शिमला: बीते रविवार को पॉटरहिल और फिर एचपीयू के हॉस्टल्स में हुई हिंसक घटनाओं के लिए एबीवीपी एसएफआई को जिम्मेदार ठहरा रही है. आरोप लगाते हुए एबीपीवी ने कहा कि एसएफआई का इतिहास खून से रंगा हुआ है.
एसएफआई पर आरोप लगाया है कि एसएफआई बंगाल और केरल का इतिहास वामपंथी विचार से रक्तरंजित रहा है और अब ये इतिहास एचपीयू में भी रचा जा रहा है, जिसमें एसएफआई एबीपीवी के कार्यकर्ताओं का खून बहा रहे हैं.
एबीपीवी की प्रांत मंत्री हेमा ठाकुर ने बताया कि एचपीयू के हॉस्टलों में एसएफआई और सीपीआईएम के कार्यकर्ता एचपीयू के हॉस्टलों में अवैध तरीके से रह रहे हैं और हिंसात्मक माहौल पैदा कर रहे हैं. उन्होंने बताया कि अवैध तरीके से रह रहे छात्रों को एचपीयू प्रशासन द्वारा उनको हॉस्टल से बाहर निकाला जाए.
हेमा ठाकुर ने कहा कि एबीपीवी ने प्रशासन से इन छात्रों को एचपीयू के हॉस्टलों से बाहर निकले की मांग कर चुके हैं और प्रशासन ने ये निर्देश भी जारी कर दिए हैं कि हॉस्टलों में कोई भी अवैध तरीके से नहीं रहेगा, लेकिन इसके बावजूद भी एसएफआई के लोग हॉस्टलों में अवैध रूप से रह रहे हैं.उन्होंने बताया कि एबीपीवी ने सीपीआईएम की बुधवार को पॉटरहिल ग्राउंड में आरएसएस की शाखा लगाने पर उठाए गए सवालों की भी निंदा की थी. ग्राउंड में शाखा पहले से ही लगती आ रही है और वहीं शाखा लगा रहे एचपीयू के छात्रों के साथ ही आरएसएस के कार्यकर्ताओं पर एसएफआई ने हमला किया.
हेमा ठाकुर ने एबीपीवी के एक कार्यकर्ता के एचपीयू के गर्ल्स हॉस्टल में दराट ले कर घुसने की बात को नकार दिया है. उन्होंने कहा कि छात्र गर्ल्स हॉस्टल में गया जरूर था, लेकिन वो हॉस्टल में एबुलेंस लेकर आया था, ना ही उसने शराब पी थी और ना ही उसके पास कोई दराट था. छात्र एबीपीवी की छात्राओं से बात कर उनकी स्थिति जान रहा था, लेकिन पुलिस ने उसे पकड़ लिया.
हेमा ठाकुर ने बताया कि एबीपीवी आरएसएस और एबीपीवी के कार्यकर्ताओं जो आरएसएस की शाखा लगाने के लिए पॉटर हिल गए थे. उन्होंने ही बाद में एचपीयू हॉस्टल के बाहर घूम रहे लोगों पर पथराव किया था, जिसकी वीडियो भी वायरल हो रहा है.