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वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिए मनाया जाएगा डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी का बलिदान दिवस

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Published : Jun 21, 2020, 6:57 PM IST

बीजेपी के प्रदेश उपाध्यक्ष संजीव कटवाल बताया कि 23 जून को डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी का बलिदान दिवस है. इस बार सभी बीजेपी के मण्डलों पर वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी के विचारों से संबंधित गोष्ठियों का आयोजन किया जाएगा.

BJP himachal tribute
BJP himachal tribute

शिमलाः प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी की ओर से 23 जून को डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी के बलिदान दिवस के मौके पर कार्यक्रम का आयोजन किया जाएगा. कोरोना वायरस के चलते इस बार सार्वजनिक कार्यक्रम के बजाए वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से गोष्ठियों का आयोजन किया जाएगा.

बीजेपी के प्रदेश उपाध्यक्ष व बलिदान दिवस के प्रदेश संयोजक संजीव कटवाल बताया कि 23 जून को भारतीय जनसंघ के संस्थापक डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी का बलिदान दिवस है और हर साल की भांति इस साल भी डॉ. श्यामा प्रसाद का बलिदान दिवस मण्डल स्तर पर मनाया जाएगा.

संजीव कटवाल ने बताया कि डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी के बलिदान दिवस के मौके पर यह कार्यक्रम बूथ एवं मण्डल स्तर पर विभिन्न कार्यक्रम आयोजित करते रहे हैं, लेकिन इस बार कोरोना संकट के कारण परिस्थितियां बिल्कुल अलग है और इस बार कार्यक्रम सार्वजनिक रूप से नहीं किया जाएगा.

इस बार सभी मण्डलों पर वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी के विचारों से संबंधित गोष्ठियों का आयोजन किया जाएगा. उन्होनें कहा कि इसके लिए मण्डल का आईटी विभाग इस कार्यक्रम के सफल आयोजन के लिए मण्डल का सहयोग करेगा.

संजीव कटवाल ने बताया कि इसके अतिरिक्त बीजेपी पार्टी द्वारा दिए गए विभिन्न प्रकार के सेवा कार्यक्रम और मोदी सरकार के दूसरे साल के कार्यकाल का पहला साल पूरा होने पर अलग-अलग प्रकार के कार्यक्रम व्यवस्थित रूप से चलते रहेंगे.

गौरतलब है कि कलकत्ता में 6 जुलाई, 1901 को जन्में डॉ. श्यामाप्रसाद मुखर्जी ने भारतीय जनसंघ की संस्थापना की थी. जम्मू-कश्मीर का भारत में विलय को लेकर डॉ. मुखर्जी ने आंदोलन शुरू किया था. इसी को लेकर मई 1953 को जम्मू के लिए कूच किया. सीमा प्रवेश के बाद श्यामा प्रसाद मुखर्जी को उस समय की जम्मू-कश्मीर सरकार ने गिरफ्तार कर लिया. 40 दिन तक डॉ. मुखर्जी जेल में बंद रहे और 23 जून 1953 को जेल में का समाचार प्राप्त हुआ.

ये भी पढ़ें- मनाली में कोरोना से बचने के लिए पुलिस बरत रही सावधानी, हर वाहन का रखा जा रहा रिकॉर्ड

शिमलाः प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी की ओर से 23 जून को डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी के बलिदान दिवस के मौके पर कार्यक्रम का आयोजन किया जाएगा. कोरोना वायरस के चलते इस बार सार्वजनिक कार्यक्रम के बजाए वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से गोष्ठियों का आयोजन किया जाएगा.

बीजेपी के प्रदेश उपाध्यक्ष व बलिदान दिवस के प्रदेश संयोजक संजीव कटवाल बताया कि 23 जून को भारतीय जनसंघ के संस्थापक डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी का बलिदान दिवस है और हर साल की भांति इस साल भी डॉ. श्यामा प्रसाद का बलिदान दिवस मण्डल स्तर पर मनाया जाएगा.

संजीव कटवाल ने बताया कि डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी के बलिदान दिवस के मौके पर यह कार्यक्रम बूथ एवं मण्डल स्तर पर विभिन्न कार्यक्रम आयोजित करते रहे हैं, लेकिन इस बार कोरोना संकट के कारण परिस्थितियां बिल्कुल अलग है और इस बार कार्यक्रम सार्वजनिक रूप से नहीं किया जाएगा.

इस बार सभी मण्डलों पर वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी के विचारों से संबंधित गोष्ठियों का आयोजन किया जाएगा. उन्होनें कहा कि इसके लिए मण्डल का आईटी विभाग इस कार्यक्रम के सफल आयोजन के लिए मण्डल का सहयोग करेगा.

संजीव कटवाल ने बताया कि इसके अतिरिक्त बीजेपी पार्टी द्वारा दिए गए विभिन्न प्रकार के सेवा कार्यक्रम और मोदी सरकार के दूसरे साल के कार्यकाल का पहला साल पूरा होने पर अलग-अलग प्रकार के कार्यक्रम व्यवस्थित रूप से चलते रहेंगे.

गौरतलब है कि कलकत्ता में 6 जुलाई, 1901 को जन्में डॉ. श्यामाप्रसाद मुखर्जी ने भारतीय जनसंघ की संस्थापना की थी. जम्मू-कश्मीर का भारत में विलय को लेकर डॉ. मुखर्जी ने आंदोलन शुरू किया था. इसी को लेकर मई 1953 को जम्मू के लिए कूच किया. सीमा प्रवेश के बाद श्यामा प्रसाद मुखर्जी को उस समय की जम्मू-कश्मीर सरकार ने गिरफ्तार कर लिया. 40 दिन तक डॉ. मुखर्जी जेल में बंद रहे और 23 जून 1953 को जेल में का समाचार प्राप्त हुआ.

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