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शिक्षा निदेशालय में बाहरी लोगों के प्रवेश पर प्रतिबंध, कोरोना के चलते लिया गया फैसला

शिक्षा निदेशालय में बाहरी लोगों के आने पर पूरी तरह से प्रतिबंध लगा दिया गया है. शिक्षा निदेशक डॉ. अमरजीत कुमार शर्मा की ओर से सख्ती से नियमों का पालन करने के निर्देश जारी किए गए हैं. विभाग के फील्ड स्टाफ को भी ऑनलाइन माध्यम से ही निदेशालय से जुड़े कार्यों को पूरा करने के निर्देश दिये गए हैं.

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Published : Jul 23, 2020, 10:57 PM IST

ban on entry of outsiders in himachal pradesh education directorate
हिमाचल प्रदेश शिक्षा निदेशालय

शिमला: कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय की तर्ज पर अब शिक्षा निदेशालय में भी बाहरी लोगों के आने पर पूरी तरह से रोक लगा दी गई है. शिक्षा निदेशालय में अब मात्र कर्मचारियों को ही अब गेट के अंदर प्रवेश दिया जाएगा. निदेशक की ओर से सख्ती से आदेशों का पालन करने के निर्देश जारी किए गए हैं.

निर्देशों के अनुसार किसी भी बाहरी व्यक्ति को शिक्षा निदेशालय नहीं आने दिया जाएगा. फील्ड के अधिकारी और कर्मचारी भी शिक्षा निदेशालय नहीं आ सकेंगे. इन अधिकारियों के सारे कार्य ऑनलाइन ही पूरे किए जाएंगे. उच्च शिक्षा निदेशक डॉ. अमरजीत कुमार शर्मा की ओर से शिक्षक और गैर शिक्षक कर्मचारियों को भी सख्ती से यह आदेश जारी कर दिए गए हैं कि वो भी अपना स्टेशन छोड़कर कहीं बाहर नहीं जाएंगे. वहीं, किसी भी कार्य को लेकर शिक्षक और गैर शिक्षक कर्मचारी निदेशालय भी नहीं आएंगे.

शिक्षा निदेशक ने ये भी स्पष्ट किया है कि अगर फील्ड का कोई अधिकारी और कर्मचारी शिक्षा निदेशालय में दिखाई देता है तो उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई अमल में लाई जाएगी. शिक्षा निदेशक की ओर से जिला उप निदेशकों और प्रिंसिपलों को ये आदेश दिए गए हैं कि वो सभी शिक्षकों और गैर शिक्षक कर्मचारियों को ये आदेश जारी कर दें कि वो अपना स्टेशन छोड़कर नहीं जायेंगे. वहीं, जरूरी काम होने पर इसरी जानकारी उच्च अधिकारियों को देना आवश्यक किया गया है.

शिक्षा निदेशालय में भी अब नियम सख्त कर दिए गए हैं और पूरी व्यवस्था को नए तरीके से बनाया गया है. निदेशालय में आने वाली डाक भी गेट के बाहर ही एकत्र की जाएगी और पूरी तरह से सेनिटाइजेशन करने के बाद ही उसे आगे विभागों में भेजा जाएगा. वहीं, फाइलों को भी पूरी तरह से सेनिटाइज करने के बाद ही निदेशक के कार्यालय में भेजा जाएगा.

बता दें कि प्रदेश शिक्षा निदेशालय सभी विभागों में बहुत बड़ा विभाग है, जहां पर आए दिन लोगों का आना जाना लगा रहता है. फील्ड से शिक्षक और गैर शिक्षक कर्मचारी भी अपने कामों को लेकर शिक्षा निदेशालय के चक्कर काटते रहते हैं. कई शिक्षक अपनी ट्रांसफर, कर्मचारी वित्तीय मामलों से जुड़े कामों को करवाने के लिए शिक्षा निदेशालय में आते हैं.

प्रदेश में कोरोना के मामले बढ़ते जा रहे हैं और इसके लक्षण भी कोरोना संक्रमित में नजर नहीं आ रहे हैं. ऐसे में सभी विभागों द्वारा एहतियात बरतना आवश्यक हो गया है. शिक्षा निदेशालय ने निदेशालय में बाहरी लोगों की आवाजाही को देखते हुए नियम कड़े कर दिए हैं. आम लोगों के प्रवेश के लिए निदेशालय को बंद कर दिया गया है और फील्ड के स्टाफ को ऑनलाइन माध्यम से ही निदेशालय से जुड़े कार्यों को पूरा करने के निर्देश दिये गए हैं.

ये भी पढ़ें: शिमला के लोग नहीं दे रहे प्रॉपर्टी टैक्स, नगर निगम डिफॉल्टर्स के खिलाफ करेगा कार्रवाई

शिमला: कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय की तर्ज पर अब शिक्षा निदेशालय में भी बाहरी लोगों के आने पर पूरी तरह से रोक लगा दी गई है. शिक्षा निदेशालय में अब मात्र कर्मचारियों को ही अब गेट के अंदर प्रवेश दिया जाएगा. निदेशक की ओर से सख्ती से आदेशों का पालन करने के निर्देश जारी किए गए हैं.

निर्देशों के अनुसार किसी भी बाहरी व्यक्ति को शिक्षा निदेशालय नहीं आने दिया जाएगा. फील्ड के अधिकारी और कर्मचारी भी शिक्षा निदेशालय नहीं आ सकेंगे. इन अधिकारियों के सारे कार्य ऑनलाइन ही पूरे किए जाएंगे. उच्च शिक्षा निदेशक डॉ. अमरजीत कुमार शर्मा की ओर से शिक्षक और गैर शिक्षक कर्मचारियों को भी सख्ती से यह आदेश जारी कर दिए गए हैं कि वो भी अपना स्टेशन छोड़कर कहीं बाहर नहीं जाएंगे. वहीं, किसी भी कार्य को लेकर शिक्षक और गैर शिक्षक कर्मचारी निदेशालय भी नहीं आएंगे.

शिक्षा निदेशक ने ये भी स्पष्ट किया है कि अगर फील्ड का कोई अधिकारी और कर्मचारी शिक्षा निदेशालय में दिखाई देता है तो उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई अमल में लाई जाएगी. शिक्षा निदेशक की ओर से जिला उप निदेशकों और प्रिंसिपलों को ये आदेश दिए गए हैं कि वो सभी शिक्षकों और गैर शिक्षक कर्मचारियों को ये आदेश जारी कर दें कि वो अपना स्टेशन छोड़कर नहीं जायेंगे. वहीं, जरूरी काम होने पर इसरी जानकारी उच्च अधिकारियों को देना आवश्यक किया गया है.

शिक्षा निदेशालय में भी अब नियम सख्त कर दिए गए हैं और पूरी व्यवस्था को नए तरीके से बनाया गया है. निदेशालय में आने वाली डाक भी गेट के बाहर ही एकत्र की जाएगी और पूरी तरह से सेनिटाइजेशन करने के बाद ही उसे आगे विभागों में भेजा जाएगा. वहीं, फाइलों को भी पूरी तरह से सेनिटाइज करने के बाद ही निदेशक के कार्यालय में भेजा जाएगा.

बता दें कि प्रदेश शिक्षा निदेशालय सभी विभागों में बहुत बड़ा विभाग है, जहां पर आए दिन लोगों का आना जाना लगा रहता है. फील्ड से शिक्षक और गैर शिक्षक कर्मचारी भी अपने कामों को लेकर शिक्षा निदेशालय के चक्कर काटते रहते हैं. कई शिक्षक अपनी ट्रांसफर, कर्मचारी वित्तीय मामलों से जुड़े कामों को करवाने के लिए शिक्षा निदेशालय में आते हैं.

प्रदेश में कोरोना के मामले बढ़ते जा रहे हैं और इसके लक्षण भी कोरोना संक्रमित में नजर नहीं आ रहे हैं. ऐसे में सभी विभागों द्वारा एहतियात बरतना आवश्यक हो गया है. शिक्षा निदेशालय ने निदेशालय में बाहरी लोगों की आवाजाही को देखते हुए नियम कड़े कर दिए हैं. आम लोगों के प्रवेश के लिए निदेशालय को बंद कर दिया गया है और फील्ड के स्टाफ को ऑनलाइन माध्यम से ही निदेशालय से जुड़े कार्यों को पूरा करने के निर्देश दिये गए हैं.

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