिस ने युवक के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 420 के तहत मामला दर्ज कर उसे गिरफ्तार कर लिया है.
पेपर लीक की जानकारी मिलने के बाद एसपी शिमला मोहित चावला मौके पर पहुंचे और जांच का जायजा लिया. चावला ने कहा कि आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है व छोटा शिमला थाना के तहत एफआईआर दर्ज कर ली गई है. आरोपी से पूछताछ चल रही है उसे अब सोमवार को अदालत में पेश किया जाएगा.