शिमलाः हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय में स्थापित की गई देश के पूर्व प्रधानमंत्री एवं भारत रत्न अटल बिहारी वाजपेयी की प्रतिमा का रंग निकल गया है. प्रतिमा की गुणवत्ता का अंदाजा इस बात से सहज ही लगाया जा सकता है कि यह प्रतिमा पहले मानसून की बारिश की मार भी झेल नहीं सकी. 22 जुलाई को हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय के स्थापना दिवस के मौके पर हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने प्रतिमा का अनावरण किया था.
इस मौके पर उनके साथ शिक्षा मंत्री गोविंद सिंह ठाकुर, शहरी विकास मंत्री सुरेश भारद्वाज और हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. सिकंदर कुमार भी मौजूद थे. प्रतिमा के अनावरण के दौरान अटल बिहारी वाजपेयी याद में बड़ी-बड़ी बातें की गई, लेकिन अब अटल बिहारी वाजपेयी की प्रतिमा से निकल रहा रंग प्रतिमा की गुणवत्ता पर सवाल खड़े कर रहा है.
मई महीने में जब प्रतिमा का काम शुरू हुआ था, उस समय से ही विश्वविद्यालय के कई छात्र संगठन प्रतिमा लगाए जाने का विरोध कर रहे थे. प्रतिमा लगाए जाने के समय से ही विश्वविद्यालय प्रशासन विरोध का सामना कर रहा और अब प्रतिमा के रंग निकालने की वजह से विश्वविद्यालय एक बार फिर घिरता नजर आ रहा है. भारत रत्न अटल बिहारी वाजपेयी की प्रतिमा से रंग सिर, कंधे, बाजू, पैर और कमर से निकल रहा है. इसके बाद से ही हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय में पढ़ने वाले विद्यार्थी और आने-जाने वालों के बीच यह चर्चा का विषय बना हुआ है.
वहीं, इस बारे में हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय सौंदर्यीकरण कमेटी के अध्यक्ष प्रोफेसर हिम चटर्जी का कहना है कि 22 जुलाई को हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय की स्थापना दिवस के मौके पर मुख्यमंत्री के कार्यक्रम की वजह से जल्दबाजी में काम किया गया. इस वजह से प्रतिमा का रंग उतर रहा है. उन्होंने कहा कि यह अस्थाई तौर पर किया गया था. प्रतिमा में लगे सीमेंट को करीब एक महीने की धूप की आवश्यकता है. इसके बाद इस पर स्थाई रूप से रंग किया जाएगा.
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