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शिमला में कोरोना एक्टिव फाइंडिंग केस अभियान की शुरूआत, स्वास्थ्य विभाग की टीम ने जाना लोगों का हाल

कोरोना एक्टिव केस फाइंडिंग अभियान के लिए जिला शिमला में एक हजार से ज्यादा टीमें गठित की गई हैं. जिन्हें कोविड-19 के तहत प्रशिक्षण दिया गया है.

active case finding campaign started in shimla
कोरोना एक्टिव फाइंडिंग केस अभियान की शुरूआत
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Published : Apr 3, 2020, 8:01 PM IST

शिमला: कोविड-19 के चलते प्रदेश में एक्टिव केस फाइंडिंग अभियान शुरु हो गया है. करीब एक सप्ताह तक चलने वाले इस अभियान में टीम घर-घर जाकर लोगों की स्वास्थ्य जांच करेगी. इस अभियान के तहत स्वास्थ्य कर्मचारी लोगों को कोविड-19 वायरस के लक्षणों और इससे बचाव के बारे में भी बताएंगे.

एक्टिव केस फाइंडिंग अभियान के लिए जिला शिमला में एक हजार से ज्यादा टीमें गठित की गई हैं. जिन्हें कोविड-19 के तहत प्रशिक्षण दिया गया है. टीम के सदस्य लोगों से खांसी, जुखाम और बुखार से संक्रमित लोगों को इस वायरस के प्रति जागरुक करेंगे.

वीडियो.

अभियान में मेडिकल स्टाफ के साथ-साथ आशा वर्कर, आंगनबाड़ी वर्कर, सुपरवाइजर और स्वास्थ्य संस्थाओं के कार्यकर्ताओं को शामिल किया गया है. ड्यूटी पर तैनात सुपरवाइजर विजय ने बताया कि कोविड-19 के संक्रमण को देखते हुए सरकार ने एक्टिव केस फाइंडिंग अभियान चलाया है. इस अभियान के तहत लोगों के घर-घर जाकर विदेश से आने वाले लोगों और खांसी ,बुखार या जुखाम वाले संक्रमित व्यक्तियों की पहचान की जा रही है.

अभियान के तहत ही लोगों की स्वास्थ्य सम्बंधी पूरी डिटेल गूगल एप के माध्यम से सरकारी विभाग में दर्ज किए जा रहे हैं. ताकि संक्रमित व्यक्ति का डाटा ऑनलाइन दर्ज किया जा सके. उन्होंने बताया कि यह अभियान एक सप्ताह तक रोजाना सुबह 11 से 4 बजे तक चलेगा.

ये भी पढ़ें- कर्फ्यू के बीच बिहार से शिमला पहुंचे 2 श्रमिक, पुलिस ने क्वारंटाइन सेंटर भेजा

शिमला: कोविड-19 के चलते प्रदेश में एक्टिव केस फाइंडिंग अभियान शुरु हो गया है. करीब एक सप्ताह तक चलने वाले इस अभियान में टीम घर-घर जाकर लोगों की स्वास्थ्य जांच करेगी. इस अभियान के तहत स्वास्थ्य कर्मचारी लोगों को कोविड-19 वायरस के लक्षणों और इससे बचाव के बारे में भी बताएंगे.

एक्टिव केस फाइंडिंग अभियान के लिए जिला शिमला में एक हजार से ज्यादा टीमें गठित की गई हैं. जिन्हें कोविड-19 के तहत प्रशिक्षण दिया गया है. टीम के सदस्य लोगों से खांसी, जुखाम और बुखार से संक्रमित लोगों को इस वायरस के प्रति जागरुक करेंगे.

वीडियो.

अभियान में मेडिकल स्टाफ के साथ-साथ आशा वर्कर, आंगनबाड़ी वर्कर, सुपरवाइजर और स्वास्थ्य संस्थाओं के कार्यकर्ताओं को शामिल किया गया है. ड्यूटी पर तैनात सुपरवाइजर विजय ने बताया कि कोविड-19 के संक्रमण को देखते हुए सरकार ने एक्टिव केस फाइंडिंग अभियान चलाया है. इस अभियान के तहत लोगों के घर-घर जाकर विदेश से आने वाले लोगों और खांसी ,बुखार या जुखाम वाले संक्रमित व्यक्तियों की पहचान की जा रही है.

अभियान के तहत ही लोगों की स्वास्थ्य सम्बंधी पूरी डिटेल गूगल एप के माध्यम से सरकारी विभाग में दर्ज किए जा रहे हैं. ताकि संक्रमित व्यक्ति का डाटा ऑनलाइन दर्ज किया जा सके. उन्होंने बताया कि यह अभियान एक सप्ताह तक रोजाना सुबह 11 से 4 बजे तक चलेगा.

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