शिमला: राजधानी शिमला को और स्वच्छ बनाने के मकसद से नगर निगम शिमला ने स्मार्ट सिटी मिशन (smart city mission) के तहत 15 कूड़ा एकत्रीकरण वाहन बेड़े में शामिल कर लिए हैं. अब हर वार्ड में एक-एक कूड़ा एकत्रीकरण वाहन हो गया है. 5 करोड़ रुपए से अधिक राशि से नगर निगम ने 15 वाहन खरीदे हैं. जिसे मंगलवार को मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने रिज से हरी झंडी दिखाकर वार्डों के लिए रवाना किया.
इसके अलावा अन्य वार्डों के लिए भी जल्द वाहन शिमला पहुचेंगे. अब तक तीन से चार वार्ड के लिए एक ही गाड़ी कूड़ा उठाने के लिए चलती थी, जिससे कूड़ा सड़क किनारे ही पड़ा रहता था और वहां पर बंदर, आवारा जानवर कूड़े को बिखेर देते थे. अब शिमला नगर नगम में गाड़ियों की संख्या बढ़ने से शहरवासियों को गंदगी से निजात मिल सकेगी.
इस मौके पर मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कहा कि इन वाहनों से कचरे को निष्पादन क्षेत्र तक ले जाने की सुविधा मिलेगी. उन्होंने कहा कि नगर निगम शिमला को 34 वाहनों में से 15 वाहन प्राप्त हो गए हैं और शीघ्र ही शेष वाहन भी मिल जाएंगे. उन्होंने कहा कि कचरे के कुशल प्रबंधन और ट्रैकिंग के लिए इन वाहनों में जीपीएस की सुविधा भी है.
मुख्यमंत्री ने कहा कि यह वाहन 5 करोड़ 44 लाख रुपये की लागत से खरीदें गए हैं. इन वाहनों को नगर निगम शिमला के विभिन्न वार्डों में तैनात किया जाएगा. कचरा संग्रहण वाहनों में गीले और सूखे कचरे को अलग-अलग डिब्बों में एकत्रित किया जाएगा. प्रत्येक वाहन में एक अलग से संग्रहण टैंक भी लगाया गया है.