शिमलाः तबलीगी जमात के जलसे से जितने भी लोग 15 मार्च के बाद प्रदेश लौटे हैं, उनका कोरोना टेस्ट होगा. अतिरिक्त मुख्य सचिव स्वास्थ्य आरडी धीमन ने कहा कि प्रदेश मंत्रिमंडल की बैठक में इस विषय पर चर्चा हुई है.
प्रदेश सरकार ने निर्णय लिया है कि ऐसे सभी लोगों का टेस्ट किया जाएगा. उन्होंने कहा कि हालांकि ये कठिन काम है और इसमें काफी समय भी लग सकता है, लेकिन कोरोना संक्रमण से पैदा संकट को देखते हुए प्रदेश सरकार को यह निर्णय करना पड़ा है.
अतिरिक्त मुख्य सचिव स्वास्थ्य आरडी धीमान ने बताया कि जो जमात से लौटे हैं, जिनकी जानकारी प्रदेश सरकार के पास है उन सभी को भी क्वारंटीन किया गया है. इसके लिए प्रदेश में उचित स्वास्थ्य सुविधाएं भी मौजूद है.
हिमाचल में कुल 3904 लोगों को निगरानी में
अभी तक प्रदेश में कुल 3904 लोगों को निगरानी में रखा गया हैं. इनमें से 1511 लोगों ने 28 दिन की जरूरी निगरानी समय को पूरा कर लिया है और स्वस्थ हैं. अब तक प्रदेश में कुल 270 लोगों की स्वास्थ्य जांच की जा चुकी है.
अतिरिक्त मुख्य सचिव स्वास्थ्य ने बताया कि प्रदेश में 27 संदिग्धों के सैंपल लिए गए थे, जिनमें तीन पॉजिटिव और 24 निगेटिव पाए गए हैं. प्रदेश में अब कुल छह कोरोना के मामले हो गए हैं. इसके अलावा शुक्रवार को 20 सैंपल लिए गए हैं जिनकी रिपोर्ट आना अभी बाकी है.
मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने निजामुद्दीन मरकज में तबलीगी जमात के जलसे से हिमाचल में लौटने वालों की कड़ी निगरानी करने के आदेश पहले ही जारी चुके हैं. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से वीडियो कांफ्रेंस के दौरान मिले निर्देशों के तहत सभी जिलों के डीसी और एसपी को ये निर्देश दिए गए थे.
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