शिमलाः प्रदेश के मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने मंगलवार को विभिन्न ग्राम पंचायतों के प्रधानों से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से बातचीत की और उनकी समस्याओं और सुझावों को भी जाना. इस दौरान उन्होंने कहा कि देश के विभन्न हिस्सों में फंसे हिमाचलवासियों को प्रदेश में सुरक्षित लाना सरकार की जिम्मेदारी है.
मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने इस दौरान जिला किन्नौर, लाहौल-स्पीति और जिला चंबा के पांगी, भरमौर और किलाड़ क्षेत्र के जिला परिषद, पंचायत समिति अध्यक्ष और विभिन्न ग्राम पंचायतों के प्रधानों से चर्चा की.
मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने पंचायती राज संस्थानों के चुने हुए प्रतिनिधि न केवल ग्रामीण क्षेत्रों के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं बल्कि ग्रामीण क्षेत्रों में कोविड-19 महामारी के बारे में जागरूक भी कर रहे हैं.
सीएम ने कहा कि कोविड-19 महामारी को लेकरा जारी लॉकडाउन के कारण प्रदेश सरकार ने 14वें वित्त आयोग के अंतर्गत विभिन्न परियोजनाओं को पूरा करने की समय को 31 मार्च, 2021 तक बढ़ा दिया है.
साथ ही सीएम जयराम ठाकुर ने कहा कि देश के विभिन्न भागों में लाखों विद्यार्थी, श्रमिक व अन्य लोग फंसे हुए हैं. विभिन्न स्थानों से उन्हें वापस लाने के लिए हर संभव सहायता प्रदान की जा रही है.
जयराम ठाकुर ने कहा कि हालांकि इससे राज्य में कोरोना रोगियों की संख्या में बढ़ी है, लेकिन बाहरी क्षेत्रों से लौटे सबी लोगों को क्वारंटाइन किया जा रहा है. जांच के बाद नेगेटिव पाए जाने पर ही उन्हें घर जाने की अनुमति दी जा रही है और वहां भी उन्हें होम क्वारंटाइन में रखा जा रहा है.
उन्होंने कहा कि किसी को भी होम क्वारंटाइन का उल्लंघन करने नहीं दिया जाएगा और अगर कोई व्यक्ति क्वारंटाइन के नियमों का उल्लंघन करता है तो उसे जिला प्रशासन के ध्यान में लाया जाए, ताकि उल्लंघनकर्ता को संस्थागत क्वारंटाइन केंद्रों में भेजा जा सके.
कोरोना वायरस के साथ जीना सीखना होगा
मुख्यमंत्री ने कहा कि लॉकडाउन ने मजबूर किया है कि सभी कोरोना वायरस के साथ जीना सीखना समय की जरूरत है और अर्थव्यवस्था की मजबूती के लिए आर्थिक गतिविधियों को फिर शुरू करना होगा. उन्होंने कहा कि यही कारण है कि केंद्र सरकार ने भी आर्थिक गतिविधियों को बहाल करने के लिए कुछ छूट प्रदान करने का फैसला किया है.
शिमला में जनजातीय भवन बनेगा जल्द
जयराम ठाकुर ने कहा कि प्रदेश सरकार जल्द ही शिमला में जनजातीय भवन को कार्यशील बनाएगी ताकि ईलाज और किसी अन्य अपात स्थिति में शिमला आने पर जनजातीय क्षेत्रों के लोगों को भोजन और ठहरने की सुविधा प्रदान की जा सके.
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