शिमलाः प्रदेश में बढ़ते कोरोना संक्रमण के बीच केंद्र ने बड़ा झटका दिया है. केंद्र ने दूसरी खेप में भेजे 250 वेंटिलेटर वापस मांग लिए हैं. केंद्र की ओर से जारी पत्र में कहा गया है कि इन 250 वेंटिलेटर को प्रयोग न किया जाए. इसके बाद स्वास्थ्य विभाग ने इनको पैक करके रख दिया है. हालांकि, ये वेंटिलेटर कम क्षमता के हैं.
प्रदेश में लगातार बढ़ते कोरोना संक्रमण के बीच केंद्र द्वारा वेंटिलेटर वापस मांगना जयराम सरकार के लिए मुश्किल भरा हो सकता है. हालांकि, प्रदेश में अभी पर्याप्त संख्या में वेंटिलेटर उपलब्ध हैं, लेकिन जिस गति से मामले बढ़ रहे हैं, उससे निकट भविष्य में वेंटिलेटर की कमी की आशंका जताई जा रही है. केंद्र की तरफ से कोरोना के चलते केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने हिमाचल प्रदेश को अब तक 750 वेंटिलेटर दिए हैं.
250 वेंटिलेटर कम क्षमता वाले
दरअसल दिल्ली, महाराष्ट्र, गुजरात जैसे राज्यों में कोरोना ने विकराल रूप धारण कर रखा है. ऐसे में इन वेंटिलेटर को इन राज्यों में भेजा जा सकता है. मिली जानकारी के अनुसार यह भी बताया जा रहा है की ये वेंटिलेटर कम क्षमता के हैं.
दो महीने पहले प्रदेश सरकार मिले थे वेंटिलेटर
प्रदेश सरकार को यह वेंटिलेटर दो महीने पहले आए थे. 750 में से 500 वेंटिलेटर मेडिकल कालेजों और जोनल अस्पतालों में लगा दिए हैं, जबकि अन्य वेंटिलेटर को लगाने के लिए स्वास्थ्य विभाग ने जिला अस्पताल प्रशासन से जरुरत पूछी थी. अब उन्हें वेंटिलेटर मिलने की संभावना नहीं लग रही है.
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