ETV Bharat / city

करोबार पर पड़ी कोरोना की मार, राजधानी शिमला में बंद हुए बड़े ब्रांड के शो रूम

author img

By

Published : Aug 4, 2020, 4:14 PM IST

कोरोना महामारी की मार हर तबके पर पड़ी है, चाहे वो निजी वर्ग हो या फिर सरकारी वर्ग, तो वहीं, मल्टी नेशनल कंपनियां भी इस मार से अछूती नहीं है. कोविड-19 के इस सकंट काल में सभी उद्योग धंधे चौपट हो गए हैं, जिससे कारोबारियों के चेहरे पर चिंता की लकीरें साफ देखी जा रही हैं. शायद यही कारण है कि कई बड़े ब्रांड ने बाजार से अपना सामान समेटना शुरू कर दिया है.

Design photo
डिजाइन फोटो

शिमला: कोरोना महामारी की वजह से प्रभावित हुए कारोबार अभी तक पटरी पर नहीं लौटे हैं, जिससे कारोबारियों के हालात खराब होते जा रहे हैं. दरअसल राजधानी शिमला में भारी भरकम किरायों की मार कारोबारियों पर पड़ रही है. जिसकी वजह से कई बड़े ब्रांड ने अपना कारोबार समेटना शुरू कर दिया है. आलम ये है कि कोरोना संकट में व्यापार न चलने से मल्टी नेशनल कंपनियों को घाटा हो रहा है और उनका कारोबार मंदा हो गया है. ऐसे में उन्होंने शो रूम में ताला लगना शुरू कर दिया है.

बता दें कि राजधानी शिमला में कोरोना की सबसे ज्यादा मार बड़े ब्रांड्स पर पड़ी है, क्योंकि माल रोड पर स्थित मल्टी नेशनल कॉर्पोरेशन के कई शो रुमों को लाखों रुपये किराये के रुप में देने पड़ रहे हैं. 6 लाख से 11 लाख रुपये प्रति माह का किराया बड़े शो रूम का मॉल रोड पर है, लेकिन कोविड-19 की वजह से बड़े ब्रांड्स को झटका लगा है और उनकी सेल प्रभावित हो रही है. सेल में इतनी गिरावट आई है कि कंपनी लाखों का किराया नहीं निकाल पा रही है और कर्मचारियों को वेतन देने में परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. इसी वजह से शिमला में ली और एडिडास के शो रूम बंद कर दिए गए हैं. बहुराष्ट्रीय कंपनी की तरफ से किराया भी कम कर दिया गया है और नेगोसिएशन पर काम किया जा रहा है.

वीडियो रिपोर्ट.

पर्यटन नगरी में जितने भी बड़े ब्रांड के शोरूम है, उनमें से ज्यादातर खरीदारी वीकेंड पर पर्यटकों की ओर से की जाती थी, लेकिन कोविड-19 की वजह से सैलानी पहाड़ों की रानी का दीदार नहीं कर रहे हैं. जिससे व्यापार 50 से 70 फीसदी नीचे जा चुका है और आंशका जताई जा रही है कि अगर हालात विकास की राह पर नहीं आए तो आने वाले समय में बड़े ब्रांड के शोरूम बंद हो जाएंगे. वहीं, स्कूल और कॉलेज बंद होने से भी व्यापार पर खासा असर पड़ा है, क्योंकि खरीदारी के लिए कम ही लोग आ रहे हैं. हालांकि कारोबार पटरी पर आता है तो बड़े ब्रांड के शो रूम यहां रह सकते हैं, जिससे लोग खरीददारी कर सकते हैं.

व्यापार मंडल अध्यक्ष इंद्रजीत सिंह ने बताया कि क्षेत्र का कारोबार पर्यटन पर निभर्र करता है, लेकिन कोरोना की वजह से सैलानी शिमला नहीं आ पा रहे हैं. जिससे मॉल रोड पर बिल्कुल भी भीड़ नहीं है और लोग खरीदारी के लिए नहीं आ रहे हैं. उन्होंने कहा कि स्थानीय लोग लग्जरी आइटम के अपेक्षा सिर्फ जरुरत की वस्तुएं खरीद रहे हैं. ऐसे में कारोबार 50 से 70 फीसदी नीचे आ गया है. मल्टीनेशनल कंपनियों द्वारा सेल प्रॉफिट शेयरिंग पर काम करने से कारोबारियों को किराये देने में दिक्कत आ रही है.

कारोबारी कर्ण नंदा ने बताया कि लॉकडाउन खुलते ही प्रॉपर्टी के दाम नीचे आ गए है, जिसकी वजह से अंतरराष्ट्रीय कंपनियों ने जिनके ब्रांड के शोरूम शिमला में चल रहे हैं उन्होंने 50 फीसदी किराये में कटौती की है. जिससे बड़े शोरूम 20 से 25 फीसदी मार्जन पर सेल के आधार पर काम कर रहे हैं. सेल 50 से 70 फीसदी नीचे आ गई है और कारोबारियों को आमदनी में 70 फीसदी झटका लगा है. हालांकि अभी कुछ समय तक इसी तरह से बड़ी कंपनियां नेगोशिएशन पर काम करेंगी और आगामी समय में अगर कारोबार पटरी पर आता है तो दोबारा से कंपनी अपना किराया बढ़ाएंगी, जिससे लोगों को राहत मिलेगी.

ये भी पढ़ें: अब लोगों को नहीं काटने पड़ेंगे परिवहन कार्यालय के चक्कर, शुरू हुई ऑनलाइन सेवा

शिमला: कोरोना महामारी की वजह से प्रभावित हुए कारोबार अभी तक पटरी पर नहीं लौटे हैं, जिससे कारोबारियों के हालात खराब होते जा रहे हैं. दरअसल राजधानी शिमला में भारी भरकम किरायों की मार कारोबारियों पर पड़ रही है. जिसकी वजह से कई बड़े ब्रांड ने अपना कारोबार समेटना शुरू कर दिया है. आलम ये है कि कोरोना संकट में व्यापार न चलने से मल्टी नेशनल कंपनियों को घाटा हो रहा है और उनका कारोबार मंदा हो गया है. ऐसे में उन्होंने शो रूम में ताला लगना शुरू कर दिया है.

बता दें कि राजधानी शिमला में कोरोना की सबसे ज्यादा मार बड़े ब्रांड्स पर पड़ी है, क्योंकि माल रोड पर स्थित मल्टी नेशनल कॉर्पोरेशन के कई शो रुमों को लाखों रुपये किराये के रुप में देने पड़ रहे हैं. 6 लाख से 11 लाख रुपये प्रति माह का किराया बड़े शो रूम का मॉल रोड पर है, लेकिन कोविड-19 की वजह से बड़े ब्रांड्स को झटका लगा है और उनकी सेल प्रभावित हो रही है. सेल में इतनी गिरावट आई है कि कंपनी लाखों का किराया नहीं निकाल पा रही है और कर्मचारियों को वेतन देने में परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. इसी वजह से शिमला में ली और एडिडास के शो रूम बंद कर दिए गए हैं. बहुराष्ट्रीय कंपनी की तरफ से किराया भी कम कर दिया गया है और नेगोसिएशन पर काम किया जा रहा है.

वीडियो रिपोर्ट.

पर्यटन नगरी में जितने भी बड़े ब्रांड के शोरूम है, उनमें से ज्यादातर खरीदारी वीकेंड पर पर्यटकों की ओर से की जाती थी, लेकिन कोविड-19 की वजह से सैलानी पहाड़ों की रानी का दीदार नहीं कर रहे हैं. जिससे व्यापार 50 से 70 फीसदी नीचे जा चुका है और आंशका जताई जा रही है कि अगर हालात विकास की राह पर नहीं आए तो आने वाले समय में बड़े ब्रांड के शोरूम बंद हो जाएंगे. वहीं, स्कूल और कॉलेज बंद होने से भी व्यापार पर खासा असर पड़ा है, क्योंकि खरीदारी के लिए कम ही लोग आ रहे हैं. हालांकि कारोबार पटरी पर आता है तो बड़े ब्रांड के शो रूम यहां रह सकते हैं, जिससे लोग खरीददारी कर सकते हैं.

व्यापार मंडल अध्यक्ष इंद्रजीत सिंह ने बताया कि क्षेत्र का कारोबार पर्यटन पर निभर्र करता है, लेकिन कोरोना की वजह से सैलानी शिमला नहीं आ पा रहे हैं. जिससे मॉल रोड पर बिल्कुल भी भीड़ नहीं है और लोग खरीदारी के लिए नहीं आ रहे हैं. उन्होंने कहा कि स्थानीय लोग लग्जरी आइटम के अपेक्षा सिर्फ जरुरत की वस्तुएं खरीद रहे हैं. ऐसे में कारोबार 50 से 70 फीसदी नीचे आ गया है. मल्टीनेशनल कंपनियों द्वारा सेल प्रॉफिट शेयरिंग पर काम करने से कारोबारियों को किराये देने में दिक्कत आ रही है.

कारोबारी कर्ण नंदा ने बताया कि लॉकडाउन खुलते ही प्रॉपर्टी के दाम नीचे आ गए है, जिसकी वजह से अंतरराष्ट्रीय कंपनियों ने जिनके ब्रांड के शोरूम शिमला में चल रहे हैं उन्होंने 50 फीसदी किराये में कटौती की है. जिससे बड़े शोरूम 20 से 25 फीसदी मार्जन पर सेल के आधार पर काम कर रहे हैं. सेल 50 से 70 फीसदी नीचे आ गई है और कारोबारियों को आमदनी में 70 फीसदी झटका लगा है. हालांकि अभी कुछ समय तक इसी तरह से बड़ी कंपनियां नेगोशिएशन पर काम करेंगी और आगामी समय में अगर कारोबार पटरी पर आता है तो दोबारा से कंपनी अपना किराया बढ़ाएंगी, जिससे लोगों को राहत मिलेगी.

ये भी पढ़ें: अब लोगों को नहीं काटने पड़ेंगे परिवहन कार्यालय के चक्कर, शुरू हुई ऑनलाइन सेवा

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.