ETV Bharat / city

जयराम के मंत्री के 'शाही' शौक, कोरोनाकाल में सरकारी खर्चे से आई तीसरी SUV गाड़ी

शिक्षा मंत्री गोविंद ठाकुर ने कहा कि सुरेश भारद्वाज के शिक्षा मंत्री रहने के समय में ही गाड़ी निर्धारित किलोमीटर का सफर पूरा कर चुकी थी. ऐसे में नई गाड़ी खरीदने की प्रक्रिया पहले से शुरू हो चुकी थी. इसी को लेकर गाड़ी खरीदी गई है.

Govind Thakur on new SUV purchase
Govind Thakur on new SUV purchase
author img

By

Published : Oct 27, 2020, 7:22 PM IST

Updated : Oct 27, 2020, 8:16 PM IST

शिमलाः मोदी सरकार के मंत्रियों के पास इतनी महंगी कारें नहीं हैं जितनी हिमाचल प्रदेश भाजपा सरकार के मंत्रियों के पास हैं. केंद्र सरकार के सभी मंत्री सामान्य सरकारी गाड़ियों में सफर करते हैं, लेकिन हिमाचल की जयराम सरकार के मंत्री फॉ‌र्च्यूनर कार से नीचे किसी गाड़ी में अपने पैर नहीं रखते हैं.

हिमाचल सरकार के हर मंत्री के पास अब फॉर्च्यूनर गाड़ी है. अब मंत्रियों का इन गाड़ियों से भी गुजारा नहीं हो रहा है. कैबिनेट मंत्री गोबिंद सिंह ठाकुर के लिए कोरोनाकाल में अब शिक्षा विभाग ने तीसरी एसयूवी गाड़ी खरीद कर दे दी है.

वीडियो.

नई एसयूवी खरीदने के बाद मचे बवाल पर सफाई देते हुए शिक्षा मंत्री गोविंद ठाकुर ने कहा कि गाड़ी की खरीद प्रक्रिया पहले से ही शुरू हो चुकी थी. जब सुरेश भारद्वाज शिक्षा मंत्री थे, उस समय उनके द्वारा प्रयोग की जा रही गाड़ी निर्धारित किलोमीटर का सफर पूरा कर चुकी थी. ऐसे में नई गाड़ी खरीदने की प्रक्रिया पहले से जारी थी. उन्होंने कहा कि एक गाड़ी के सहारे नहीं चला जा सकता. दूसरी गाड़ी की सख्त जरूरत थी. इसलिए इस गाड़ी खरीदी गई.

गोविंद ठाकुर ने ये भी कहा कि आज के दौर में जहां कई सुविधाओं सहित नई गाड़ियां उपलब्ध हैं. हमने निर्णय लिया कि केवल वही गाड़ी लेंगे जो मेड वाय इंडिया होगी. इसलिए अन्य सभी कंपनियों को छोड़ कर महेंद्रा या टाटा की गाड़ी खरीदने का ही फैसला लिया गया.

दरअसल, शिक्षा मंत्री गोविंद सिंह ठाकुर के लिए 18 लाख रुपये की नई एसयूवी खरीदी गई है. उच्च शिक्षा निदेशालय ने मंत्री के लिए अपने बजट से टाटा हैरियर गाड़ी की खरीद की है. शिक्षा मंत्री गोविंद सिंह ठाकुर के पास पहले से ही एक सरकारी फॉर्चूनर और एक इनोवा गाड़ी है.

गोविंद ठाकुर के अनुसार सुरेश भारद्वाज के शिक्षा मंत्री रहते हुए कैबिनेट से नई गाड़ी की खरीद की मंजूरी ली गई थी, लेकिन कोरोना के कारण सुरेश भारद्वाज ने गाड़ी की खरीद नहीं की. अब विभाग बदलने के बाद उच्च शिक्षा निदेशालय ने नई गाड़ी खरीद ली है.

उधर, आर्थिक कमी के चलते प्रदेश सरकार को हर महीने करोड़ों रुपये का कर्ज लेना पड़ रहा है. बीते सप्ताह ही सरकार ने एक हजार करोड़ का कर्ज लेने की प्रक्रिया शुरू की है. मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर लगातार खर्चों को कम करने की अपील करते आ रहे हैं. इसी क्रम में नई गाड़ी खरीदने पर सवाल उठे हैं.

ये भी पढ़ें- कैबिनेट मीटिंग: 2 नवंबर से खुलेंगे स्कूल-कॉलेज, पुलिस विभाग में भरे जाएंगे 1334 रिक्त पद

ये भी पढ़ें- सुरेश कश्यप ने राजन सुशांत को बताया महत्वकांक्षी, कहा: खुद को प्रोजेक्ट करने का करते हैं प्रयास

शिमलाः मोदी सरकार के मंत्रियों के पास इतनी महंगी कारें नहीं हैं जितनी हिमाचल प्रदेश भाजपा सरकार के मंत्रियों के पास हैं. केंद्र सरकार के सभी मंत्री सामान्य सरकारी गाड़ियों में सफर करते हैं, लेकिन हिमाचल की जयराम सरकार के मंत्री फॉ‌र्च्यूनर कार से नीचे किसी गाड़ी में अपने पैर नहीं रखते हैं.

हिमाचल सरकार के हर मंत्री के पास अब फॉर्च्यूनर गाड़ी है. अब मंत्रियों का इन गाड़ियों से भी गुजारा नहीं हो रहा है. कैबिनेट मंत्री गोबिंद सिंह ठाकुर के लिए कोरोनाकाल में अब शिक्षा विभाग ने तीसरी एसयूवी गाड़ी खरीद कर दे दी है.

वीडियो.

नई एसयूवी खरीदने के बाद मचे बवाल पर सफाई देते हुए शिक्षा मंत्री गोविंद ठाकुर ने कहा कि गाड़ी की खरीद प्रक्रिया पहले से ही शुरू हो चुकी थी. जब सुरेश भारद्वाज शिक्षा मंत्री थे, उस समय उनके द्वारा प्रयोग की जा रही गाड़ी निर्धारित किलोमीटर का सफर पूरा कर चुकी थी. ऐसे में नई गाड़ी खरीदने की प्रक्रिया पहले से जारी थी. उन्होंने कहा कि एक गाड़ी के सहारे नहीं चला जा सकता. दूसरी गाड़ी की सख्त जरूरत थी. इसलिए इस गाड़ी खरीदी गई.

गोविंद ठाकुर ने ये भी कहा कि आज के दौर में जहां कई सुविधाओं सहित नई गाड़ियां उपलब्ध हैं. हमने निर्णय लिया कि केवल वही गाड़ी लेंगे जो मेड वाय इंडिया होगी. इसलिए अन्य सभी कंपनियों को छोड़ कर महेंद्रा या टाटा की गाड़ी खरीदने का ही फैसला लिया गया.

दरअसल, शिक्षा मंत्री गोविंद सिंह ठाकुर के लिए 18 लाख रुपये की नई एसयूवी खरीदी गई है. उच्च शिक्षा निदेशालय ने मंत्री के लिए अपने बजट से टाटा हैरियर गाड़ी की खरीद की है. शिक्षा मंत्री गोविंद सिंह ठाकुर के पास पहले से ही एक सरकारी फॉर्चूनर और एक इनोवा गाड़ी है.

गोविंद ठाकुर के अनुसार सुरेश भारद्वाज के शिक्षा मंत्री रहते हुए कैबिनेट से नई गाड़ी की खरीद की मंजूरी ली गई थी, लेकिन कोरोना के कारण सुरेश भारद्वाज ने गाड़ी की खरीद नहीं की. अब विभाग बदलने के बाद उच्च शिक्षा निदेशालय ने नई गाड़ी खरीद ली है.

उधर, आर्थिक कमी के चलते प्रदेश सरकार को हर महीने करोड़ों रुपये का कर्ज लेना पड़ रहा है. बीते सप्ताह ही सरकार ने एक हजार करोड़ का कर्ज लेने की प्रक्रिया शुरू की है. मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर लगातार खर्चों को कम करने की अपील करते आ रहे हैं. इसी क्रम में नई गाड़ी खरीदने पर सवाल उठे हैं.

ये भी पढ़ें- कैबिनेट मीटिंग: 2 नवंबर से खुलेंगे स्कूल-कॉलेज, पुलिस विभाग में भरे जाएंगे 1334 रिक्त पद

ये भी पढ़ें- सुरेश कश्यप ने राजन सुशांत को बताया महत्वकांक्षी, कहा: खुद को प्रोजेक्ट करने का करते हैं प्रयास

Last Updated : Oct 27, 2020, 8:16 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.