शिमला: हिमाचल को अपना दूसरा घर मानने वाले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस बार अपनी टीम में देवभूमि को अहम रोल दिया है. अनुराग ठाकुर ने गुरुवार को मोदी सरकार के राज्य मंत्री की शपथ ग्रहण की है. हमीरपुर से लगातार चार बार लोकसभा चुनाव जीतकर अनुराग ठाकुर ने राजनीति में नया आयाम स्थापित किया है और उनकी इस परफोर्मेंस के लिए पार्टी हाईकमान ने उन्हें राज्यमंत्री के तौर पर तोहफा दिया है.
हिमाचल के दो चेहरे ऐसे हैं जिन पर पीएम मोदी और अमित शाह को भरोसा है. अनुराग ठाकुर के रूप में पहले चेहरा अपने मुकाम पर पहुंच चुका है. अब सबकी नजरें जेपी नड्डा पर है. जेपी नड्डा नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली एनडीए-1 में केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री थे. इस बार के लोकसभा चुनाव में नरेंद्र मोदी व अमित शाह ने जेपी नड्डा को देश के सबसे बड़े राज्य उत्तर प्रदेश की कमान सौंपी. चुनावी गणित और विशेषज्ञों द्वारा महागठबंधन की जीत की संभावनाओं पर विराम लगाते हुए यूपी में भाजपा ने अपना परचम लहराया तो उसमें जेपी नड्डा का भी अहम योगदान है.
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नड्डा केंद्रीय मंत्रिमंडल में शामिल नहीं हुए हैं, ऐसे में चर्चा ये भी है कि वे भाजपा के नए अध्यक्ष बनाए जा सकते हैं. नड्डा के पास संगठन के कामकाज का लंबा अनुभव है और वे मोदी और शाह के विश्वासपात्र भी हैं. यदि नड्डा को सरकार की बजाय संगठन में ही रखा जाएगा तो भी उनका कद बड़ा ही रहेगा.
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उल्लेखनीय है कि चार सीटों वाले छोटे राज्य हिमाचल का देश की राजनीति में बड़ा रोल रहा है. इससे पहले शांता कुमार अटल बिहारी वाजपेयी की सरकार में कैबिनेट मंत्री रहे हैं. वीरभद्र सिंह भी यूपीए सरकार में केंद्रीय मंत्री थे. फिर जेपी नड्डा नरेंद्र मोदी की टीम में केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री बनाए गए. नड्डा के पास संगठन में भी अहम पद रहे हैं. वे भाजपा की सर्वोच्च निर्णय संस्था यानी संसदीय बोर्ड में अहम भूमिका में हैं. इस तरह जेपी नड्डा पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष के लिए भी उपयुक्त चयन हो सकते हैं.