शिमलाः हिमाचल प्रदेश के सीएम जयराम ठाकुर ने स्वतंत्रता सेनानी और आजाद हिंद फौज के संस्थापक नेताजी सुभाष चंद्र बोस को उनकी पुण्यतिथि पर श्रद्धांजलि देते उन्हें याद किया.
सीएम जयराम ठाकुर ने ट्वीट कर नेताजी सुभाष चंद्र बोस को याद करते हुए उनका नारा 'तुम मुझे खून दो, मैं तुम्हें आजादी दूंगा' लिखा. सीएम ने आगे लिखा है कि आजाद हिंद फौज के संस्थापक, भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के महानायक सुभाष चंद्र बोस सभी के लिए प्ररेणास्रोत हैं और रहेंगे.
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‘‘तुम मुझे खून दो, मैं तुम्हें आजादी दूंगा’’
— Jairam Thakur (@jairamthakurbjp) August 18, 2020 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data="
आजाद हिंद फौज के संस्थापक, भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के महानायक नेता जी सुभाष चंद्र बोस जी की पुण्यतिथि पर उन्हें विनम्र श्रद्धांजलि।
सुभाष चंद्र बोस जी हम सबके के लिए सदैव प्ररेणास्रोत रहेंगे। pic.twitter.com/72q0bw0ODb
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— Jairam Thakur (@jairamthakurbjp) August 18, 2020
आजाद हिंद फौज के संस्थापक, भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के महानायक नेता जी सुभाष चंद्र बोस जी की पुण्यतिथि पर उन्हें विनम्र श्रद्धांजलि।
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आजाद हिंद फौज के संस्थापक, भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के महानायक नेता जी सुभाष चंद्र बोस जी की पुण्यतिथि पर उन्हें विनम्र श्रद्धांजलि।
सुभाष चंद्र बोस जी हम सबके के लिए सदैव प्ररेणास्रोत रहेंगे। pic.twitter.com/72q0bw0ODb
बता दें कि आज, 18 अगस्त को नेताजी सुभाष चंद्र बोस की 75वीं पुण्यतिथि है. नेताजी सुभाष चंद्र बोस का जन्म 23 जनवरी 1897 को उड़ीसा, बंगाल डिवीजन में हुआ था. सुभाष चंद्र बोस 14 सदस्यों वाले परिवार के नौवें सदस्य थे. उन्होंने 1918 में प्रथम श्रेणी के साथ दर्शनशास्त्र में बीए पूरा किया.
नेताजी ने 1920 में इंग्लैंड में भारतीय सिविल सेवा परीक्षा उत्तीर्ण की, लेकिन भारत की आजादी के संघर्ष के बारे में सुनकर 23 अप्रैल 1921 को अपनी नौकरी से इस्तीफा दे दिया. गुलामी की जंजीरों में जकड़े भारत के सामने आजादी हासिल करना सबसे बड़ी चुनौती थी. उन्होंने भारत को आजाद कराने की अंदोलन से जुड़े.
इस वजह से उन्हें ब्रिटिश शासन काल में कई बार जेल जाना पड़ा. सुभाष चंद्र बोस ने आजाद हिंद फौज की स्थापना की और अंत तक देश को आजाद करवाने के लिए मौदान में डटे रहे. उन्हें लोग नेताजी के रूप में जानते हैं. वे भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के प्रमुख नेता माने जाते हैं. उन्होंने अपने विचारों से दुनिया भर में हजारों लोगों को प्रभावित किया.
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