शिमला: दिवाली की पूर्व संध्या पर मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर अनाथ आश्रम टूटीकंडी पहुंचे. जयराम ठाकुर ने बच्चों के साथ खुशियां मनाई और उपहार भी बांटे. मुख्यमंत्री के साथ उनकी धर्मपत्नी डॉ. साधना ठाकुर भी थी. मुख्यमंत्री हर साल दिवाली का त्योहार अनाथ आश्रम के बच्चों के साथ मिलकर मनाते हैं. इस अवसर पर बच्चों को मिठाइयां बांटी जाती हैं और उन्हें कई तरह के उपहार भी दिए जाते हैं. अनाथ आश्रम में रह रहे बच्चों को रोजाना जरूरत की वस्तुएं भी दी जाती हैं.
टूटीकंडी आश्रम पहुंचे मुख्यमंत्री ने कहा कि सनातन परंपरा में दिव्य त्योहारों की समृद्ध पूंजी है. यह त्योहार हमें अपनी जड़ों के साथ जुड़ने के लिए प्रेरित करते हैं. दीपावली के त्योहर से हमें अंधेरे से प्रकाश की तरफ जाने का संदेश मिलता है. उन्होंने कहा कि समाज का यह कर्तव्य है कि वंचित और शोषित वर्ग के साथ खुशियां बांटे.
उन्होंने कहा कि व्यक्ति चाहे कितना भी थका हुआ और दुखी क्यों ना हो इस प्रकार के त्योहार हमें प्रेरित करते हैं और नई उर्जा का संचार करते हैं. ताकि हम फिर से पूरी निष्ठा के साथ दुबारा से अपने कार्यों में जुट जाएं. उन्होंने प्रदेशवासियों से निवेदन किया कि पटाखे कम प्रयोग करें.
जयराम ठाकुर ने कहा कि हमारा पर्यावरण ठीक रहना चाहिए इन बातों को ध्यान में रखते हुए हमें कम पटाखे ही प्रयोग करने चाहिए. जयराम ठाकुर ने कहा कि दिवाली में पटाखों का अपना ही महत्व है इसलिए पटाखे आवश्य करने चाहिए, लेकिन उतने जिससे हमारे पर्यावरण को भी नुकसान न हो.
आश्रम में मुख्यमंत्री को अपने बीच पाकर बच्चों की खुशी का ठिकाना न रहा. उन्होंने बड़ी उत्सुकता के साथ उपहार स्वीकार किए. मिठाइयां और उपहार पाकर बच्चे बहुत खुश दिखाई दिए. आश्रम के संचालकों ने मुख्यमंत्री का स्वागत किया और बच्चों में खुशियां बांटने के लिए उनका आभार जताया.