शिमला: भाजपा प्रदेश कार्यसमिति की बैठक (BJP State Working Committee meeting) इसी महीने 25 तारीख के आसपास होने की संभावना है. इस बैठक में उपचुनावों में हार को लेकर मंथन होने की पूरी उम्मीद है. इसके अलावा शिमला नगर निगम (Shimla Municipal Corporation) के आगामी चुनावों को लेकर भी चर्चा की जा सकती है. उपचुनावों में हार को लेकर मंडल अध्यक्षों को रिपोर्ट सौंपने के आदेश पार्टी द्वारा दिए गए हैं. भाजपा प्रदेशाध्यक्ष ही कार्यसमिति की बैठक में इस रिपोर्ट को पेश करेंगे.
प्रदेश में चार सीटों पर हुए उपचुनावों में हार की समीक्षा की भाजपा हाईकमान (BJP High Command) ने रिपोर्ट तलब की है. इसको लेकर पार्टी प्रदेशाध्यक्ष और मंडल अध्यक्षों को जल्द रिपोर्ट तैयार करने को कहा गया है. उम्मीद लगाई जा रही है कि भितरघातियों की सूची और हार के अन्य कारणों की रिपोर्ट बनाकर हाईकमान को भेजी जाएगी. भाजपा का केंद्रीय नेतृत्व उसके बाद हिमाचल में सरकार और संगठन के स्तर पर बड़ा बदलाव कर सकता है. इसके अलावा बागियों, पार्टी विरोधी गतिविधियों में शामिल कार्यकर्ताओं और निष्क्रिय पदाधिकारियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई भी अमल में लाई जा सकती है.
हाईकमान द्वारा समीक्षा रिपोर्ट (Review Report) तलब करने के आदेशों के बाद अब जुब्बल-कोटखाई, अर्की, फतेहपुर और मंडी के मंडल अध्यक्ष हार के कारणों की चर्चा कर रिपोर्ट सौंपेंगे. इसके अलावा प्रत्याशियों से भी रिपोर्ट तलब की गई है. इसके लिए नीलम सरैइक, रतन पाल सिंह, बलदेव ठाकुर और ब्रिगेडियर खुशाल सिंह अपनी रिपोर्ट पार्टी प्रदेशाध्यक्ष के समक्ष रखेंगे और प्रदेशाध्यक्ष प्रदेश कार्यसमिति की बैठक में इसे पेश करेंगे.
आगामी शिमला नगर निगम चुनावों पर होगी चर्चा : प्रदेश कार्यसमिति की बैठक में शिमला नगर निगम चुनावों (Shimla Municipal Corporation Election) पर चर्चा होने की भी संभावना है. आने वाले दिनों में यह प्रदेश में बड़ा चुनाव होगा. ऐसे में भाजपा इन चुनावों पर भी रणनीति बनाएगी. सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार इस बार नगर निगम चुनावों में वार्डों की संख्या भी बढ़ सकती है. ऐसे में राजनीतिक दल अधिक फोकस होकर शिमला नगर निगम चुनाव लड़ेंगे.
इन चुनावों के बाद सीधे विधानसभा चुनाव (Assembly elections) होंगे ऐसे में दोनों ही राजनीतिक दल जीत के साथ विधानसभा चुनावों में प्रवेश करना चाहेंगे. गौरतलब है कि भाजपा पहली बार शिमला में मेयर और डिप्टी मेयर बनाने में सफल हुई है. ऐसे में भाजपा के सामने यह कुर्सी बरकरार रखने की बड़ी चुनौती होगी.
ये भी पढ़ें : मंडी में खेलते-खेलते अचानक गिरा 15 साल का बच्चा, मौके पर हुई मौत