शिमलाः हिमाचल जैसे छोटे पहाड़ी राज्य में बजट की कई रोचक कहानियां हैं. शिमला में अमूमन सभी का ध्यान नए पेश होने वाले बजट पर रहता है, लेकिन ईटीवी भारत अपने पाठकों के लिए हिमाचल में अब तक पेश हुए बजट की कुछ दिलचस्प बातें लेकर आया है. आंकड़ों के लिहाज से देखें तो ये हिमाचल के 58वां बजट (58th budget of Himachal) होगा. मौजूदा मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर अपने कार्यकाल के पांचवा और आखिरी बजट (himachal budget 2022) पेश करेंगे.
10 मार्च 1964 को डॉ. परमार ने पेश किया पहला बजट- प्रदेश का पहला बजट प्रस्तुत करने का अवसर जाहिर तौर पर हिमाचल निर्माता डॉ. यशवंत सिंह परमार को जाता है. डॉ. परमार ने मार्च 1964 को प्रदेश का और अपने कार्यकाल के पहला बजट (first budget of himachal) प्रस्तुत किया था. डॉ. परमार सड़कों को हिमाचल की भाग्य रेखा कहते थे, लिहाजा उनके बजट में सड़कों का निर्माण प्राथमिकता रहा करता था. परमार ने मुख्यमंत्री बनने के बाद 10 मार्च 1964 को अपना पहला बजट पेश किया.
अधिकांश समय मुख्यमंत्रियों के पास ही रहा वित्त विभाग- डॉ. परमार ने आठ बार विधानसभा में बजट पेश किया. दिलचस्प बात यह है कि कर्म सिंह ने वित्तमंत्री के रूप में 5 बार बजट पेश किया है. कर्म सिंह एक मात्र ऐसे नेता रहे हैं जिन्होंने वित्त मंत्री (first finance minister of himachal) के रूप में बजट पेश किया है. इनके अलावा अभी बजट मुख्यमंत्रियों ने ही पेश किए हैं अधिकांश समय मुख्यमंत्रियों के पास ही वित्त विभाग रहा है.
वित्त मंत्री के रूप में कर्म सिंह ने पेश किया था बजट- कांग्रेस के दिग्गज नेताओं में शुमार होने वाले ठाकुर कर्म सिंह हिमाचल के पहले और आखिरी वित्त मंत्री रहें. उनके बाद हमेशा हिमाचल में मुख्यमंत्रियों ने ही बजट पेश किया. मंडी जिले के बल्ह क्षेत्र के पाली गांव से संबंध रखने वाले कर्म सिंह ने पहला बजट 11 मार्च 1968 में पेश किया था. उन्होंने वित्त मंत्री के रूप में 5 बजट पेश किया. हिमाचल में लगभग सभी बजट टैक्स फ्री रहे हैं. डॉ. परमार से लेकर जयराम ठाकुर तक सभी बजट टैक्स फ्री रहे है.
स्व. वीरभद्र सिंह ने पेश किया सबसे ज्यादा बजट- यदि रिकॉर्ड की बात की जाए तो प्रदेश में बजट पेश करने के मामले में वीरभद्र सिंह किंग रहे हैं. 6 दफा हिमाचल के मुख्यमंत्री रहे स्व. वीरभद्र सिंह ने कुल 20 बार हिमाचल का बजट पेश किया है. उन्होंने अपने कार्यकाल के आखिरी बजट मार्च 2017 को पेश किया था.
स्व. वीरभद्र सिंह ने पढ़ा था सबसे लंबा बजट भाषण- हिमाचल में सबसे लंबे बजट भाषण की बात की जाए तो साल 2017 में 83 बरस की उम्र में चार घंटे से अधिक समय तक अंग्रेजी में लंबा बजट भाषण पढ़ते हुए हिमाचल से सीएम स्व. वीरभद्र सिंह शायराना अंदाज में नजर आए थे. मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह ने ठीक 11 बजे बजट भाषण शुरू कर दिया था. करीब 80 पेज के बजट भाषण में सीएम ने कुल 19 अशआर पढ़े थे. जिसे सुनकर सत्ता पक्ष ने मेज थपथपाई थी.
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वीरभद्र और धूमल बजट पेश करने के दौरान करते थे शायरी- वीरभद्र सिंह व प्रेम कुमार धूमल बजट पेश करने के दौरान जमकर शायरी करते थे. हिमाचल के मौजूदा सीएम जयराम ठाकुर भी इन्हीं नेताओं के नक्शे कदम पर चल रहे हैं. वे भी अपने बजट में अटल बिहारी वाजपेयी की कविता के अंश सुनाए थे. जिसके बाद स्व. वीरभद्र सिंह ने उनकी तारीफ की थी.
2016 में आखिरी बार बढ़ाये गए माननीयों के वेतन भत्ते- इसके अलावा अगर माननीयों के वेतन और भत्तों की बात करें तो वीरभद्र सिंह सरकार के कार्यकाल में 2016 में आखिरी बार माननीयों के वेतन भत्ते बढ़ाये गए थे. 2012 से 2017 के कार्यकाल में वीरभद्र सिंह के नेतृत्व वाली सरकार ने दो बार वेतन भत्तों में बढ़ोतरी की थी. इसके बाद अभी तक वेतन भत्तों में बढ़ोतरी नहीं हुई है.